
हरियाणा के भिवानी में जली हुई बोलेरो में दो कंकाल मिलने के मामले में राजस्थान के डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि इस केस में रिंकू सैनी के अलावा 8 और आरोपियों को नामजद किया गया है. इनकी गिरफ्तारी के लिए राज्य पुलिस हरियाणा पुलिस का लगातार सहयोग कर रही है. भरतपुर रेंज आईजी और एसपी इस मामले में हरियाणा पुलिस अधिकारियों के संपर्क में हैं. साथ ही वो भी हरियाणा डीजीपी से संपर्क बनाए हुए हैं.
डीजीपी ने बताया कि अभी तक जहां भी हरियाणा में राजस्थान पुलिस गई है, वहां की स्थानीय पुलिस को साथ लेकर ही कार्रवाई की गई है. हरियाणा के नूंह जिले में एक आरोपी श्रीकांत के परिजनों के साथ मारपीट के आरोप के मामले में डीजीपी ने कहा कि राजस्थान पुलिस स्थानीय पुलिस के साथ ही मौके पर गई थी. किसी भी तरह से मानवाधिकारों का हनन नहीं किया गया है.
डीजीपी ने कहा कि राजस्थान पुलिस काननू के हिसाब से जांच करती आई है. मामले में नामजद किए आरोपियों के अलावा संदिग्धों के बारे में भी जांच जारी है. बता दें कि मामले में भरतपुर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटे में ही हरियाणा निवासी आरोपी रिंकू सैनी (32) को गिरफ्तार कर लिया गया था.
वहीं, इस घटना को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हरियाणा पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. हम राजस्थान पुलिस के साथ समन्वय कर रहे हैं. आरोपी बख्शे नहीं जाएंगे.
16 फरवरी को बोलेरो में मिले थे दो कंकाल
गौरतलब है कि हरियाणा के भिवानी में लोहारू के बारवास गांव के पास एक जली हुई बोलेरो में 16 फरवरी को दो कंकाल मिले थे. मृतकों की पहचान नासिर (25) और जुनैद (35) के तौर पर हुई है. दोनों राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले हैं. मृतकों के परिजनों ने आरोप लगाया है कि बजरंग दल के कार्यतकर्ताओं ने दोनों का भरतपुर से अपहरण किया और हत्या कर दी. दोनों का शव भरतपुर से करीब 200 किलोमीटर दूर भिवानी के लोहारू में मिला था. जुनैद पर गो तस्करी के 5 मामले दर्ज थे. जबकि नासिर का कोई क्राइम रिकॉर्ड नहीं मिला है.
मृतकों के चचेरे भाई ने दर्ज कराई थी शिकायत
मृतकों के चचेरे भाई खालिद ने गोपालगढ़ थाने में नासिर और जुनैद के अगवा होने की शिकायत दर्ज कराई थी. खालिद की शिकायत के मुताबिक, उसके दो चचेरे भाई जुनैद और नासिर हरियाणा के फिरोजपुर में किसी काम से निकले थे. लेकिन किसी अनजान व्यक्ति ने उसे बताया कि एक बोलेरो कार में कुछ लोग मारपीट करते हुए दो लोगों को जंगल की ओर ले गए.
खालिद ने अपनी शिकायत में बताया कि जब वे परिजनों के साथ गोपालगढ़ के पीरुका के जंगल में पहुंचे, तो उन्हें वहां कार के टूटे शीशे के टुकड़े मिले. स्थानीय लोगों ने बताया कि बोलेरो कार में सवार दो लोगों के साथ हरियाणा के रहने वाले अनिल, श्रीकांत, रिंकू सैनी, लोकेश सिंगला, मोनू मारपीट कर रहे थे. वे उसी कार में उन्हें ले गए. खालिद ने शिकायत में इन पर अपहरण करने का आरोप लगाया था.
हत्याकांड को लेकर मोनू मानेसर का बयान
मोनू मानेसर बोला- मुझे फंसाया जा रहाउधर, मोनू मानेसर ने वीडियो जारी कर कहा है कि बजरंग दल की कोई भी टीम वहां मौजूद नहीं थी. मेरे ऊपर लगाए गए आरोप निराधार हैं. ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. हमें इस घटना के बारे में सोशल मीडिया से पता चला है. इस घटना में जो भी आरोपी हैं, उनपर सख्त से सख्त कार्रवाई हो. हम जांच में सहयोग करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. मोनू ने मामले में सीबीआई जांच की मांग की है.
बिना सबूतों के केस दर्ज कराना गलत- बजरंग दल
इस मामले में बीते दिन गुरुग्राम में बजरंग दल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और हत्या मामले में शोक जताया था. इस दौरान कहा था कि बजरंग दल के सदस्यों के खिलाफ बिना सबूतों के आधार पर मामला दर्ज कराना गलत है. पुलिस इस मामले जांच पूरी करे, जो भी आरोपी हैं, उन्हें गिरफ्तार करे. अपहरण और हत्या मामले से बजरंग दल के सदस्यों का कोई संबंध नहीं है. राजस्थान सरकार इस मामले पर राजनीतिक फायदा ले रही है. साथ ही सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने की कोशिश कर रही है. गौ-रक्षकों को बेवजह निशाना बनाया जा रहा है.
राजनीतिक दुर्भावना से ग्रस्त है राजस्थान सरकार- VHP
विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी. साथ ही आरोप लगाया था कि राजनीतिक दुर्भावना से बजरंग दल का नाम मामले में घसीटा जा रहा है. विहिप के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि बिना प्राथमिक जांच के राजस्थान पुलिस ने तस्करों के भाई द्वारा बताए गए लोगों को घटना का जिम्मेदार मान लिया है. राजस्थान सरकार राजनीतिक दुर्भावना से ग्रस्त है और समाज को उससे न्याय की उम्मीद नहीं है.