सब्जी चुराने के आरोप में ग्रामीणों ने न सिर्फ दो महिलाओं की पेड़ से बांधकर जमकर पिटाई की बल्कि दोनों के बाल भी काट दिए. मॉब लिंचिंग की यह एक बड़ी घटना हो सकती थी लेकिन समय रहते पुलिस की सक्रियता से घटना टल गई. मामले को लेकर मंगलवार को मामला दर्ज किया गया है. यह अमानवीय घटना बिहार के किशनगंज जिले की है.
जानकारी के अनुसार, सब्जी चोरी के आरोप में ग्रामीणों ने सोबा गांव में दो महिलाओं को पेड़ से बांधकर पहले तो जमकर पिटाई की. इस पर भी जब ग्रामीणों का मन नहीं भरा तो मानवीय संवेदनाओं को ताक में रखते हुए दोनों महिलाओं का मुंडन कर दिया गया. सब्जी का कारोबार करने वाली दो महिलाएं को साथ गांव वालों ने अमानवीय हरकत की जिसमें एक बुढ़मू थाना क्षेत्र के गुतरू व एक कांके थाना क्षेत्र के गागी गांव की रहने वाली थी. दोनों रविवार को उमेडण्डा साप्ताहिक हाट से सब्जी खरीदने के बाद घर लौट रही थीं.
इसी बीच ठाकुरगांव के बेड़वारी पावर ग्रिड के समीप इनका ऑटो खराब हो गया और यह सोबा गांव में अपने रिश्तेदार के यहां रात में रुक गईं. सोमवार की सुबह हाथ में सब्जी का थैला लेकर जा रही थीं, इसी बीच ग्रामीणों के बीच अफवाह फैल गई कि महिलाएं यह सब्जी खेतों से चोरी करके ले जा रही हैं.
इस दौरान दोनों महिलाएं रातू चट्टी स्थित बाजार चली गईं जहां पीछे से दर्जनों ग्रामीण रातू पहुंचकर दोनों को मारपीट करते हुए सोबा गांव लेकर आ गए. यहां ग्रामीणों ने दोनों को पेड़ से बांधकर जमकर पिटाई की. इसी दौरान सूचना पाकर ठाकुरगांव के ग्रामीण भी पहुंचे व पिटाई करते हुए दोनों को अधमरा कर दिया.
ग्रामीण दोनों की हत्या करने पर उतारू थे. इसी बीच सूचना पाकर ठाकुरगांव थाना प्रभारी नवीन कुमार मौके पर पहुंचे और महिलाओं को ग्रामीणों के चंगुल से बचाया. दोनों महिलाओं को इलाज के लिए रिम्स भेज दिया जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है. महिलाओं के बयान के आधार पर मंगलवार को मामला दर्ज कर लिया गया.