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पुलिस एंड इंटेलिजेंस

बोकारो: शहर के पॉश इलाके में म‍िला 6 क‍िलो यूरेन‍ियम, परमाणु बम बनाने में आता है काम

संजय कुमार
  • बोकारो ,
  • 04 जून 2021,
  • अपडेटेड 9:31 PM IST
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झारखंड का बोकारो अब तक एशिया में बोकारो स्टील प्लांट की वजह से जाना जाता था, पर अब इसके इंटरनेशनल यूरेनियम कनेक्शन भी जुड़ने लगे हैं. इसने देश की खुफिया एजेंसियां के साथ-साथ शासन व प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. 

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यूरेनियम का उपयोग एटॉम‍िक पावर व परमाणु हथियारों के न‍िर्माण में होता है और रेडियो एक्टिव होने के कारण इसको लेकर बेहद सतर्कता की जरूरत होती है. इस हालत में उसकी तस्करी का मामला उजागर होना स्वाभाविक रूप से चिंता बढ़ाती है. 

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पुलिस को मिले इनपुट के आधार पर बोकारो जिले के कई इलाकों में की गई कार्रवाई में यूरेनियम तस्करी से जुड़े सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से लगभग 6 किलोग्राम वजन में करोड़ों रुपये मूल्य का यूरेनियम बरामद किया गया है. यूरेनियम बोकारो कैसे पहुंचा और इसका क्या उपयोग किया जाना था तथा इसका इंटरनेशनल कनेक्शन किस-किस से जुड़ा हुआ है, इस संगीन मामले में बेहद गोपनीय तरीके से पुलिस कार्रवाई कर रही है.

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पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को काफी अहम सूचनाएं मिलने की जानकारी मिली है. फिलहाल पकड़े गए लोगों को जेल भेजने और फिर से रिमांड पर लेने की कार्रवाई में पुलिस लगी हुई है. पुलिस ने भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं के साथ-साथ एटॉम‍िक एनर्जी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. यूरेनियम कहां से आया और कैसे आया, पुलिस इस पूरे मामले की तहकीकात कर रही है. 

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पुलिस को सूचना मिली है कि मुख्य सरगना द्वारा इन्हें छोटे-छोटे पैकेट में सुलभ करा कर के बेचने का जिम्मा सौंपा था. कुछ 900 ग्राम के पैकेट में थे तो कुछ छोटे-छोटे पैकेट में अलग किए गए थे. इनका वजन करीब 6 किलो बताया जा रहा है.

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अंतरराष्ट्रीय बाजार में बरामद यूरेनियम का करोड़ों रुपए मूल्य का बताया जा रहा है. चास के ही रहने वाले आरोपी वापी दत्ता ने बताया कि उसे डायमंड कह कर यह बेचने के लिए दिया गया था और उससे 30 हजार रुपया मुख्य सरगना द्वारा लिया गया था.

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आरोपी दत्ता का कहना है कि उसे 15 लाख रुपये में बेचने को कहा गया था और अपना लाभ लेकर बाकी पैसा देने को कहा गया था. इसी तरह से अन्य लोगों को भी उसे मार्केट में बेचने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. जिसके बाद पुलिस को इसकी भनक लगते ही दबिश देकर पहले मुख्य सरगना को गिरफ्तार किया गया और उसकी निशानदेही पर अन्य आरोपियों को पकड़ा गया. शहर के पॉश इलाके में यूरेनियम जैसी कीमती व रेडियो एक्ट‍िव धातु का मिलना निश्चित ही चिंता का विषय है.

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मामले में बोकारो एसपी चंदन कुमार झा ने वीडियो रिलीज जारी कर बताया कि 2 जून को गुप्त जानकारी मिली थी कि कुछ अपराधी किस्म के लोग यूरेनियम की स्मगलिंग कर रहे हैं. सूचना के बाद एक टीम का गठन कर छापामारी की गई जिसमें अलग-अलग जगहों से 7 लोगो को गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से कुल 6 किलो यूरेनियम सीज किया गया. उन सभी पर केस कर जेल भेज दिया गया है.

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