राजस्थान के धौलपुर जिले में रिश्तों को ही कत्ल करने की घटना सामने आई है जहां सगे जीजा ने अपने ही साले को जान से मारने के लिए डकैत मुकेश गैंग को पांच लाख रुपये की सुपारी दे डाली. एक लाख रुपये गैंग को एडवांस लेकर गैंग के सदस्यों ने 8 जनवरी 2021 को रजत मित्तल को जान से मारने की नीयत से ताबड़तोड़ फायरिंग की.
वारदात में रजत मित्तल के सीने के पास गोली लग गई लेकिन उसे बचा लिया गया. 8 जनवरी को शहर के आशीर्वाद होटल के मालिक रजत सिंघल को गोली मारने की घटना का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने षड़यंत्रकारी आरोपी जीजा अनूप सिंघल पुत्र सतीश सिंघल और मुकेश गैंग के पांच हजार रुपये के इनामी बदमाश 20 वर्षीय हरविलास को गिरफ्तार कर लिया है.
एसपी केसर सिंह शेखावत ने बताया कि जीजा अनूप सिंघल ने ही अपने साले रजत सिंघल को जान से मरवाने के लिए डकैत मुकेश को पांच लाख रुपये की सुपारी दी थी. वारदात करने के लिए एक लाख रुपये एडवांस दिए गए. वहीं साले की हत्या होने के बाद चार लाख रुपये देना तय हुआ था.
षड़यंत्रकारी आरोपी जीजा अनूप सिंघल ने डकैत मुकेश ठाकुर से सीधे संपर्क न करके सेवर जेल में बंद बदमाश तारा ठाकुर निवासी डिरावली थाना राजाखेड़ा के माध्यम से डकैत मुकेश से संपर्क किया क्योंकि जीजा अनूप को डर था कि पुलिस डकैत मुकेश को ट्रैस कर रही है. ऐसे में डकैत मुकेश के पकड़े जाने पर उसका मामला भी सामने आ सकता है.
डकैत मुकेश ने वारदात को अंजाम देने के लिए बदमाश अजीत और हरविलास को धौलपुर भेजा था जिसके बाद 8 जनवरी को अजीत और हरविलास ने आशीर्वाद होटल के मालिक रजत सिंघल को जान से मारने के लिए गोली मारी और फरार हो गए. उस समय इस मामले ने भारी तूल पकड़ा था. सर्व समाज के लोगों ने जिला पुलिस प्रशासन के खिलाफ आक्रोश भी व्यक्त किया था.
एसपी केसर सिंह शेखावत ने बताया कि 8 जनवरी 2021 को जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने आशीर्वाद होटल संचालक रजत मित्तल रिसेप्शन पर बैठा हुआ था. दोपहर के समय दो नकाबपोश बदमाश होटल के अंदर घुसकर रिसेप्शन पर पहुंच गए. एक बदमाश ने तमंचा निकालकर रजत के सीने में गोली मारी थी लेकिन गोली रजत मित्तल के कंधे से थोड़ा नीचे लगी थी. प्रकरण में पुलिस द्वारा घटनास्थल का मौका मुआयना कर सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर बारीकी से जांच पड़ताल की गई.
इस घटना की शक की सुई रजत मित्तल की बहन के पति अनूप सिंघल पर गई थी. पुलिस ने मामला दर्ज कर पूछताछ के लिए पीड़ित रजत मित्तल के जीजा अनूप सिंघल को बुलाया गया लेकिन वारदात के सटीक सबूत नहीं मिलने पर छोड़ दिया गया. एसपी ने बताया कि घटना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रही थी. शहर के व्यापारी वर्ग में भी पुलिस की कार्यशैली को लेकर आक्रोश भड़क रहा था.
एसपी ने बताया कि तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने गहन अनुसंधान शुरू किया. अनूप सिंघल एवं उसकी पत्नी का पारिवारिक विवाद न्यायालय में विचाराधीन था. अनूप सिंघल अपने साले रजत मित्तल की हत्या करवाना चाहता था. 8 जनवरी को रजत मित्तल की बहन के न्यायालय में लंबित चल रहे मामले की पेशी थी. अदालत में ही पेशी के दौरान रजत मित्तल की हत्या करने का आरोपियों का प्लान था लेकिन रजत मित्तल अदालत तक नहीं पहुंच पाया. ऐसे में आरोपी आशीर्वाद होटल पर पहुंच गए जहां रजत मित्तल रिसेप्शन पर बैठा हुआ था. नकाबपोश बदमाशों ने रिसेप्शन पर बैठे रजत मित्तल के कंधे से नीचे गोली मार दी. गोली लगने से रजत मित्तल गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे नाजुक हालत में उपचार के लिए जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया था. लंबे उपचार के बाद रजत मित्तल स्वस्थ हो चुका है.
एसपी ने बताया कि जिला पुलिस ने बहुचर्चित कांड का खुलासा करते हुए रजत मित्तल के जीजा अनूप सिंघल और पांच हजार के इनामी बदमाश हरविलास को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है. उन्होंने बताया वारदात में शामिल रहे अन्य बदमाशों को भी शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा.