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असम पुलिस ने किया बांग्लादेशी आतंकी संगठन ABT के मॉड्यूल का पर्दाफाश, PFI के लोग भी करते हैं काम

असम पुलिस अधिकारी ने कहा कि पूछताछ के दौरान हुसैन ने बताया कि वह बारपेटा जिले के पीएफआई का अध्यक्ष था. ABT में शामिल होने से पहले वह निचले असम में PFI के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा था, लेकिन बाद में एबीटी में शामिल होने के लिए इस्तीफा दे दिया.

फाइल फोटो फाइल फोटो
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 04 जून 2022,
  • अपडेटेड 12:39 AM IST
  • बांग्लादेशी आतंकी संगठन ABT के मॉड्यूल का पर्दाफाश
  • PFI के कार्यकर्ताओं ने असम पुलिस को बताया

असम पुलिस ने शनिवार को बताया कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और बांग्लादेशी आतंकी संगठन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (ABT) के बीच संबंध हैं. पुलिस अधिकारी के मुताबिक, उन्होंने एबीटी आतंकी मॉड्यूल का खुलासा करते हुए अप्रैल महीने में 16 लोगों को गिरफ्तार किया है.  

असम पुलिस के अधिकारी अनुसार, कुछ पीएफआई कार्यकर्ता बांग्लादेश में स्थित अल-कायदा आतंकी संगठन से प्रेरित इस्लामिक चरमपंथी समूह एबीटी के लिए काम कर रहे हैं और वे राज्य में पीएफआई की सभी गतिविधियों की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं. असम पुलिस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) (विशेष शाखा) हिरेन नाथ ने इसकी पुष्टि की है.

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बारपेटा जिले का PFI अध्यक्ष था हुसैन 

एजेंसी के मुताबिक, पुलिस अधिकारी ने कहा कि पूछताछ के दौरान हुसैन ने बताया कि वह बारपेटा जिले के पीएफआई का अध्यक्ष था. अंसारुल्लाह बांग्ला टीम में शामिल होने से पहले वह निचले असम में पीएफआई के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा था, लेकिन बाद में एबीटी में शामिल होने के लिए इस्तीफा दे दिया जहां उसे मेहदी हसन द्वारा प्रशिक्षित किया गया था. 

एडीजीपी के मुताबिक, असम पुलिस ने अब तक पीएफआई और सीएफआई के खिलाफ 18 मामले दर्ज किए हैं. उन्होंने बताया, "18 मामलों में से 16 पीएफआई के खिलाफ दर्ज हैं, जबकि अन्य दो मामले सीएफआई के खिलाफ दर्ज हैं." 

संवेदनशील मुद्दे पर भड़काते हैं PFI के लोग 

पुलिस अधिकारी हिरेन नाथ ने बताया, "इस समूह या कार्यकर्ताओं के तौर-तरीकों में से एक यह है कि देश में कहीं भी कुछ भी हो रहा है जिसका असम से कोई संबंध भी नहीं है- चाहे वह हिजाब का मुद्दा हो या कुछ मंदिर, मस्जिद. वे इसे यहां प्रदर्शित करेंगे, विशेष रूप से गुवाहाटी शहर, गोलपारा, बारपेटा, बक्सा, धुबरी और बराक घाटी के कुछ हिस्सों सहित निचले असम क्षेत्र में. वे लोगों को भड़का रहे हैं और यह देश के लिए बहुत खतरनाक है." 

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जिहादी साहित्य हुआ बरामद 

पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए लोगों से बंगाली और अरबी में छपी कुछ सामग्री बरामद की गई है, जिसमें जिहाद सिखाने वाला साहित्य, जिहाद कैसे करना है, लोगों को जिहाद के लिए कैसे आकर्षित करना है, जिहादी के लिए क्या आवश्यकताएं हैं, और ये सभी चीजें शामिल हैं. हम इसकी जांच कर रहे हैं.  

यूपी पुलिस को मदद की पेशकश 

एजेंसी के मुताबिक, पुलिस अधिकारी हिरेन नाथ ने आश्वासन दिया, "अगर कोई सामाजिक शांति और शांति भंग करने की कोशिश करता है या कानून अपने हाथ में लेता है तो हम उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे." नाथ ने शुक्रवार को कानपुर में हुई हिंसा के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस की मदद करने की भी पेशकश की. बता दें कि कानपुर में बीते शुक्रवार को बाजार बंद को लेकर अलग-अलग समुदायों के दो समूहों के बीच हिंसक झड़प हो गई. इस झड़प के बाद दो लोग और एक पुलिसकर्मी घायल हो गया. इसमें यूपी पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तारी की जाएगी.
 

 

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