उत्तर प्रदेश की मेरठ पुलिस ने एक साल बाद बिना सिर और हाथ वाली एक युवती की लाश की गुत्थी का सनसनीखेज खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक, पंजाब के लुधियाना की बीकॉम छात्रा को आरोपी शाकिब ने अमन बनकर मेरठ में अपने प्रेमजाल में फंसाया. जिसके बाद छात्रा उसके झांसे में आकर घर से 15 तोले की ज्वैलरी और कैश लेकर फरार हो गई. जब मेरठ आकर अमन के शाकिब होने का भांडा फूटा तो आरोपी ने ज्वैलरी हड़पने के लिए छात्रा को जान से मार डाला. यही नहीं, हत्या के सबूत मिटाने के लिए उसने युवती के सिर और हाथ काट कर फेंक दिए. हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है.
दरअसल, ये वारदात 14 जून 2019 की है. जब एक 19 साल की युवती का शव अर्धनग्न अवस्था में खेत में दबा मिला था. शुरूआती जांच में पाया गया कि सिर और धड़ को अलग कर इस हत्या को अंजाम दिया गया है. उस वक्त युवती की शिनाख्त नहीं हो पाई थी. लेकिन सर्विलांस सेल टीम और दौराला पुलिस इस मामले को ट्रैक करती रही. आखिरकार, एक साल बाद इस मामले में छह अभियुक्त गिरफ्तार किए गए. जब हत्याकांड से पर्दा उठा तो सभी हैरान रह गए. एक साल बाद हत्याकांड के खुलासे से मृतका की मां से रहा नहीं गया और उन्होंने पुलिस के सामने ही आरोपियों पर थप्पड़ों की बरसात कर दी.
इस जघन्य हत्याकांड के मामले में शाकिब, मुस्सरत, मुस्तकीम, रेशमा, इस्मत और अयान नाम के छह आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. इनके पास से युवती की हत्या में इस्तेमाल किया गया मृतका का मोबाइल और एक फावड़ा बरामद किया गया है. पुलिस को मालूम चला कि मेरठ के लोहिया गांव के रहने वाले कुछ युवक पंजाब और हरियाणा में काम करते थे, जिनकी गतिविधियां संदिग्ध हैं. इसी सूचना पर मेरठ पुलिस लुधियाना, करनाल और हिमाचल प्रदेश में इस घटना की तफ्तीश कई महीनों से कर रही थी. इस दौरान मालूम चला कि 14 जून 2019 को जिस युवती की हत्या हुई थी, वो लुधियाना पंजाब की रहने वाली है. लुधियाना में ये युवती पार्ट टाइम जॉब करती थी. पुलिस को सूचना मिली कि मेरठ का रहने वाला शाकिब लुधियाना में तंत्र-मंत्र का भी कार्य करता था.
लुधियाना में किसी अखबार में विज्ञापन पढ़कर ये युवती भी अपना इलाज कराने इसी तांत्रिक के पास पहुंच गई. शाकिब ने इस लड़की से अमन बनकर दोस्ती कर ली. दसवीं पास शाकिब उसे अपने जाल में फंसाता चला गया. सोशल मीडिया पर मुख्य आरोपी उससे खूब बातें भी किया करता था और इसी सोशल मीडिया के सहारे ही पुलिस ने इस हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया. शाकिब पहले लुधियाना में दिलशाद नाम के शख्स के साथ रहा करता था. लेकिन उससे अनबन के बाद उसने तंत्र-मंत्र को लेकर अपना ऑफिस करनाल में खोला. उसने युवती का भी सहयोग लिया और उसे भी नौकरी दिलाने का झांसा देकर करनाल बुला लिया. शाकिब उर्फ अमन के साथ ये युवती करनाल में रहने लगी. इस युवती से आरोपी ने 16 तोले सोना और जो रुपये थे वो भी मंगा लिए. आरोपी के झांसे में आकर युवती अपने घर से पन्द्रह तोला सोना लेकर भाग आई और शाकिब के साथ रहने लगी.
2019 में शाकिब और उसके अन्य साथी करनाल से मेरठ के लोहिया दौराला आ गए. कुछ दिन बाद युवती की जिद की वजह से वो उसे प्लानिंग के साथ मेरठ ले आया और इस बीच शाकिब का पर्दाफ़ाश हो गया. लिहाजा ईद के अगले दिन युवती को गांव लाया और उसे कोल्ड ड्रिंक में नशे की गोली दी और खेत में ले जाकर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. बाद में, पहचान छिपाने के लिए उसका गला और हाथ काटा ताकि उसकी पहचान न हो सके. शाकिब ने लाश को गड्ढे में दबाकर और लाश के ऊपर मिट्टी डालकर उसे ढक दिया.
युवती के घरवाले शाकिब को पहचानते और जानते थे. इसलिए वह युवती के फोन से उसकी फेसबुक आईडी लगातार अपडेट करता रहा, ताकि घरवालों को शक न हो और युवती के घरवाले समझें कि वो जीवित है. लेकिन कहते हैं न कि गुनाह की उम्र बहुत कम होती है लिहाजा इस हत्याकांड पर से एक साल बाद ही सही लेकिन पर्दा उठ गया. प्रेस कांफ्रेंस में जब युवती की मां ने आरोपियों को देखा तो उसका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और उसने पुलिस के सामने ही आरोपियों पर थप्पड़ों की बरसात कर दी. प्रेस कांफ्रेस में हत्याकांड का खुलासा हुआ, जिसके बाद पुलिसकर्मी उसे मेडिकल के लिए लेकर जा ही रहे थे.
शातिर बदमाश शाकिब ने एक कांस्टेबल की बंदूक छीनी और रास्ते में पुलिस पर फायरिंग करके भागने की कोशिश भी की. जवाबी फायरिंग में इस शातिर को तीन गोली लगी, जिससे वह घायल हो गया. साथ ही एक कांस्टेबल को भी गोली लगी है. उसको अस्पताल के भर्ती कराया गया है. मेरठ के एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि 14 जून 2019 को लोहिया गांव के एक खेत में एक युवती की लाश बरामद हुई. उसका सिर और एक हाथ गायब था. युवती की पहचान नहीं हो पाई थी. पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
एक साल की मेहनत के बाद ऐसे मिली सफलता
एसएसपी ने बताया कि हमने इस मामले में डिस्ट्रिक्ट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो और स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो में मिसिंग मामलों की छानबीन की, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी. पुलिस की एक टीम को इस काम में लगाया गया कि लोहिया गांव के कौन-कौन लड़के बाहर काम करते हैं. वे जहां-जहां काम करते थे, वहां-वहां के थानों में मिसिंग केस दिखवाए गए. आखिरकार, पंजाब में जाकर पुलिस को सफलता मिली. एसएसपी ने बताया कि एक साल की मेहनत के बाद पुलिस आखिर उस युवती तक पहुंच गई जो अब तक लापता थी.
उन्होंने बताया कि युवती की पहचान लुधियाना में मोतीनगर थाना क्षेत्र निवासी के रूप में हुई है. एसएसपी के अनुसार, युवती बीकॉम की छात्रा थी. मेरठ के लोहिया गांव का शाकिब पंजाब में रहता था और तांत्रिक का काम करता था. उसने वहां अपना नाम अमन बता रखा था. शाकिब उर्फ अमन ने युवती को प्रेमजाल में फंसा लिया. मई में दोनों लुधियाना से फरार हो गए. युवती अपने साथ 15 तोले ज्वैलरी साथ ले आई. दोनों करीब एक महीना तक दौराला में किराए के मकान में रहे. पिछले साल ईद वाले दिन शाकिब उसे अपने घर लेकर पहुंचा. यहां छात्रा को पता चला कि वह अमन नहीं शाकिब है. भांडा फूटते ही दोनों में लड़ाई शुरू हो गई.
इसके बाद, शाकिब उर्फ अमन उसे घुमाने के लिए घर से बाहर ले आया. ईद वाली रात के 9 बजे उसने कोल्डड्रिंक में नशीली दवा मिलाकर युवती को पिला दी. वह बेहोश हो गई. इसके बाद खेत पर लेकर पहुंचा और गला काटकर हत्या कर दी. पहचान छिपाने के लिए उसने सिर और हाथ को कहीं और फेंक दिया. पुलिस का कहना है कि इस वारदात में शाकिब के परिजन भी शामिल थे. फिलहाल पुलिस ने मुख्य हत्यारोपी शाकिब सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं.
एसएसपी अजय सहानी ने बताया कि प्रेस वार्ता के दौरान ही युवती के परिजनों ने आरोपी शाकिब और उसके परिवार की महिला की पिटाई भी कर डाली. वहीं, प्रेस कांफ्रेंस के बाद मेडिकल के लिए ले जाते समय मुख्य आरोपी शाकिब ने फरार होने की कोशिश की. मुख्य आरोपी ने पुलिसकर्मी से उनकी बंदूक छीन कर भागने कोशिश की और फायरिंग कर दी. पुलिस की जवाबी फायरिंग में शाकिब को तीन गोली लगी और वो घायल हो गया. इस घटना में एक कांस्टेबल को भी कंधे में गोली लगी.