विकलांग बच्चे के इलाज के लिए पैसे की जरूरत पड़ी तो एक महिला ने अपने पड़ोसी का बच्चा चुराकर साढ़े तीन लाख रुपये में बेच दिया. झारखंड पुलिस ने 12 घंटे के अंदर इस केस की गुत्थी सुलझा कर पैसे और बच्चे, दोनों को बरामद कर लिया और आरोपियों को भी अपनी गिरफ्त में ले लिया. (जमशेदपुर से अनूप सिन्हा की रिपोर्ट)
जमशेदपुर की सिदगोड़ा पुलिस ने 12 घंटे के अंदर एक बच्चे की चोरी की गुत्थी सुलझा ली है. इस मामले में पुलिस ने चोरी हुआ बच्चा भी बरामद कर लिया और तीन महिलाओं सहित चार लोगों को गिरफ्तार भी किया है. इस सबंध में डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि सिदगोड़ा थाना अन्तर्गत ग्वाला बस्ती के रहने वाले विकास रजक के डेढ़ साल के बेटे रिशु कुमार को अज्ञात लोगों ने चोरी कर लिया था.
पुलिस ने इस मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू की. कार्रवाई के दौरान जानकारी मिली कि पड़ोसी महिला बबली कौर इस मामले में संदिग्ध नजर आ रही है.
उसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बबली कौर और नीतू कौर को गिरफ्तार किया. पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि उसने बच्चे को चोरी कर बागबेड़ा के रहने वाले दपंती मंजीत सिंह और प्रभजीत कौर उर्फ सिम्मी को तीन लाख रुपये में बेच दिया. पुलिस ने उस बच्चे को मंजीत सिह के गोलमुरी स्थित ससुराल से बरामद कर लिया.
डीएसपी ने बताया कि पूछताछ में बबली कौर ने बताया कि उसका एक बेटा विकलांग है और उसे इलाज के लिए पैसा की आवश्यकता है. इसलिए उसने पड़ोसी के बच्चे की चोरी कर मंजीत सिंह को बेचा और इस दौरान उससे मिले साढ़े तीन लाख रुपये को अपनी बेटी नीतू को रखने दे दिया जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है. उन्होंने बताया पुलिस ने इस मामले में तीन माहिला सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा तीन लाख रुपये नगद और बच्चा बेचने का एग्रीमेंट पेपर बरामद किया गया है.