दिल्ली में मां-बेटी की हत्या के मामले में पुलिस ने दूसरे आरोपी को भी मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. उससे पहले हत्या के मुख्य आरोपी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. इस बारे में जब पुलिस ने पूछताछ की तो मामला लिव-इन रिलेशनशिप का सामने आया, जिसमें बेदर्दी के साथ डबल मर्डर हुए. यही नहीं कत्ल करने पहुंचे आरोपियों की तस्वीरें अपार्टमेंट में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई थी.
वसुंधरा एंक्लेव के मनसारा अपार्टमेंट में गत रविवार रात को हुई मां-बेटी की हत्या मामले में पुलिस ने दूसरे आरोपित को भी पकड़ लिया है. उसकी पहचान सैंकी शर्मा के रूप में हुई है. दिल्ली में गढ़ी गांव, अमर कॉलोनी का रहने वाला सैंकी शर्मा करीब पांच साल में मुंबई में रह रहा है. वह रविवार को ही दिल्ली पहुंचा था. यहां वह अपने दोस्त विनय उर्फ विक्रांत नागर से मिला.
विक्रांत उसे लेकर वसुंधरा एंक्लेव में पहुंचा था. विक्रांत स्मृता के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहता था. यहां दोनों ने पहले स्मृता की मां सुमिता की चाकू गोदकर हत्या कर दी. इसके बाद उनकी बेटी स्मृता को भी इसी तरह से मार डाला. आरोपितों ने दोनों पर चाकू से आठ से दस वार किए. इस मामले में पुलिस ने विक्रांत नागर को सोमवार रात राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार किया था.
बता दें कि विक्रांत-स्मृता के साथ लिव-इन में रहता था. करीब चार साल से दोनों के बीच संबंध थे. पिछले तीन महीने से दोनों के बीच तकरार चल रही थी.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, मां-बेटी की हत्या करने के बाद दोनों आरोपी स्मृता की बलेनो कार लेकर निकले. इस दौरान उन्होंने अपार्टमेंट के गेट में टक्कर भी मारी थी. बदमाश फरार होते समय अपार्टमेंट में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हुए थे. इसके आधार पर उनकी पहचान हुई. आरोपितों ने स्मृता की कार को त्रिलोकपुरी इलाके में छोड़ दिया था. (आरोपी का दोस्त)
सैंकी यहां से ईस्ट ऑफ कैलाश में रहने वाले अपने एक रिश्तेदार के यहां चला गया. वहीं विक्रांत, बस पकड़कर जयपुर रवाना हो गया. लोकेशन के आधार पर जयपुर पुलिस से संपर्क किया गया और वहीं से आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद मंगलवार शाम को सैंकी को ईस्ट ऑफ कैलाश से पकड़ा गया.
पूछताछ में पता चला कि स्मृता कुछ समय से विक्रांत को नजरअंदाज कर रही थी. इससे गुस्साए विक्रांत ने मां-बेटी की हत्या की साजिश रच दी. वह रविवार रात चाकू लेकर स्मृता के अपार्टमेंट में पहुंचा था. घर के बाहर छिपकर उसने स्मृता को फोन किया और बातचीत के लिए नीचे बुलाया. जब स्मृता नीचे की तरफ आने लगी तो दोनों मौका पाकर घर में दाखिल हो गए. यहां स्मृता की मां सुमिता अपने कमरे में बैठी थी.
आरोपितों ने उनकी बेरहमी से हत्या कर दी. इसके बाद स्मृता घर में लौटी तो उन्हें भी दूसरे कमरे में ले जाकर मार डाला. आधी रात करीब 2:51 बजे दोनों आरोपित यहां से फरार होते हुए सीसीटीवी कैमरे में नजर आए. (गिरफ्तार आरोपी)