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दिल्ली में शूटआउट, सोनीपत में एनकाउंटर... हिमांशु भाऊ गैंग के शार्प शूटर्स के खात्मे की Inside Story

दिल्ली के रजौरी गार्डन के बर्गर किंग आउटलेट में हुए शूटआउट में शामिल तीन बदमाशों को दिल्ली पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है. हरियाणा के सोनीपत में हुए इस एनकाउंटर में पुलिस और गैंगस्टरों के बीच 43 राउंड फायरिंग हुई है.

तीन बदमाशों को दिल्ली पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है. तीन बदमाशों को दिल्ली पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 13 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 9:26 PM IST

दिल्ली के रजौरी गार्डन के बर्गर किंग आउटलेट में हुए शूटआउट में शामिल तीन बदमाशों को दिल्ली पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है. हरियाणा के सोनीपत में हुए इस एनकाउंटर में पुलिस और गैंगस्टरों के बीच 43 राउंड फायरिंग हुई, जिसमें तीन गैंगस्टर आशीष उर्फ ​​लालू, सनी खरार और विक्की रिधाना मारे गए, जबकि दिल्ली पुलिस का एक सब इंस्पेक्टर घायल हो गया है.

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एनकाउंटर के बाद एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गैंगस्टरों ने 24 राउंड गोलियां चलाई, जबकि पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में 19 राउंड गोलियां चलाई हैं. हरियाणा के रहने वाले आशीष उर्फ ​​लालू और विक्की रिधाना ने 18 जून को राजौरी गार्डन बर्गर किंग आउटलेट में 26 वर्षीय अमन जून की गोली मारकर हत्या कर दी थी. ये शूटआउट दो गैंग के बीच गैंगवार का नतीजा था.

विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) शालिनी सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम ने शुक्रवार रात करीब 8.40 बजे रोहतक-चिनौली रोड पर किआ सेल्टोस कार में सवार तीन लोगों को रोका. पुलिस को देखकर वो मौके से भागने की कोशिश करने लगे. इस दौरान कच्ची सड़क की ओर चले गए, लेकिन उनकी गाड़ी एक खेत के पास फंस गई. इसके बाद पुलिस ने घेर लिया.

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तीनों आरोपियों ने कार में बैठे हुए पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी. इस दौरान एक गोली एसआई अमित के पैर, एक गोली डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस अमित गोयल और एसीपी उमेश बर्थवाल के बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी. इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी.. पुलिस ने 19 राउंड गोलियां चलाईं, जिनमें से सनी को पांच, आशीष और विक्की को तीन-तीन गोलियां लगीं.

इन बदमाशों पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. तीनों हिमांशु भाऊ गैंग के सदस्य हैं, जो कि पुर्तगाल से गैंग को ऑपरेट करता है. एक सप्ताह पहले ही उसने सोशल मीडिया पर दावा किया था कि पुलिस ने उसके गैंग के तीन सदस्यों को पकड़ लिया है. उन्हें फर्जी मुठभेड़ में मारा जा सकता है. हालांकि, बाद में इस पोस्ट को हटा दिया गया. ये पुलिस पर दबाव बनाने की रणनीति हो सकता है.

दिल्ली पुलिस ने एनकाउंटर के बाद साफ कर दिया कि सोनीपत में मुठभेड़ से पहले तीनों आरोपियों को कभी नहीं पकड़ा गया था. तीनों बहुत ही खतरनाक शूटर थे, जो किसी पर भी गोली चलाने से नहीं डरते थे. उन्होंने पहले भी कई ऑटो शोरूम, मिठाई की दुकानों पर गोलीबारी की थी और व्यापारियों से पैसे वसूलने के लिए धमकी दी थी. इतना ही नहीं उन्हें डराने के लिए गोलीबारी भी की थी.

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मारे गए गैंगस्टरों में आशीष उर्फ ​​लालू और विक्की रिधाना ने इसी साल मार्च में मुरथल में गुलशन डाबा के बाहर एक व्यापारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. हरियाणा पुलिस ने दोनों पर एक लाख रुपए से अधिक का इनाम घोषित कर रखा था. इस मुठभेड़ की कार्रवाई दिल्ली पुलिस के डीसीपी अमित गोयल और हरियाणा एसटीएफ के उपाधीक्षक इंदीवीर के नेतृत्व में की गई थी.

बर्गर किंग शूटआउट की पूरी कहानी...

18 जून 2024. रात के करीब 9 बज कर 40 मिनट. दिल्ली के रजौरी गार्डन इलाके में स्थित बर्गर किंग का आउटलेट. लोग बर्गर के मजे ले रहे थे. कस्टमर्स में एक कपल भी बैठा था. इनके ठीक पीछे दो और भी लड़के मौजूद थे. बर्गर किंग में मौजूद इन चार में से तीन लोगों को छोड़ कर और किसी को पता नहीं था कि यहां अगले ही पल क्या होने वाला है. तीन बोले तो ये एक लड़की और उसके पास बैठे दो लड़के. 

चौथा लड़का तो बस यहां होने वाली वारदात का शिकार बनने वाला था, जबकि बाकी के कस्टमर्स का इस वारदात से कोई लेना-देना ही नहीं था. 9 बजकर 41 मिनट और 54 सेकंड. अचानक कपल के पीछे बैठे दो लड़के अपनी सीट से उठते हैं और बिल्कुल फिल्मी स्टाइल में कपल के मेल पार्टनर को टारगेट करने लगे. ये दोनों लड़के एक खूंखार क्राइम सिंडिकेट के वो शूटर थे, जो यहां किसी का क़त्ल करने के इरादे से पहुंचे थे. 

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ये शूटर अपनी प्लानिंग के मुताबिक इस लड़के को निशाने पर लेकर बिल्कुल करीब से गोली चला देते हैं. हालांकि शायद पहली गोली मिसफायर हो जाती है और लड़का अपनी जान बचाने के लिए सीट से उठ कर आउटलेट के काउंटर की तरफ भागने लगता है. इस भयानक वारदात से पूरे आउटलेट में चीख पुकार मच जाती है. पलक झपकते ही पूरा का पूरा आउटलेट खाली हो जाता है. लेकिन शूटर पीछे नहीं हटते. 

वो लड़के का पीछा करते हुए आगे बढ़ते हैं. कूद कर आउटलेट के डिलिवरी काउंटर के अंदर दाखिल हो जाते हैं. फिर इसके बाद तो वो एक के बाद एक इतनी गोलियां चलाते हैं कि मौका ए वारदात पर खोखा बीनने वाली पुलिस के भी हाथ थक जाते हैं. क्या यकीन करेंगे कि जब इस शूटआउट के बाद रजौरी गार्डन की पुलिस यहां पर पहुंची तो आउटलेट के इस काउंटर के अंदर 38 से 40 गोलियों के खोल पड़े हुए थे. 

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