
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में बीकानेर एक्सप्रेस (Bikaner Express) हादसे के पीछे वजह संभवत इंजन में हुई कोई मैकेनिकल खराबी थी. 'आजतक' ने हादसे की वजह जानने के लिए डीजी आरपीएफ संजय चंद्र और बीकानेर एक्सप्रेस के लोको पायलट और सह पायलट से बातचीत की.
बीकानेर एक्सप्रेस के पायलट प्रदीप कुमार और सह-पायलट अभिषेक रोशन के मुताबिक, सभी सिग्नल हरे थे और ट्रेन लगभग 90 से 95 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जा रही थी. इसी दौरान अचानक से एक बहुत बड़ा झटका महसूस हुआ और हमने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाएं. इमरजेंसी ब्रेक लगाते ही गाड़ी रुक गई, लेकिन पीछे कि कई बोगियां पटरी से उतर गईं. हालांकि, झटके की वजह क्या रही? इस बारे में न प्रदीप कुमार और न ही अभिषेक कोई कारण बता पाए.
वहीं, डीजी आरपीएफ संजय चंदर के मुताबिक, प्राथमिक जांच से संकेत मिल रहा है कि इंजन के नीचे लगी ट्रेक्शन मोटर के वजह से संभवत यह हादसा हुआ है. हालांकि, मामले की पूरी जांच के बाद ही पुख्ता तौर पर कुछ कहा जा सकता है. बहरहाल, इंजन के नीचे लगी मोटर झूलकर बिल्कुल पटरियों से सटी हुई पड़ी है.
इस बीच कमीशन ऑफ़ रेलवे सिक्योरिटी की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है. जांच शुरू हो गई है. लोको पायलट और सह पायलट से जानकारी ली जा रही है.
अब तक आधिकारिक तौर पर मरने वालों की संख्या 9 हो चुकी है, जबकि 35 लोग घायल हैं. सभी घायलों को उत्तर बंगाल के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. इनमें से नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज में दाखिल कुछ लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है.