
Code of Criminal Procedure: दंड प्रक्रिया संहिता की धाराएं कोर्ट (Court) और पुलिस (Police) की कार्य प्रणाली में प्रयोग होने वाली कानूनी प्रक्रियाओं (Legal procedures) के बारे में विधिपूर्ण जानकारी देती हैं. इसी प्रकार सीआरपीसी (CrPC) की धारा 99 (Section 99) में तलाशी-वारंटों का निदेशन आदि की प्रक्रिया (Procedure) को परिभाषित (Define) किया गया है. चलिए जानते हैं कि सीआरपीसी की धारा 99 इस बारे में क्या जानकारी देती है?
सीआरपीसी की धारा 99 (CrPC Section 99)
दंड प्रक्रिया संहिता (Code of Criminal Proced) की धारा (99 Section 99) तलाशी-वारंटों (Search warrants) का निदेशन आदि के बारे में जानकारी देती है. CrPC की धारा 99 के अनुसार, धारा 38, 70, 72, 74, 77, 78 और 79 के उपबंध, जहां तक हो सके, उन सब तलाशी-वारंटों (Search warrants) को लागू होंगे जो धारा 93, धारा 94, धारा 95 या धारा 97 के अधीन (Under) किए जाते हैं।
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क्या है सीआरपीसी (CrPC)
सीआरपीसी (CRPC) अंग्रेजी का शब्द है. जिसकी फुल फॉर्म Code of Criminal Procedure (कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसिजर) होती है. इसे हिंदी में 'दंड प्रक्रिया संहिता' कहा जाता है. CrPC में 37 अध्याय (Chapter) हैं, जिनके अधीन कुल 484 धाराएं (Sections) मौजूद हैं. जब कोई अपराध होता है, तो हमेशा दो प्रक्रियाएं होती हैं, एक तो पुलिस अपराध (Crime) की जांच करने में अपनाती है, जो पीड़ित (Victim) से संबंधित होती है और दूसरी प्रक्रिया आरोपी (Accused) के संबंध में होती है. सीआरपीसी (CrPC) में इन प्रक्रियाओं का ब्योरा दिया गया है.
1974 में लागू हुई थी CrPC
सीआरपीसी के लिए 1973 में कानून (Law) पारित किया गया था. इसके बाद 1 अप्रैल 1974 से दंड प्रक्रिया संहिता यानी सीआरपीसी (CrPC) देश में लागू हो गई थी. तब से अब तक CrPC में कई बार संशोधन (Amendment) भी किए गए है.