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जुर्म

यूपी: एक-एक कर सगे रिश्तों का किया कत्ल, 6 हत्याओं के बाद पहुंचा थाने

सत्यम मिश्रा
  • 01 मई 2020,
  • अपडेटेड 1:52 PM IST
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एक सनकी शख्स ने दौलत के लालच में अपने ही माता-पिता, भाई-भाभी और दो भतीजों को नृशंसतापूर्वक मौत के घाट उतार दिया. इतना ही नहीं, 6 कत्ल करने के बाद वह थाने

में पहुंच गया और खुद को पुलिस के हवाले कर दिया. यह सनसनीखेज हत्याकांड उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुआ.

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लखनऊ के बंथरा थाना क्षेत्र में अजय सिंह नाम के शख्स ने गुरुवार को अपने परिजनों को मौत के घाट उतार दिया. अजय सिंह ने मां और सगे भाई समेत परिवार के 6 लोगों का

नृशंसता से कत्ल कर दिया जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया. इस सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम देने के बाद हत्यारा विक्षिप्त हालत में बंथरा थाने पहुंचा और घटना के बारे

में पुलिस को बताया.

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बताया जा रहा है कि हत्यारे अजय सिंह ने अपने परिजनों की निर्मम हत्या धारदार हथियार से की है. युवक ने सबसे पहले अपने पिता अमर सिंह को लखनऊ से सटे हुए उन्नाव

बॉर्डर पर जाकर मौत के घाट उतारा. बंथरा का गुन्दौली गांव और उन्नाव का बॉर्डर सटा हुआ है.

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उसके बाद लखनऊ में आकर करके अपने छोटे भाई अरुण, भाभी, मां और 9 साल के भतीजे सौरभ, 2 साल की मासूम भतीजी सारिका को मौत की नींद सुला दिया. इसके बाद वह

थाने पहुंच गया. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूछताछ की. पुलिस की मानें तो हत्यारा विक्षिप्त की स्थिति में दिखाई पड़ा.

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इस बारे में लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डे ने बताया कि आरोपी ने अपने मां-बाप के अलावा परिवार के चार अन्य सदस्यों को मारा है. अपने सगे छोटे भाई, उसकी पत्नी

और दो बच्चों को भी मार दिया. पिता को उन्नाव जिले में मारा है्. सभी को मारने के बाद वह थाने में खुद ही चला गया. मारने वाला विक्षिप्त हालत में दिखाई दिया.

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बाद में पुलिस ने खुलासा किया कि लखनऊ में 6 लोगों की हत्या की वारदात को अंजाम बाप-बेटे ने दिया है. हत्या के पीछे संपत्ति विवाद है. आरोपी अजय सिंह और उसका बेटा

20 साल के अवनीश सिंह ने मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया.

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आरोपी अजय सिंह ने पुलिस को बताया कि उसके पिता अमर सिंह उसके भाई की पत्नी को अपने साथ ही रखते थे. खेत से जो भी कमाई होती थी, पिता भाभी यानी भाई की

पत्नी के ऊपर खर्च करते थे. उसने बताया कि पाई-पाई का मोहताज होने के कारण डर रहता था कि पिता सारी संपत्ति भाई को ना दे दें.

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