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दिल्लीः एंटी करप्शन ब्रांच का एक्शन, MCD के क्लर्क को 2 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ किया गिरफ्तार

एंटी करप्शन ब्रांच ने MCD के एक क्लर्क इंद्रजीत को 2 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. दरअसल, एमसीडी ने सिविल लाइन्स ज़ोन में 26 जुलाई को एक संपत्ति सील की थी, जिसकी पेनाल्टी 20 लाख रुपये थी. आरोप है कि इंद्रजीत ने इस पेनाल्टी को कम कर दिया था. इसके एवज में इंद्रजीत ने रिश्वत की मांग की थी.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
अरविंद ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 21 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 11:35 AM IST

एंटी करप्शन ब्रांच ने MCD के एक क्लर्क इंद्रजीत को 2 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक एमसीडी ने सिविल लाइन्स ज़ोन में 26 जुलाई को एक संपत्ति सील की थी, जिसकी पेनाल्टी 20 लाख रुपये थी. आरोप है कि इंद्रजीत ने इस पेनाल्टी को कम करके 5,16000 कर दिया था. इसके बदले 2 लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई थी.

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बुराड़ी में रहने वाले इंद्रजीत (40 ) को उनके घर पर रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है. दिल्ली के सिविल लाइन्स इलाके में रहने वाले एक शख्स ने शिकायत दी थी कि 26 जुलाई को उनकी प्रॉपर्टी सील कर दी गई है, MCD के असेसमेंट एन्ड कलेक्शन डिपार्टमेंट से 20 लाख रुपये का जुर्माना देने के आदेश दिए गए थे.

वहीं एडिशनल सीपी मधुर वर्मा ने बताया कि शिकायतकर्ता ने इंद्रजीत जो कि इसी डिपार्टमेंट में कार्यरत है, उससे संपर्क किया. इंद्रजीत ने जुर्माने की राशि 20 लाख रुपये से 5 लाख 16 हजार रुपये करवाने के एवज में 2 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की.

एंटी करप्शन डिपार्टमेंट को शिकायत मिलने पर तुरंत FIR दर्ज कर ट्रैप लगाया गया, इसके बाद ACB ने आरोपी कर्मचारी इंद्रजीत को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.आरोपी क्लर्क से पूछताछ की जा रही है.

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पहले भी सामने आ चुके हैं रिश्वत लेने के केस

इससे पहले सेंट्रल इन्विटिगेशन ब्यूरो (CBI) ने दिल्ली पुलिस के एक इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल को 2 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. इंस्पेक्टर की पहचान सज्जन सिंह यादव जबकि कांस्टेबल की पहचान अमित लुच्चा के रूप में हुई थी.

CBI के अधिकारियों के मुताबिक, शिकायकर्ता ने बताया कि जालसाजी के एक मुकदमे में चार्जशीट कोर्ट में दाखिल हो चुकी थी जिसमें पीड़ित का नाम गवाह के तौर पर दर्ज था. शिकायतकर्ता ने बताया कि उस केस के जांच अधिकारी इंस्पेक्टर सज्जन सिंह यादव ने पीड़ित से सम्पर्क किया और कहा कि अगर वो साढ़े चार लाख रुपए नहीं देगा तो सप्लीमेट्री चार्जशीट में उसे आरोपी बना दिया जाएगा. 

पीड़ित से कहा गया कि 24 अप्रैल को भुवनेश्वर एयरपोर्ट आ जाए, जहां पर कांस्टेबल अमित उससे सम्पर्क करेगा. इस बात की पूरी जानकारी शिकायतकर्ता ने सीबीआई को दे दी. शिकायतकर्ता ने बताया कि वह रिश्वत देना नहीं चाहता था, इसलिए मामले की जानकारी सीबीआई को दे दी.

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