
पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा में BJP नेता का शव पेड़ से लटका मिला है. युवक के दोनों हाथ बंधे थे. घटना के बाद गांव वालों ने हंगामा कर दिया. मौके पर पुलिस पहुंची तो लोगों ने सरकारी वाहन को घेर लिया और विरोध-प्रदर्शन किया. पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ की कोशिश की गई है.
घटना बांकुड़ा के गंगाजलघाटी थाना इलाके के निधिरामपुर गांव की है. जानकारी के मुताबिक, बुधवार सुबह एक स्कूल परिसर में BJP नेता दीपू मिश्रा का शव पेड़ से लटकता देखा गया. सूचना मिलने पर पुलिस जब पहुंची तो ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया और पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ की कोशिश भी की. पुलिस सूत्रों के मुताबिक दीपू पिछले कई दिनों से घर से बाहर रह रहा था. एक दिन पहले ही घर लौटा था.
'पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ की कोशिश'
सूत्रों का कहना है कि दीपू की मौत मामले में जांच की जरूरत है. दीपू का गांव में ही एक महिला से संपर्क था. पुलिस ने जब उस महिला को हिरासत में लेने की कोशिश की तो पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ की कोशिश की गई. दीपू ने पंचायत चुनाव भी लड़ा था. स्थानीय BJP नेताओं का कहना है कि इसके पीछे राजनीतिक साजिश है. दीपू की हत्या की गई है.
'हत्या कर शव को पेड़ से लटकाया'
वहीं, नेता विपक्ष और बीजेपी लीडर सुवेंदु अधिकारी ने टीएमसी पर आरोप लगाए. उन्होंने कहा, टीएमसी के गुंडों ने दीपू मिश्रा की हत्या कर उनके हाथ बांधकर शव को पेड़ से लटका दिया है. अधिकारी ने कहा, दीपू ने निधिरामपुर से पंचायत चुनाव लड़ा था. ये सालतोरा विधानसभा क्षेत्र में आता है. टीएमसी के चोर और गुंडे दीपू की बढ़ती लोकप्रियता और भ्रष्टाचार के खिलाफ रुख को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे.
'बीजेपी ने सीबीआई जांच की मांग उठाई'
सुवेंदु अधिकारी ने कहा, बांकुड़ा जिला पुलिस को इस घटना की गहनता से जांच करनी चाहिए. इसके साथ पिछले महीने एसपी द्वारा जारी एक आदेश संलग्न है. ऐसा लगता है कि वो अपने पद की सीमाओं को पार कर सीधा नियंत्रण हासिल करना चाहते थे. यह आदेश प्रशासनिक न होकर राजनीतिक प्रतीत होता है. जिला पुलिस यूनिट वर्दी में टीएमसी कैडर के अलावा और कुछ नहीं हैं. उनका एकमात्र काम यह करना है कि टीएमसी पार्टी का अस्तित्व लंबे समय तक बना रहे.
उन्होंने आगे कहा, मैं सीबीआई जांच की मांग करता हूं. पुलिस अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए सबूतों से छेड़छाड़ करने और सत्तारूढ़ टीएमसी पार्टी से जुड़े दोषियों को बचाने की पूरी कोशिश करेगी.