Advertisement

सुशांत केस में जहर का एंगल खत्म, एम्स की रिपोर्ट के बाद CBI पर खुलासे का दबाव

106 दिन गुजर गए लेकिन सुशांत की मौत से परदा नहीं उठा. चार-चार एजेंसियां जांच में जुड़ी है. लेकिन अबतक हत्या और आत्महत्या का सस्पेंस खत्म नहीं हुआ. एम्स की रिपोर्ट भी आ गई लेकिन मौत की मिस्ट्री सुलझने का अब भी इंतजार है.

सुशांत के परिवार ने हत्या का शक जताते हुए जहर दिए जाने की बात कही थी सुशांत के परिवार ने हत्या का शक जताते हुए जहर दिए जाने की बात कही थी
मुनीष पांडे/तनसीम हैदर
  • मुंबई,
  • 29 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 3:31 PM IST
  • सुशांत केस की जांच में जुटी हैं 4 एजेंसियां
  • CBI को करना है सुशांत की मौत का खुलासा
  • NCB ने सुशांत केस में नशे के एंगल को किया बेनकाब

बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में गुजरते वक्त के साथ सीबीआई पर दबाव बढ़ता जा रहा है. एम्स की रिपोर्ट आने के बाद उम्मीद बंधी है कि सीबीआई जल्द किसी नताजे पर पहुंचेगी. और पता चलेगा कि ये मामला हत्या का है या आत्महत्या का. पूरे देश को ये गुत्थी सुलझने का इंतजार है. 

106 दिन गुजर गए लेकिन सुशांत की मौत से परदा नहीं उठा. चार-चार एजेंसियां जांच में जुड़ी है. लेकिन अब तक हत्या और आत्महत्या का सस्पेंस खत्म नहीं हुआ. एम्स की रिपोर्ट भी आ गई लेकिन मौत की मिस्ट्री सुलझने का अब भी इंतजार है.

Advertisement

इस वक्त सीबीआई के साथ, ईडी, एनसीबी और मुंबई पुलिस भी सुशांत की मौत की जांच में लगी है. सीबीआई हत्या या आत्महत्या की गुत्थी सुलझा रही है, तो ईडी मौत के पीछे पैसे की हेराफेरी ढूंढ रही है. एनसीबी ड्रग्स कनेक्शन की तफ्तीश कर रही है. तो मुंबई पुलिस माफिया एंगल खोज रही है. लेकिन आखिरी रिजल्ट किसी का भी नहीं आया. 

गुजरते वक्त के साथ परिवार का सब्र खत्म हो रहा है. वकील भी सवाल उठा रहे हैं. लोग भी पूछने लगे हैं कि आखिरी 4-4 एजेंसियां कर क्या रही हैं. एम्स की रिपोर्ट से तीन-तीन बड़े खुलासे हुए हैं. सुशांत के जिस्म में जहर नहीं मिला. मगर कूपर अस्पताल को क्लीन चिट नहीं दी गई है और सीबीआई की जांच की दिशा से फाइडिंग भी मेल खा रही है.

Advertisement

अब हत्या के जहर एंगल पर पूर्ण विराम लग गया. लेकिन हत्या की दूसरी थ्योरी से परदा तो सीबीआई को ही उठना होगा. एम्स रिपोर्ट से सीबीआई पर दवाब बढ़ गया है. सीबीआई जांच को 40 दिन से ज्यादा हो गए. अब तो कुछ बताना ही होगा.

देरी के साथ शक भी गहराने लगा है. अब तक सीबीआई ने एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की. मुंबई पुलिस 2 महीने से ज्यादा लगाई. कोई केस दर्ज नहीं हुआ. सीबीआई भी 40 दिन बाद कोई एफआईआर दर्ज नहीं कर पाई है.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement