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अमेरिका में भारतीय फैमिली के किडनैपिंग-मर्डर केस में सस्पेंस गहराया, आरोपी 11 साल की काट चुका है सजा

कैलिफोर्निया में किडनैप किए गए भारतीय मूल के परिवार के चारों लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं. इस वारदात को अंजाम देने वाला आरोपी रॉबरी के मामले में 11 साल की जेल की सजा काट चुका है. हालांकि अबतक ये नहीं पता चल पाया है कि इस वारदात को अंजाम क्यों दिया गया.

भारतीय मूल के 4 नागरिकों की किडनैपिंग के बाद हत्या (फाइल फोटो) भारतीय मूल के 4 नागरिकों की किडनैपिंग के बाद हत्या (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 10:33 AM IST

अमेरिका के कैलिफोर्निया में जिस भारतीय मूल के परिवार के 4 लोगों का किडनैपिंग के बाद मर्डर किया गया, इस वारदात को एक ऐसे शख्स ने अंजाम दिया जो कि रॉबरी के लिए दोषी ठहराया गया था और उसने 11 साल जेल में बिताए थे. मर्स्ड काउंटी के शेरिफ ने कहा कि अबतक ये पता नहीं चला है कि आरोपी ने परिवार को किडनैप क्यों किया था. 

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मर्स्ड काउंटी के शेरिफ वर्न वार्नके ने बुधवार की रात बताया कि इस क्रूर घटना को बताने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. अधिकारियों ने सोमवार से लापता भारतीय मूल के परिवार के चार सदस्यों के शव बरामद कर लिए हैं. शेरिफ ने बताया कि 48 वर्षीय आरोपी ने मंगलवार को हत्या के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद शहर के एटवाटर में सुसाइड का प्रयास भी किया था, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. होश में आने के बाद वो हिंसक हो गया था, लेकिन डॉक्टर्स ने उसे बहलाकर शांत कराया. 

शेरिफ ने कहा कि इस समय ऐसा कोई सबूत नहीं है, जिससे कहा जा सके कि इस घटना में कोई दूसरा शख्स भी शामिल है. हालांकि मुझे लगता है कि हम जल्द ही कम से कम एक और व्यक्ति को पकड़ने में कामयाब होंगे. एक फार्मवर्कर ने 8 महीने की बच्ची समेत परिवार के शवों की रिपोर्ट करने के लिए बुधवार शाम करीब साढ़े 5 बजे फोन किया था.  

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2005 में रॉबरी केस में दोषी पाया गया था आरोपी 

शेरिफ वार्नके ने कहा जांच के बारे में ज्यादा जानकारी देने से बचते हुए कहा कि आरोपी सालगाडो से पूछताछ की जा रही है, जिसे साल 2005 में रॉबरी के लिए दोषी ठहराया गया था. आरोपी के परिवार ने अधिकारियों को बताया कि उसने अपहरण में शामिल होने की बात स्वीकार की थी. कैलिफोर्निया डिपार्टमेंट ऑफ करेंक्शंस एंड रिहैबिलेशन ने बताया कि उसे साल 2015 में जेल से रिहा किया गया था और 3 साल बाद पैरोल पर रिहा कर दिया गया था. 

अबतक नहीं लगा कोई आरोप 

सीएनएन न्यूज के मुताबिक, सालगाडो पर अब तक कोई आरोप नहीं लगाया गया है. शेरिफ वार्नके ने कहा कि अपहरण के बाद पीड़ितों में से एक के एटीएम कार्ड का इस्तेमाल मेरेड से लगभग दूर एटवाटर में किया गया था. हालांकि अपहरणकर्ता ने फिरौती की कोई मांग नहीं की.  

घटना का वीडियो आया सामने 

इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक बंदूकधारी शख्स ने चारों लोगों को किडनैप किया था. पहले जसदीप और अमनदीप इमारत से निकलते नजर आ रहे हैं और उनके हाथ बंधे थे. इसके बाद बंदूकधारी शख्स जसलीन और आठ माह की बच्ची को बाहर लाता दिख रहा है. बता दें कि पीड़ित परिवार का अपना ट्रांसपोर्ट बिजनेस था, जिसे कुछ दिन पहले ही शुरू किया गया था. 

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बीते 3 अक्टूबर को किया गया था किडनैप 

अमेरिकी अधिकारियों ने बताया था कि चारों लोगों को बीते 3 अक्टूबर को दक्षिण हाईवे 59 के 800 ब्लॉक से जबरदस्ती अगवा किया गया. अधिकारियों ने किसी भी संदिग्ध का नाम नहीं लिया. जानकारी के अनुसार, पीड़ित परिवार का अमेरिका में खुद का ट्रांसपोर्ट बिजनेस है. ये परिवार पंजाब के होशियारपुर जिले के टांडा के हरसी गांव का रहने वाला है.   

पंजाब के होशियारपुर का रहने वाला था परिवार 

जिस परिवार का अपहरण किया गया है वो पंजाब के होशियारपुर जिले के टांडा के हरसी गांव का रहने वाला है. बदमाशों ने जिनका अपहण किया है उनमें 36 साल के जसदीप सिंह, उनकी पत्नी जसलीन कौर (27), उनकी आठ महीने की बेटी अरूही धेरी और 39 साल के एक शख्स अमनदीप सिंह शामिल हैं.  

 

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