
Shraddha Walker Murder Case: पूरे देश को सन्न कर देने वाले श्रद्धा वॉल्कर मर्डर केस में सबकी निगाहें पुलिस (Police) और फोरेंसिक टीम (Forensic Team) की जांच पर लगी है. पुलिस इस सनसनीखेज हत्याकांड के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला की निशानदेही पर सबूत जुटाने की कोशिश कर रही है. इस केस में फोरेंसिक टीम की भूमिका खास है. ऐसे में श्रद्धा मर्डर केस की जांच करने वाली फोरेंसिक टीम के चीफ ने 'आजतक' को बताया कि मौका-ए-वारदात पर केवल एक जगह खून का निशान मिला है और वो जगह है उस फ्लैट का किचन.
गुरुवार को श्रद्धा मर्डर केस की तहकीकात में जुटी दिल्ली पुलिस और फोरेंसिक टीम आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को लेकर मौका-ए-वारदात यानी उसके फ्लैट पर पहुंची. जहां फोरेंसिक टीम को लीड कर रहे थे संजीव गुप्ता. उनके नेतृत्व में एक बार फिर फोरेंसिक टीम ने उस फ्लैट के कोने-कोने से सैंपल जुटाने का काम किया. जांच के बाद फोरेंसिक टीम के हेड संजीव गुप्ता ने आज तक/इंडिया टुडे से खास बातचीत की.
फोरेंसिक एक्सपर्ट संजीव गुप्ता ने बताया कि फोरेंसिक टीम को फ्लैट में सिर्फ एक जगह ब्लड के निशान मिले हैं. वो जगह थी किचन. जहां एक ब्लड का निशान था. पूछताछ में आफताब ने बताया कि श्रद्धा की लाश का एक टुकड़ा उसने किचन में रखा था. वहीं से ब्लड का निशान पुलिस को मिला है. फोरेंसिक टीम के मुताबिक कमरा ज्यादा क्लीन किया गया था. आफताब ने कमरा क्लीन कर रखा था.
आफताब ने फ्रिज वाला कमरा, बाथरूम सब क्लीन कर रखा था. फोरेंसिक एक्सपर्ट संजीव गुप्ता के मुताबिक मर्डर को लंबा वक्त हो गया था तो क्लीनिंग काफी होती रही होगी. मगर किचन में जहां आफताब क्लीनिंग नहीं कर पाया, वहां से फोरेंसिक टीम को ब्लड के निशान मिल गए.
मौका-ए-वारदात पर फोरेंसिक टीम ने अपने साथ लाए केमिकल का इस्तेमाल किया था ताकि अगर कहीं ब्लड हो तो मिल जाए लेकिन मिला नहीं, संजीव गुप्ता के मुताबिक आरोपी ने बाथरूम में श्रद्धा की लाश के टुकड़े टुकड़े किए थे. वो जब लाश को काटता था तो नल और शावर से पानी चला लेता था. यही वजह है कि बाथरूम में कोई ब्लड स्टेन नहीं मिला.
फोरेंसिक विशेषज्ञ संजीव गुप्ता ने बताया कि बाथरूम में ब्लड मिलने के कम चांस होते हैं, क्योंकि पानी चलता रहता है. आफताब इतना शातिर है कि जब हर चीज को केमिकल से साफ कर रहा है तो बाथरूम को भी साफ किया होगा.
उन्होंने बताया कि हमें नाली में हड्डियां मिली हैं. महरौली का नाला बहता है, जहां पर हड्डियां मिली हैं. गुप्ता ने कहा कि आरोपी ने श्रद्धा का गला बेड पर दबाया था, मगर वहां से भी FSL को कुछ नहीं मिला है. मगर मेहरौली के जंगल में हड्डियां आफताब की निशानदेही पर मिली,
आरोपी आफताब ने ही बताया कि उसने हड्डियां वहां डाली थी. जिसके बाद हड्डियों की रिकवरी हुई है. संजीव गुप्ता ने जोर देकर कहा कि अगर उनका (श्रद्धा के पिता और हड्डियों का) डीएनए (DNA) मैच हो जाता है तो यह मामला पूरी तरह से क्लियर हो जायेगा.
जांच के टीम की पूछताछ में पचा चला है कि आरोपी आफताब अमीन पूनावाल ने श्रद्धा की लाश के टुकड़ों को 17-18 पॉलिथिन में डालकर फ्रिज में रखा हुआ था. फोरेंसिक टीम ने मौका-ए-वारदात पर जांच के दौरान पाया कि फ्रिज में कुछ खाने का सामन भी था, बाकी फ्रिज पूरी तरह क्लीन था.
उधर, आफताब ने पूछताछ में खुलासा किया कि उसने श्रद्धा की हत्या के बाद लाश के टुकड़े करने में 10 घंटे का वक्त लगाया था. जब वो थक गया था, तो उसने रेस्ट भी किया था. इसके बाद उसने बीयर और सिगरेट पी. उसने लाश के टुकड़े को घंटों तक पानी से धोया था.
आफताब ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने शव के टुकड़े करने के बाद ऑनलाइन खाना मंगवाया. इसके बाद उसने नेटफ्लिक्स पर मूवी देखी. आफताब ने 18 मई को कत्ल की वारदात को अंजाम दिया था. जबकि लाश के टुकड़े उसने 19 और 20 को किए थे. और फिर उन टुकड़ों को ब्लैक पॉलिथीन में पैक करके फ्रिज में लगा दिया था.