
ड्रग्स केस में एक्टर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार करने वाले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) अफसर समीर वानखेड़े का सच क्या है? क्या सच ये है कि उन्होंने आर्यन खान को लेकर 25 करोड़ की डील करने की कोशिश की? या फिर बड़ी और रसूखदार हस्तियों पर कार्रवाई की वजह से उन्हें जबरन परेशान किया जा रहा है.
देश में न जाने कितने IRS अफसर हैं, मगर चर्चा में सिर्फ 42 साल का ये अफसर है. नाम है समीर वानखेड़े. अक्सर आसमानी रंग की शर्ट में दिखने वाले समीर वानखेड़े वहीं अफसर हैं, जिन्होंने आर्यन खान ड्रग्स केस का खुलासा किया, लेकिन इसके फौरन बाद से वो महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक के निशाने पर हैं.
सवाल ये है कि अपनी कार्रवाइयों से बॉलीवुड में खलबली मचाने वाले समीर वानखेड़े हीरो हैं या फिर खलनायक? क्या नवाब मलिक के दामाद को ड्रग्स केस में गिरफ्तार करने की वजह से ही समीर वानखेड़े को जानबूझकर विवादों में घसीटा जा रहा है? समीर वानखेड़े से जुड़े इन तमाम विवादों को समझने के लिए आपको पहले इस अफसर के बारे में जानना होगा.
2008 बैच के IRS अफसर हैं समीर वानखेड़े
मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले समीर वानखेड़े IRS यानी इंडियन रेवेन्यू सर्विस के 2008 बैच के ऑफिसर हैं. उनके पिता ज्ञानदेव वानखेड़े भी पुलिस अधिकारी रह चुके हैं. समीर वानखेड़े की छवि एक तेजतर्रार अफसर की रही है. एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद जिस तरह से उन्होंने बॉलिवुड एक्टर्स के ड्रग्स कनेक्शन खोजे और कार्रवाई की, उसके बाद समीर वानखेड़े परिचय के मोहताज नहीं रहे.
समीर वानखेड़े ने अपनी कार्रवाइयों से बॉलीवुड में खलबली मचा दी. उनकी जांच की वजह से रिया चक्रवर्ती गिरफ्तार हुई और दीपिका पादुकोण, सारा अली खान, रकुल प्रीत सिंह, अर्जुन रामपाल और श्रद्धा कपूर जैसे बड़े-बड़े सितारों को NCB
दफ्तर के चक्कर काटने पड़े. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के दामाद समीर खान को भी वानखेड़े ने ड्रग्स से जुड़े एक केस में गिरफ्तार किया.
जिसके बाद नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर प्रचार और शोहरत के लिए जानबूझकर बॉलिवुड को टारगेट करने का इल्जाम लगाने लगे. NCB में आने से पहले भी समीर वानखेड़े बॉलिवुड के कई दिग्गजों के खिलाफ कार्रवाई कर सुर्खियां बंटोर चुके हैं. साल 2010 में समीर वानखेड़े का ट्रांसफर महाराष्ट्र सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट में हुआ. सिर्फ दो सालों में वानखेड़े ने 2500 लोगों पर टैक्स चोरी के मामले में कार्रवाई की और 87 करोड़ रुपये सरकारी खजाने में जमा किए.
2011 में शाहरुख पर लगाया था जुर्माना
14 जुलाई 2011 को मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारी के रूप में समीर वानखेड़े ने
बॉलिवुड सुपर स्टार शाहरुख खान को रोक लिया था. शाहरुख खान यूरोप से छुट्टियां मनाकर लौटे थे और उनके साथ बड़ी तादात में बैग्स थे. पूछताछ के बाद समीर वानखेड़े ने ज्यादा बैग्स के लिए डेढ़ लाख रुपये का जुर्माना ठोका था.
इसी तरह साल 2011 में समीर वानखेड़े ने सोने से बनी क्रिकेट वर्ल्ड कप की ट्रॉफी को कस्टम ड्यूटी वसूलने के बाद ही एयरपोर्ट से जाने दिया. इसके दो साल बाद 2013 में समीर वानखेड़े ने बतौर कस्टम अधिकारी सिंगर मीका सिंह को तय मात्रा से ज्यादा फॉरेन करंसी के साथ पकड़ा था.
