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मुंबई के बिजनेसमैन के ठिकानों पर CBI की रेड, इंडियन ओवरसीज बैंक को लगाया करोड़ों का चूना

सीबीआई ने मुंबई के बिजनेसमैन के ठिकानों पर छापा (CBI Raids) मारा है. आरोप है बिजनेसमैन ने इंडियन ओवरसीज बैंक (Indian Overseas Bank) को करोड़ों का चूना लगाया है. सीबीआई की टीम बिजनेसमैन के घर और ऑफिस पर दस्तावेजों की जांच कर रही है. बताया जा रहा है कि बिजनेसमैन के पुणे और नवी मुंबई में भी कुछ प्रोजेक्ट चल रहे हैं, उनमें भी गड़बड़ी हो सकती है.

मुंबई के व्यापारी के घर सीबीआई की रेड. (Representational image) मुंबई के व्यापारी के घर सीबीआई की रेड. (Representational image)
दीपेश त्रिपाठी
  • मुंबई,
  • 11 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 5:55 PM IST

मुंबई के व्यापारी विनोद जातीय के घर सीबीआई ने छापेमारी की है. बताया जा रहा है कि व्यापारी ने इंडियन ओवरसीज बैंक (Indian Overseas Bank) को लगभग 70 करोड़ रुपए का चूना लगाया गया था. इस मामले में सीबीआई ने केस दर्ज किया था. इसी केस की जांच करने सीबीआई की टीम व्यापारी विनोद जातिया के ठिकानों तक पहुंची है. 

बैंक के आरोपों के अनुसार, दिलशाद ट्रेडिंग कंपनी और उसके प्रमोटर विनोद जातीय और उनके रिश्तेदारों ने बैंक के साथ धोखाधड़ी की है. उन्होंने गलत दस्तावेज बैंक को दिए थे. इस मामले में सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि आरोपी कंपनी ने अपने देनदारों, लेनदारों और संबंधित संस्थाओं के साथ कई लेनदेन किए, लेकिन उसका कोई लेखाजोखा दस्तावेजों में दर्ज नहीं है.

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बताया जा रहा है कि रेड के दौरान सीबीआई को इस केस से जुड़े कई दस्तावेज आरोपी के घर से और ऑफिस से मिले हैं. टीम इन दस्तावेजों की जांच कर रही है. जातीय रियल इस्टेट ग्रुप के अकाउंट में गड़बड़ी मिली है. बोगस ट्रांजेक्शन और बिल पाए गए हैं.

पुणे और इंदौर के प्रोजेक्ट में भी गड़बड़ी की आशंका

इस गड़बड़ी में सीबीआई के रडार पर जातीय ग्रुप के पुणे और नवी मुंबई में बन रहे प्रोजेक्ट भी हैं. सीबीआई को शक है कि यहां भी पैसों के लेनदेन में गड़बड़ी की गई है. सीबीआई इन प्रोजेक्ट के खंगाल रही है.

जातीय और उनके परिवार के खिलाफ इंडियन ओवरसीज बैंक ने सीबीआई को पत्र लिखकर पैसों की गड़बड़ी की जानकारी दी थी. इसमें बैंक ने लिखा था कि दिए गए फंड्स को अवैध तरीके से अलग अलग खातों में डाला गया है. फोरेंसिक ऑडिट में कई अनियमितताएं मिली हैं. जो सामान खरीदा गया है, उसके बिल या दस्तावेज कंपनी के पास नहीं हैं. फिलहाल इस केस में सीबीआई जांच कर रही है.

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