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दो स्टेट, एक लाश और अनजान कातिल... कहीं साजिश का शिकार तो नहीं बना दिल्ली का कारोबारी?

21 जनवरी की सुबह आगरा के ट्रांसयमुना थाने में फोन बजने लगा. थाने में एक सिपाही ने फोन उठाया. कॉल पुलिस कंट्रोल रूम से आई थी. वहां से थाने को जानकारी दी गई कि कुबेरपुर के पास सड़क पर एक शख्स की लाश पड़ी है.

पुलिस ने लाश बरामद कर मोर्चरी में रखवा दी थी पुलिस ने लाश बरामद कर मोर्चरी में रखवा दी थी
परवेज़ सागर
  • नई दिल्ली,
  • 31 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 8:42 PM IST

दिल्ली का एक कारोबारी घूमने के लिए शहर से बाहर जाता है. मगर अगले दिन सुबह से ही उस शख्स का फोन बंद हो जाता है. इसके बाद उसका कुछ अता-पता नहीं चलता. घरवाले दो दिन बाद पुलिस में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराते हैं. इसी दौरान उस शख्स के लापता हो जाने के ठीक 7 दिन बाद अचानक उसका मोबाइल फोन ऑन होता है. दिल्ली पुलिस को पता चलता है कि उस शख्स की लोकेशन यूपी के एक बड़े शहर की है. मगर पुलिस जब वहां पहुंचती है, तो एक चौंकाने वाला खुलासा होता है. 

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21 जनवरी 2023
सुबह का वक्त था. मौसम काफी सर्द था. लोग काम पर निकलने लगे थे. सड़क पर यातायात भी सामान्य तौर पर चलने लगा था. तभी आगरा के ट्रांसयमुना थाने में फोन बजने लगा. थाने में एक सिपाही ने फोन उठाया. कॉल पुलिस कंट्रोल रूम से आई थी. वहां से थाने को जानकारी दी गई कि कुबेरपुर के पास सड़क पर एक शख्स की लाश पड़ी है. सूचना देने के बाद पुलिस कंट्रोल रूम से आई कॉल कट गई. थाने की टीम फौरन हरकत में आ गई. पहले इलाके के चौकी इंचार्ज से संपर्क किया गया और फिर थाने की जीप मौके पर जाने के लिए रवाना हो गई.

मोर्चरी भिजवा दी थी लाश
कुछ देर बाद पुलिस मौके पर थी. जहां एक अज्ञात शख्स की लाश पड़ी थी. तलाशी लेने पर पता चला कि उसके पास ना तो कोई आईडी था और ना ही मोबाइल फोन. जेब से कोई पैसे वगैरह भी नहीं मिले. आस-पास तलाशी लेने पर कोई अहम सुराग या सबूत भी नहीं मिला. ऐसे में पुलिस ने लाश को मोर्चरी में रखवा दिया. मौके पर छानबीन के बाद पुलिस को लग रहा था कि मृतक किसी हादसे का शिकार हुआ है. 

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पुलिस ने किया अंतिम संस्कार  
एत्मादपुर थाना पुलिस ने अज्ञात लाश के बारे में आस-पास के इलाकों और पुलिस थानों में सूचना दी. लेकिन उस अज्ञात लाश के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली. करीब 48 घंटे इंतजार करने के बाद पुलिस ने अज्ञात शव का अंतिम संस्कार कर दिया. इस मामले में पुलिस ने लिखा पढ़ी भी कर दी. हालांकि पुलिस ने लाश की तस्वीरें और सामान वगैरह मालखाने में जमा करा दिया था. ताकि वो सब उसकी शिनाख्त के काम आए.

27 जनवरी 2023
उस दिन अचानक दिल्ली पुलिस की टीम कुछ लोगों को साथ लेकर आगरा पहुंची और स्थानीय पुलिस से संपर्क किया. दिल्ली पुलिस ने बताया कि दिल्ली का एक आढ़त कारोबारी मोहसिन 20 जनवरी को आगरा घूमने आया था. लेकिन अब तक वो दिल्ली वापस नहीं पहुंचा. इस संबंध में उसके परिवार ने दिल्ली में पुलिस को गुमशुदगी दर्ज कराई है. लापता हुए मोहसिन का मोबाइल फोन भी तभी से बंद आ रहा था. लेकिन जब 27 जनवरी को उसका मोबाइल फोन ऑन हुआ तो उसकी लोकेशन आगरा मिली है. इसलिए वो मोहसिन के घरवालों के साथ आगरा आए हैं.  

दो ऑटो चालकों के पास मिला मृतक का मोबाइल
दिल्ली पुलिस की टीम ने जब मोहसिन की तस्वीर आगरा पुलिस को दिखाई और उसका मोबाइल लोकेशन भी बताई. आगरा पुलिस ने बिना देरी किए दिल्ली पुलिस की टीम के साथ जाकर उस जगह दबिश दी. जहां मोहसिन के मोबाइल की लोकेशन ट्रैक की गई थी. इसी दौरान मोहसिन का मोबाइल फोन आगरा के दो ऑटो चालकों के पास मिला. पुलिस ने फौरन उन दोनों को गिरफ्तार कर लिया. उनकी शिनाख्त राजेश और सोनू के रूप में की गई.

