
Code of Criminal Procedure: दंड प्रक्रिया संहिता में न्यायालय (Court) और पुलिस (Police) के काम करने की प्रक्रिया (Process) के बारे में प्रावधान दिए गए हैं. इसी प्रकार से सीआरपीसी (CrPC) की धारा 60A (Section 60A) में गिरफ्तारी का सर्वथा संहिता के अनुसार ही किया जाना बताया गया है. आइए जानते हैं कि सीआरपीसी की धारा 60 में क्या प्रावधान है?
सीआरपीसी की धारा 60A (CrPC Section 60A)
दंड प्रक्रिया संहिता (Code of Criminal Procedure) की धारा 60A (Section 60A) में गिरफ्तारी का सर्वथा संहिता के अनुसार ही किया जाना (The arrest will be done strictly according to the code) बताया गया है. CrPC की धारा 60A के अनुसार कोई गिरफ्तारी (arrest) इस संहिता (code) या गिरफ्तारी के लिए उपबंध (Provisions) करने वाली तत्समय प्रवृत्त (for the time being in force) किसी अन्य विधि (law) के उपबंधों के अनुसार ही की जाएगी.
इसे भी पढ़ें--- CrPC Section 60: फरार आरोपी को फिर से पकड़ने का प्रावधान बताती है CrPC की धारा 60
क्या होती है सीआरपीसी (CrPC)
सीआरपीसी (CRPC) अंग्रेजी का शब्द है. जिसकी फुल फॉर्म Code of Criminal Procedure (कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसिजर) होती है. इसे हिंदी में 'दंड प्रक्रिया संहिता' कहा जाता है. CrPC में 37 अध्याय (Chapter) हैं, जिनके अधीन कुल 484 धाराएं (Sections) मौजूद हैं. जब कोई अपराध होता है, तो हमेशा दो प्रक्रियाएं होती हैं, एक तो पुलिस अपराध (Crime) की जांच करने में अपनाती है, जो पीड़ित (Victim) से संबंधित होती है और दूसरी प्रक्रिया आरोपी (Accused) के संबंध में होती है. सीआरपीसी (CrPC) में इन प्रक्रियाओं का ब्योरा दिया गया है.
1974 में लागू हुई थी CrPC
सीआरपीसी के लिए 1973 में कानून (Law) पारित किया गया था. इसके बाद 1 अप्रैल 1974 से दंड प्रक्रिया संहिता यानी सीआरपीसी (CrPC) देश में लागू हो गई थी. तब से अब तक CrPC में कई बार संशोधन (Amendment) भी किए गए है.
ये भी पढ़ेंः