मैनपुरी में अंतरजातीय प्रेम विवाह करने वाले जोड़े पर युवती के भाई और चचेरे भाइयों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी, घटना में गम्भीर रूप से घायल जोड़े को मैनपुरी के जिला अस्पताल से सैफई रैफर किया गया था, जहां युवती की मौत हो गई, युवक का अभी इलाज चल रहा है. इस मामले में पुलिस ने युवती के 1 भाई और दो चचेरे भाइयों समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया. (प्रतीकात्मक फोटो)
पुलिस के मुताबिक, युवती को 6 गोलियां मारी गई थीं जबकि युवक को 1 गोली लगी थी. पुलिस ने खुलासा करते हुए कहा कि हत्यारोपियों ने युवक को जानबूझकर एक गोली अपाहिज करने के लिए मारी थी जिससे उसे अपने किए पर हमेशा पछतावा होता रहे. लेकिन गोली पैर के बजाय युवक के पेट में लग गई. (प्रतीकात्मक फोटो)
ये घटना मैनपुरी सदर कोतवाली इलाके के अगौंथा गांव के निकट की है. यहां के रहने वाले ब्रजेश मिश्रा की बेटी ज्योति मिश्रा ने पड़ोसी गांव बृजपुरा निवासी रोहित यादव से दो साल पहले प्रेम विवाह किया था. अंतरजातीय प्रेम विवाह से युवती ज्योति मिश्रा के परिवार वाले खफा थे. पुलिस के खुलासा के अनुसार प्रेम विवाह के तुरंत बाद युवती का भाई गुलशन और चचेरे भाई रघुराई और राघवेंद्र किसी शूटर से जोड़े की हत्या कराना चाहते थे, लेकिन परिवार के बड़े बुजर्गो ने समझाया कि अगर अभी हत्या कराई तो हम लोगों पर ही शक जाएगा, कुछ समय बीत जाने दो. (प्रतीकात्मक फोटो)
बुजर्गों की इस बात पर गुलशन, राघवेंद्र और रघुराई मान गए, कुछ समय बीतने के बाद इन लोगों ने यह मन भी बना लिया कि अब कोई घटना नहीं करेंगे. लेकिन लड़के और लड़की का गांव पड़ोस में होने के कारण इलाके में अंतरजातीय प्रेम विवाह की चर्चा और कमेंटबाजी होने लगी. यह चर्चा युवती के भाइयों को नागवार गुजर रही थी. इधर युवती के चचेरे भाई राघवेंद्र की शादी को रिश्ते आ रहे थे लेकिन इस प्रेम विवाह की बात सामने आने पर रिश्ता नहीं हो पा रहा था. इसलिए राघवेंद्र काफी परेशान रहने लगा था. (प्रतीकात्मक फोटो)
राघवेंद्र हर बात के लिए बहन ज्योति को जिम्मेदार मान रहा था. इसके बाद ज्योति के भाई गुलशन और चचरे भाई राघवेंद्र व रघुराई ने मर्डर की योजना बना ली. तीनों ने योजना बनाई कि रोहित और ज्योति जिस दिन साथ हों उसी दिन मर्डर कर दिया जाए. फिर तीनों ने रेकी शुरू कर दी, बीती 7 जुलाई को राघवेंद्र ने प्रेम विवाह करने वाली ज्योति और रोहित यादव को घर से बाहर जाते देख लिया, फिर इसकी सूचना गुलशन और रघुराई को दे दी. (प्रतीकात्मक फोटो)
तीनों ने 2 तमंचे- कारतूस का इंतजाम किया और गांव के पास टूटी पड़ी सड़क पर दोनों के आने का इंतजार करने लगे, जैसे ही रोहित और ज्योति की बाइक खराब सड़क के पास धीमी हुई, उनके ऊपर तीनो आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी. हत्यारोपियों ने 6 गोली ज्योति मिश्रा के शरीर पर मारी, जबकि 1 गोली रोहित यादव को मारी जो उसके पेट मे लगी. दोनों को मैनपुरी के जिला अस्पताल से सैफई रैफर किया गया जहां ज्योति मिश्रा की मौत हो गई. (प्रतीकात्मक फोटो)
एसपी मैनपुरी अजय कुमार ने बताया कि पुलिस ने रोहित यादव को सिर्फ एक गोली मारने की वजह पूछी तो हत्यारोपियों ने बताया कि वह रोहित यादव को जान से मारना नहीं चाहते थे. पैर में गोली मारकर उसे अपाहिज करना चाहते थे जिससे उसे अपने किए पर पछतावा होता रहे और मृतक ज्योति की याद आती रहे. पुलिस ने घटना के आरोपी ज्योति के भाई गुलशन, चचेरे भाई राघवेंद्र और रघुराई को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. फिलहाल आरोपियों को गिऱफ्तार कर लिया गया है और उन पर कार्रवाई की जाएगी. (प्रतीकात्मक फोटो)