
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मेरठ से लौट रहे हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर हमला हुआ था. पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. हमलावर ने अब हथियार लेने से लेकर असदुद्दीन ओवैसी पर फायरिंग करने और मौके से फरार होने तक, पुलिस की पूछताछ में कई खुलासे किए हैं.
पुलिस के मुताबिक असदुद्दीन ओवैसी पर फायरिंग करने वाला आरोपी सचिन बड़ा नेता बनना चाहता था. उसने पुलिस को बताया है कि वो असदुद्दीन ओवैसी की स्पीच से गुस्से में रहता था. ओवैसी की स्पीच से आहत होकर उसने अपने करीबी दोस्त शुभम के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी. उसने मेरठ के अपने दोस्त आलिम से पिस्टल ली.
सचिन ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि जब आलिम से हथियार लिया तो उसने पूछा कि क्या करना है हथियार का. आलिम को बताया कि मर्डर करना है. हथियार लेने के बाद पूरी प्लानिंग की. ओवैसी पर हमले की साजिश कई दिन से रची जा रही थी. लगातार सोशल मीडिया के जरिए ओवैसी की लोकेशन देख रहा था.
पुलिस के मुताबिक सचिन ने बताया है कि सोशल मीडिया के माध्यम से पता चल जाता था कि ओवैसी की कब और कहां जनसभा होनी है. सचिन ने ये बताया है कि वह ओवैसी के कई कार्यक्रमों में गया लेकिन अधिक भीड़ के कारण हमला नहीं कर पाया. फिर पता चला कि ओवैसी मेरठ में उम्मीदवार आरिफ के प्रचार के लिए जाने वाले हैं. मेरठ पहुंचा तो वहां भी भीड़ होने के कारण प्लान चेंज कर दिया.
ओवैसी से पहले पहुंच गए थे टोल
सचिन ने बताया है कि ओवैसी के पहुंचने से पहले ही पिलखुआ टोल पहुंच गया और उनके आते ही उनकी कार पर फायरिंग करना शुरू कर दिया. ओवैसी पर गोली उनकी हत्या करने की नीयत से चलाई थी लेकिन फायरिंग करने लगा तो वे नीचे की ओर झुक गए. आरोपी के मुताबिक उसने नीचे की ओर भी फायर किया. लगा कि ओवैसी को गोली लग चुकी है तब वो मौके से भाग निकला.
बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी पर मेरठ से दिल्ली लौटते समय टोल प्लाजा के समीप हमला हुआ था. इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था. पुलिस ने इस मामले में आरोपी सचिन और शुभम को उसी दिन गिरफ्तार कर लिया था. हथियार मुहैया कराने वाले आलिम को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.