
क्रूज ड्रग्स मामले में अब लड़ाई एनसीबी और मुंबई पुलिस के बीच शुरू होती जा रही है. मुंबई एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) पर लगे डीलिंग के आरोपों की जांच के लिए मुंबई पुलिस ने चार अफसरों की टीम बना दी है. किरण गोसावी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसी बीच क्रूज पर ड्रग्स होने की जानकारी देने वाले बीजेपी कार्यकर्ता मनीष भानुशाली (Manish Bhanushali) को भी पुलिस ने समन भेज दिया है.
बताया जाता है कि मनीष भानुशाली ही वो शख्स है जिसने एनसीबी को क्रूज में ड्रग्स होने की बात बताई थी और उसके कहने पर एनसीबी ने छापा मारा था. क्रूज पर ड्रग्स मिलने के बाद कई दिनों से भानुशाली छिपा हुआ था. उसने अपनी जान का खतरा भी बताया था. लेकिन अब मुंबई पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया है.
जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने उसे आज ही पूछताछ के लिए बुलाया है. भानुशाली को प्रभाकर सैल (Prabhakar Sail) की शिकायत पर समन जारी किया गया है.
ये भी पढ़ें-- धर्म, जाति और शादी का वो गणित, जिसमें फंस सकते हैं समीर वानखेड़े?
ड्रग्स केस में मुंबई पुलिस ने क्या-क्या किया?
- समीर वानखेड़े पर शिकंजाः प्रभाकर सैल ने हलफनामा में दावा किया है कि केपी गोसावी और सैम डिसूजा को उसने आर्यन खान को छोड़ने के बदले 25 करोड़ रुपये की डील पर चर्चा करते हुए सुना था. इसमें से कुछ रकम एनसीबी को भी जानी थी. इसी सिलसिले में मुंबई पुलिस ने वानखेड़े पर जांच शुरू कर दी है. जांच के लिए पुलिस ने 4 अफसरों की नियुक्ति की है. एसीपी दिलीप सावंत जांच को सुपरवाइज करेंगे.
- किरण गोसावी की गिरफ्तारीः पुणे पुलिस ने देर रात केपी गोसावी को धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार कर लिया है. केपी गोसावी आर्यन खान केस में एनसीबी का गवाह भी है. उसे 2018 में दर्ज हुए धोखाधड़ी के केस में गिरफ्तार किया गया है.
- मनीष भानुशाली को समनः खुद को बीजेपी कार्यकर्ता बताने वाले मनीष भानुशाली को पुलिस ने समन जारी किया है. उसे आज ही पूछताछ के लिए बुलाया गया है. भानुशाली वही शख्स है जिसने एनसीबी को क्रूज पर ड्रग्स होने की जानकारी दी थी. भानुशाली ने 6 अक्टूबर को आजतक से बातचीत में बताया था कि उसे 1 अक्टूबर को क्रूज पर ड्रग्स पार्टी होने की जानकारी मिली थी. इस बारे में उसने 2 अक्टूबर को एनसीबी को बताया था. उसके बाद एनसीबी ने क्रूज पर छापा मारा था. छापेमारी के वक्त भानुशाली भी क्रूज पर गवाह के तौर पर मौजूद था.