दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की नारकोटिक्स सेल ने परोल लेकर फरार होने वाले एक सीरियल किलर को गिरफ्तार किया है. पकड़ में आए सीरियल किलर का नाम देवेंद्र शर्मा है जोकि एक बीएएमएस डॉक्टर से सीरियल किलर बना था. देवेंद्र शर्मा जयपुर की सेंट्रल जेल में हत्या के आरोप में दोषी साबित होने के बाद आजीवन कारावास भुगत रहा था. देवेंद्र शर्मा के खिलाफ हत्या के केस में सजा भुगतने के दौरान परोल जंप करने के लिए जयपुर में मुकदमा दर्ज हुआ था.
जिसके बाद इस सीरियल किलर को पकड़ने के लिए पुलिस ने एक टीम बनाई गई. एसीपी नारकोटिक्स जे. एन.झा की देखरेख में बनी इस टीम में एसआई (SI) श्याम शरण, हेड कांस्टेबल (HCs) अशोक नागर, संजय, CTs सुमित और अर्जुन आदि शामिल थे. क्राइम और नारकोटिक्स सेल के इंस्पेक्टर राम मनोहर को गुप्त सूचना प्राप्त हुई जिसके आधार पर पुलिस टीम ने सीरियल किलर देवेंद्र शर्मा को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और अरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
यही नहीं, पुलिस के मुताबिक देवेंद्र शर्मा और उसके साथियों पर आरोप लगा था कि 2002 से 2004 के बीच इन लोगों ने दर्जनों ट्रक और टैक्सी चालकों की हत्या कर दी थी. ये सभी हत्या लूट के लिए की जाती थी. जिसके बाद कार या ट्रक में जो कुछ होता था उसे लूट लिया जाता था, फिर पीड़ित की लाश को कासगंज के हजारा नहर में फेंक देते थे. इस नहर में मगरमच्छ रहते हैं जो लाशों को खा जाते थे. टैक्सी हो या ट्रक, ये लोग उसे बेच देते थे. अगर वह नहीं बिकता था तो उसे कटवा कर उसके पार्ट बेच देते थे.
हत्यारा देवेंद्र शर्मा परोल पर फरार हो गया था. पुलिस को पता लगा कि परोल पर फरार होने के बाद गुपचुप तौर पर उसने शादी कर ली और दिल्ली में छुपकर रह रहा था. जांच में ये भी पता लगा है कि देवेंद्र के खिलाफ उत्तरप्रदेश में नकली गैस एजेंसी खोलने के भी दो केस दर्ज किए गए थे.
देवेंद्र शर्मा 2004 के कुख्यात किडनी ट्रांसप्लांट कांड में भी जयपुर, बल्लभगढ़ और गुड़गांव के केस में गिरफ्तार हुआ था. जिसमें उसने 125 से ज्यादा ट्रांसप्लांट कराए थे. जानकारी के मुताबिक राजस्थान, हरियाणा, यूपी, और दिल्ली में देवेंद्र शर्मा के खिलाफ दर्जनों हत्या और अपहरण के मामले दर्ज हुए थे. ये सारे केस 2002 के बाद दर्ज किए गए थे.इनमे से कई मामलों में देवेंद्र को उम्रकैद की सजा मिल चुकी है.