दिशा गैंगरेप और मर्डर केस के चारों आरोपी भले ही पुलिस एनकाउंटर में मारे गए हों लेकिन अब इस केस की उलझी हुई गुत्थियां धीरे-धीरे सुलझ कर बाहर आ रही हैं. आज तक/इंडिया टुडे के पास टोल प्लाजा के पास का वह सीसीटीवी फुटेज मौजूद है जहां से दिशा गैंगरेप और हत्याकांड की वारदात की शुरुआत हुई थी. इस पूरी वारदात को सुलझाने में ये सीसीटीवी फुटेज काफी अहम सुराग साबित हुआ.
इसी फुटेज से पुलिस को कातिलों की लीड मिलती चली गई. इसी फुटेज से आरोपियों के ट्रक की पहचान हुई. टोल प्लाजा से उसका नंबर मिला, ट्रक मालिक मालिक श्रीनिवासन रेड्डी से पूछताछ हुई जिसमें पता चला कि ट्रक पर दो शख्स काम कर रहे हैं, जो रेप केस में आरोपी थे.
ये टोल प्लाजा के पास लगे एक फैक्ट्री के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज हैं, जिसमें आरोपियों का ट्रक उस मौका-ए-वारदात के पास खड़ा दिख रहा है, जहां इस देश को हिला देने वाली घिनौनी वारदात को अंजाम दिया गया.
इसी जगह गैंगरेप पीड़िता दिशा (बदला हुआ नाम) ने ट्रक के पीछे अपनी स्कूटी खड़ी की थी. यह ट्रक नवंबर की 26 तारीख से खड़ा था लेकिन 27 तारीख यानी वारदात के दिन
ट्रक में हलचल दिखाई दे रही है. ट्रक से उतरते बैठते आरोपी दिखाई दे रहे
हैं.
चारों आरोपी दिशा को उस ट्रक में लेकर NH 44 के लिए निकले. ट्रक करीब पौने 11 बजे मौके से जाता भी दिख रहा है.
वारदात के बाद ट्रक टोल प्लाजा से यू टर्न लेकर उसी हाईवे पर जाता दिख रहा है जहां दिशा की डेड बॉडी मिली थी.
बता दें, 27 नवंबर को हैदराबाद के पास टोल प्लाजा पर एक लेडी डॉक्टर का गैंग रेप होता है, उसके बाद उसकी जली हुई बॉडी 27 किलोमीटर दूर एनएच 44 हाइवे पर मिलती है. जब पुलिस इस केस की इन्वेस्टिगेशन करती है तो इसमें चार आरोपियों की गिरफ्तारी होती है. इसके बाद 6 दिसंबर की सुबह चारों पुलिस एनकाउंटर में मर जाते हैं.