उत्तर प्रदेश के मऊ से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां शातिर बदमाश अंगूठे के निशान से बैंक में सेंध लगाकर लोगों के खातों से पैसा निकाल लेते थे. पुलिस ने इस मामले में पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है. ये लोगों के अंगूठे के निशान को स्कैन करके मशीन से उसका क्लोन बनाने के बाद केंद्र संचालकों के माध्यम से पैसे निकालते थे.
(Photo Aajtak)
ग्राहकों के अंगूठे के निशान का क्लोन बनाकर उनके खाते से रुपये उड़ाने वाले साइबर अपराधियों के गिरोह का पुलिस ने सोमवार को भंडाफोड़ कर दिया. गिरोह के पांच सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़े तो उनके पास से दो चारपहिया वाहन, 03 लैपटॉप, फिनो की हार्ड डिवाइस, वाई-फाई हॉटस्पॉट, 19,400 रुपये नकदी समेत ढेर सारे उपकरण बरामद हुए.
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अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी ने बताया कि पिछले दिनों मनोज शर्मा नामक व्यक्ति के खाते से 9.50 लाख रुपये साइबर अपराधियों ने उड़ा दिए थे. इस अपराध का शिकार हो चुके लोगों ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से करते हुए गुहार लगाई थी कि इस मामले को गंभीरता से लें और अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाएं.
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पुलिस टीम को उस समय सफलता हाथ लगी, जब सोमवार को मुखबिर की सूचना पर जीयनपुर दोहरीघाट मार्ग पर अवरवा चेक पोस्ट के पास रेनॉल्ट ट्राइबर एसयूवी कार के साथ पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. उनके कब्जे से साइबर क्राइम में प्रयुक्त उपकरण बरामद हुए. पूछताछ में उनके पास से लैपटाप और मोबाइल जांच के दौरान उक्त मनोज शर्मा के खाते से पैसा उड़ाने की घटना में शामिल होने के साथ-साथ जनपद आजमगढ़ के विभिन्न घटनाओं में सम्मिलित होने के साक्ष्य मिले.
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कड़ाई से पूछताछ के दौरान पकड़े गए आरोपितों से पता चला कि पकड़े गए लोगों में दो जन सेवा केंद्र के संचालक हैं. वे अपने-अपने दुकान पर आधार कार्ड के माध्यम से पैसा निकालने आए लोगों के अंगूठे का निशान कागज पर लगवा लेते थे. वे उस निशान को सुदीप यादव व वीरेंद्र यादव की मदद से नगर कोतवाली के पास मुहर बनाने वाले अपने साथी सोनू शर्मा को दे देते थे.
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