आतंकवाद से जुड़े मामले भी हैंडल कर चुके हैं समीर वानखेड़े
समीर वानखेड़े के इसी प्रदर्शन को देखते हुए उनका प्रमोशन हुआ और उन्होंने डिप्टी कमिश्नर ऑफ कस्टम के तौर पर मुंबई, आंध्र प्रदेश और दिल्ली में काम किया. इसके बाद उनकी नियुक्ति एडिश्नल एसपी के तौर पर NIA में हुई, जहां समीर वानखेड़े ने कई हाईप्रोफाइल आतंकवाद से जुड़े मामले हैंडल किए और उन्हें एक्सीलेंस इन सर्विस का मेडल मिला.
इसके बाद समीर वानखेड़े अपने गृह राज्य लौट आए. डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस में ज्वॉइंट डायरेक्टर की जिम्मेदारी मिली. ये साल था 2017. समीर वानखेड़े के नेतृत्व में सबसे बड़े सोने की तस्करी के एक हाईप्रोफाइल मामले का पर्दाफाश किया गया, लेकिन समीर वानखेड़े के करियर में सबसे बड़ा मोड़ साल 2020 में आया.
सुशांत सिंह ड्रग्स केस की जांच के दौरान आए सुर्खियों में
2020 में समीर वानखेड़े की NCB में एंट्री हुई और उन्हें अगस्त 2020 में सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स केस सौंपा गया. वानखेड़े में इस मामले में 33 लोगों से पूछताछ की और मुंबई से गोवा तक रेड डालकर बॉलीवुड में खलबली मचा दी. इसके बाद वानखेड़े पर प्रचार के लिए बॉलीवुड को निशाना बनाने के आरोप लगने लगे.
इसी बीच मुंबई से गोवा जा रहे एक क्रूज से एनसीबी ने 13 ग्राम कोकीन, 5 ग्राम एमडीएमए, 21 ग्राम चरस और एमडीएमए की 22 गोलियां मिलने का दावा किया गया. इसी मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद से वह महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक के टारगेट पर आ गए.
समीर वानखेड़े हिंदू या मुस्लिम?
नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर सर्टिफिकेट में फर्जीवाड़ा कर IRS की नौकरी हासिल करने का आरोप लगाया है. उनका दावा है कि समीर वानखेड़े ने धर्म बदलकर मुस्लिम धर्म को अपनाया. ऐसे में उन्हें आरक्षण नहीं मिल सकता था. अपने आरोप को साबित करने के लिए वो वानखेड़े की पहली शादी का निकाहनामा और तस्वीर भी शेयर की.
नवाब मलिक की दलील ये है कि अगर समीर वानखेड़े पैदाइशी हिंदू दलित थे तो धर्म बदलने के बाद वो अनुसूचित जाति के आरक्षण का फायदा नहीं ले सकते. वजह ये कि संविधान के मुताबिक धर्म बदलकर मुस्लिम या ईसाई धर्म अपनाने वालों को आरक्षण नहीं मिलता. उनके बर्थ सर्टिफिकेट में उनका धर्म मुस्लिम लिखा है और मलिक का दावा है कि ये सर्टिफिकेट असली है.
समीर वानखेड़े ने ही नहीं उनके पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने भी एक मुस्लिम महिला से शादी की थी. नवाब मलिक का आरोप है कि ज्ञानदेव वानखेड़े ने भी धर्म बदल लिया था. इस लिहाज से उनकी भी जांच होनी चाहिए क्योंकि उन्होंने भी नौकरी में आरक्षण का फायदा उठाया. ज्ञानदेव वानखेड़े ने समीर के निकाहनामे को सही ठहराया और ये भी माना कि निकाह के लिए समीर को मुस्लिम बताया गया.
आर्यन केस में डिलिंग की कोशिश का भी आरोप
इन सबके बीच आर्यन केस के गवाह प्रभाकर सैल ने आजतक से बातचीत में कहा था कि उन्होंने केस के स्वतंत्र गवाह किरण गोसावी को सैम डिसूजा से बात करते सुना था जिसमें 25 करोड़ की डील हो रही थी. इस आरोप का सैल ने शपथ पत्र भी बनवाया है. महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक का कहना है कि इस केस के सभी किरदार समीर वानखेड़े, केपी गोसावी, प्रभाकर सैल और समीर वानखेडे के ड्राइवर की सीडीआर निकालकर जांच होनी चाहिए.
खैर पूरे मामले में कहीं न कहीं कोई बड़ा घालमेल है. नवाब मलिक हर दिन समीर वानखेड़े औऱ उनके परिवार को लेकर नए-नए दस्तावेज लेकर आ रहे हैं और वानखेड़े परिवार के लिए उन पर सफाई देना मुश्किल हो रहा है.