
एंटीलिया मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच के निलंबित अधिकारी सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद से हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं. एनआईए के सूत्रों का दावा है कि उनके द्वारा जब्त किए गए डिजिटल सबूतों के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ की गई है. सूत्रों ने यह भी कहा कि कुछ डाटा भी गायब हैं.
एनआईए का कहना है कि इस जांच में डिजिटल साक्ष्य महत्वपूर्ण हैं, लेकिन सचिन वाजे स्मार्ट अधिकारी हैं और उन्होंने इसके लिए लंबे समय तक योजना बनाई हो सकती है. फोन, आईपैड और डीवीआर जैसे सभी डिजिटल साक्ष्य के डाटा की रिकवरी के लिए फोरेंसिक विभाग को दिए जाएंगे.
एनआईए के अधिकारियों को यकीन है कि सचिन वाजे ने ही 25 फरवरी को खुद स्कॉर्पियो कार चलाई थी. स्कॉर्पियो कभी भी चोरी नहीं हुई थी. जल्द डीवीआर फुटेज से सबकुछ साफ हो जाएगा. हमने एक काले रंग की मर्सिडीज को जब्त की थी, हालांकि इसके मालिक के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है, लेकिन जांच में पता चला है कि कार का इस्तेमाल सचिन वाजे ने ही किया था.
ऐसा बताया जा रहा है कि इसी गाड़ी को मनसुख हिरेन ने 17 फरवरी को इस्तेमाल किया था. वाजे के पास करीब 5 गाड़ियां थीं, जिनका वो इस्तेमाल करते थे. अब सवाल ये उठता है कि एक एपीआई रैंक अधिकारी इतनी अलग-अलग कारों का यूज कैसे कर रहे थे.
बीजेपी-कांग्रेस आमने-सामने
इधर, बीजेपी नेता किरीट सौम्या ने कहा कि मैंने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर मनसुख हिरेन के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है. वहीं, कांग्रेस नेता सचिन सांवत ने इस मामले में बीजेपी से सफाई मांगी है.
उन्होंने ट्वीट करके कहा है कि 17 फरवरी को मनसुख हिरेन द्वारा कथित तौर पर इस्तेमाल की गई मर्सिडीज कार को ठाणे के बीजेपी पदाधिकारी की तस्वीर में देखा गया है. अब देखते हैं कि महाराष्ट्र बीजेपी के नेता क्या स्पष्टीकरण देते हैं?