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रामबाग चौराहे पर ऑटो चालकों से मिला था मोहसिन
अब दोनों आरोपी पुलिस थाने में मौजूद थे. पुलिस को लग रहा था कि मोहसिन की हत्या का मामला सुलझ गया है. इसी दौरान आगरा पुलिस ने दिल्ली पुलिस की टीम के साथ मिलकर आरोपियों से पूछताछ शुरू की. पूछताछ के दौरान राजेश और सोनू ने बताया कि 20 जनवरी को मोहसिन रामबाग चौराहे पर घूम रहा था. जब उन्होंने उससे पूछा कि क्या हुआ तो मोहसिन ने कहा कि उसके पास आईडी नहीं है. इसकी वजह से उसे किसी होटल में कमरा नहीं मिल रहा है. 

पैसे ना देने पर छीना था मोहसिन का मोबाइल
मोहसिन की बात सुनकर राजेश और सोनू ने उसे अपने घर ठहरने का ऑफर दिया. मोहसिन उनकी बात मान गया और वे उसे अपने घर ले गए. जहां उन्होंने पहले मोहसिन को खाना खिलाया और फिर वहीं सुला लिया. मगर जब मोहसिन उन्हें बिना पैसे दिए बिना वहां से जाने लगा तो उन दोनों ने उसका फोन छीनकर अपने पास रख लिया और उसे बंद कर दिया. उन दोनों ने बताया कि इसके बाद रात करीब 11 बजे मोहसिन वहां से चला गया था.

आरोपियों ने कहा- नहीं किया मोहसिन का कत्ल
पुलिस ने जब मोहसिन के कत्ल की बात उन दोनों से पूछी तो उन दोनों ने खुद को बेकसूर बताया कि उन्होंने मोहसिन की हत्या नहीं की. पुलिस ने सख्ती के साथ भी पूछा लेकिन दोनों ने यही बताया कि उन्होंने मोहसिन को नहीं मारा. हालांकि पुलिस अभी भी इस मामले की छानबीन में जुटी है. 

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कहां है मोहसिन की गोल्ड चेन और नकदी?
उधर, इस मामले में मोहसिन के घरवालों ने आगरा पुलिस को बताया कि मोहसिन 20 जनवरी को आगरा घूमने आया था. उसने गले में सोने की चेन पहनी हुई थी और उसके पास करीब 40 से 50 हजार रुपये भी थे. हालांकि इस मामले में कुछ सवाल ऐसे हैं, जिनके जवाब मिलना भी ज़रूरी है-

पहला सवाल- मोहसिन के पास आधार या पहचान पत्र जैसी कोई आईडी कैसे और क्यों नहीं थी?
दूसरा सवाल- क्या मोहसिन की हत्या के पीछे कोई बड़ी साजिश है?
तीसरा सवाल- क्या मोहसिन के कत्ल की साजिश के तार दिल्ली से ही जुड़े हैं?
चौथा सवाल- अगर मोहसिन का कत्ल उसके साथ लूट करने वाले दो आरोपियों ने नहीं किया तो कातिल कौन था?

ये कुछ ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब आगरा पुलिस को तलाश करने है. पुलिस अभी मोहसिन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का अवलोकन भी कर रही है. क्योंकि उसकी लाश पर कई चोट के निशान भी मौजूद थे. जो किसी दुर्घटना की तरफ भी इशारा करते हैं.  

एसीपी आर.के.सिंह कर रहे हैं जांच की निगरानी
इस केस की जांच पर नजर रखने वाले छत्ता सर्किल के एसीपी आर.के. सिंह ने फोन पर 'आजतक' को जानकारी देते हुए बताया कि प्रारंभिक जांच में जो भी तथ्य सामने आएं हैं, और जो इंजरी डेड बॉडी पर मिली हैं, उसे देखकर मामला दुर्घटना जैसा लग रहा है. लेकिन अभी इस मामले में साफ तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता क्योंकि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों की सीडीआर निकलवाई जा रही है. ताकि लाश की बरामदगी वाले स्थान और उनके घर की लोकेशन पर उन दोनों की मौजदूगी देखी जा सके. तभी यह मामला साफ होगा. 

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दोनों आरोपी लूट के मामले में गए जेल
एसीपी सिंह ने बताया कि जब मोहसिन दोनों ऑटो चालकों को मिला था, तब वह ड्रिंक किए हुए था. उन्होंने कहा कि पकड़े गए दोनों आरोपियों के खिलाफ लूट का मामला दर्ज किया गया है. पूछताछ के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया है. अब उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही आगरा पुलिस इस मिस्ट्री का खुलासा करेगी.

 

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