
राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में धर्मांतरण का मामला सामने आया है. पुलिस ने जब इस मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि 7 लोग धर्म बदलकर इस्लाम कबूल कर चुके हैं. इसके साथ ही 4 लोग इस्लाम कबूल करने वाले थे. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनकी पहचान राहिल उर्फ राहुल अग्रवाल, मोहम्मद अब्दुल्ला उर्फ सौरभ खुराना और मुशीर सैफी के रूप में हुई है.
अरेस्ट किया गया राहिल 2017 तक राहुल अग्रवाल था. मगर मोहम्मद अब्दुल्ला के संपर्क में आने के बाद वो राहुल से मोहम्मद राहिल बन गया. खास बात ये है कि मोहम्मद अब्दुल्ला 2014 तक सौरभ खुराना था. उसने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ने के दौरान इस्लाम कबूल किया था. जबकि मुशीर सैफी ट्यूशन पढ़ाता है. वो ऐसे छात्रों को टारगेट करता था जो परिवार से थोड़ा कटे रहते हों और हिंदू धर्म में ज्यादा विश्वास नहीं करते हों.
पोस्टर बॉय की तरह पेश किए जाते थे धर्म बदलने वाले
पुलिस के मुताबिक, जब कोई हिंदू इस्लाम कबूल करता तो उसे पोस्टर बॉय के रूप में दूसरे छात्रों के सामने पेश किया जाता था. इसके बाद कहा जाता कि देखिए लड़के ने इस्लाम कबूल किया. पोस्टर के जरिए अन्य छात्रों को इस्लाम की तरफ बढ़ने के लिए कहा जाता. हैरानी वाली बात ये है कि इस रैकेट की भनक गाजियाबाद पुलिस को तब लगी जब गाजियाबाद के खोड़ा थाने में 25 साल के लड़की का पिता पहुंचा और शिकायत दी.
बताया कि उसकी बेटी पिछले कुछ समय से अजीब व्यवहार कर रही है. उसकी गतिविधि बेहद संदिग्ध लग रही हैं. वह घर के अंदर हिजाब पहनना शुरू कर चुकी है. साथ ही नमाज पढ़ रही है और घर के लोगों से इस्लाम अपनाने को कहती है. इतना ही नहीं, उसने कहा कि वो इस्लाम कबूल कर चुकी है और परिवार को भी इस्लाम कबूल बकर लेना चाहिए. परिवार की शिकायत पर गाजियाबाद पुलिस ने जांच शुरू की.
लड़की ने 6 अप्रैल को राहुल उर्फ राहिल से निकाह किया
पुलिस ने जब लड़की के मोबाइल की जांच की तो पता चला कि लड़की ने 6 अप्रैल को राहुल उर्फ राहिल से निकाह कर लिया था. वो नोएडा के कॉल सेंटर में काम करती थी. राहिल भी वहीं काम करता था. पूछताछ में परिवार वालों ने पुलिस को यह भी बताया कि लड़के ने शुरू में बेटी को अपना नाम राहुल अग्रवाल बताया था. इसके बाद पुलिस ने खोड़ा थाने में एफआईआर दर्ज की और राहुल को गिरफ्तार किया.
उसने पूछताछ में बताया कि 2017 में उसने मोहम्मद अब्दुल्ला उर्फ सौरभ खुराना से मिलने के बाद इस्लाम धर्म अपनाया था. अब्दुल्ला ने अलीगढ़ से बीडीएस की पढ़ाई की है और बीटेक कर रहा है. साथ ही देवबंद से आलिम की तालीम ले रहा था. जब पुलिस ने अब्दुल्ला को गिरफ्तार किया तो उसने बताया कि 2014 में उसने अलीगढ़ में बीडीएस पढ़ने के दौरान इस्लाम कबूल किया था.
राहुल को गाइड करने के साथ ही नजर रखता था अब्दुल्ला
अब्दुल्ला ने इस्लाम कबूल करने के बाद दूसरे छात्रों को टारगेट करना शुरू किया. उन्हें इस्लाम की अच्छाइयां और उनके धर्म की कमियां गिनाने शुरू किया. वहीं, राहुल जब राहिल बना तब अब्दुल्ला उसे अन्य लड़के और लड़कियों को टारगेट करने के लिए कहने लगा. अब्दुल्ला न सिर्फ गाइड करता था बल्कि उस पर नजर भी रखता था.
इसके साथ ही अब्दुल्ला ने अपनी साली की शादी जनवरी 2023 में राहुल उर्फ राहिल से कराई थी. जिस लड़की के पिता की शिकायत पर यह मामला सामने आया उस लड़की के संपर्क में राहिल मार्च 2022 में आया था. उसने राहुल बनकर दोस्ती की थी. फिर उसने बताया कि उसका नाम अब राहिल हो चुका है.
'इस्लाम कबूल नहीं किया तो घरवाले निकाह कहीं और करा देंगे'
इसके पहले वो लड़की को इस्लाम के फायदे इस हद तक गिना चुका था कि लड़की ने न सिर्फ इस्लाम कबूल किया, बल्कि वो अपने घरवालों से कहने लगी थी कि इस दुनिया से बेहतर जन्नत है. यही वजह है कि परिवारवालों को शक हुआ कि शायद उनकी बेटी को मानव बम की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है. ये बात भी सामने आई है कि राहिल लड़की पर दबाव डाल रहा था, अगर उसने जल्द इस्लाम कबूल नहीं किया तो घरवाले उसका निकाह कहीं और करा देंगे. इस तरह वो उसको खो देगी.
अजीबोगरीब तरीके से हुआ था राहिल और लड़की का निकाह
इसी दबाव का नतीजा था कि लड़की ने 6 अप्रैल को मोबाइल फोन के जरिए ही राहिल के साथ निकाह कर लिया. निकाह भी बड़े अजीबोगरीब तरीके से हुआ था. राहिल एक मौलवी और एक गवाह के साथ दिल्ली के महरौली की एक मस्जिद में बैठा था. इसके बाद वीडियो कॉल पर लड़की अपने घर से जुड़ी और दोनों का निकाह हो गया.
पुलिस के मुताबिक, किसी को भी धर्म परिवर्तन कराने के लिए ये लोग पांच चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ते थे.
1- सबसे पता करना कि कौन अपने परिवार से कटा हुआ है और इमोशनली कितना कमजोर है.
2- इसके बाद ये लोग युवक-युवतियों के करीब आते थे और इमोशनली मदद करते थे.
3- फिर धर्म की कमियां गिनाते थे.
4- इस्लाम के फायदे गिनाते थे.
5- फिर इस्लाम कबूल करवाते थे.
अब तक की जांच में धर्म परिवर्तन के कुल सात मामले सामने आए हैं. अभी पुलिस पता लगा रही है कि इस नेटवर्क को कौन पीछे से फंड कर रहा था और कैसे इसे चलाया जा रहा था. डीसीपी ट्रांस हिंडन गाजियाबाद विवेक यादव का कहना है कि इन सब के मोबाइल से पुलिस के हाथ लंबी-चौड़ी चैट लगी है. चैट के जरिए पुलिस इस पूरे मामले के खुलासे में जुटी हुई है.
'चैट में लिखा हुआ है- इस दुनिया में कुछ नहीं, जन्नत जाना है'
डीसीपी ने कहा कि साथ ही साथ यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आखिर इन सब के पीछे कौन है. पूछताछ में यह भी पता लगा है कि इन लोगों की मदद करने के लिए लोग कर्नाटक और नेपाल से आते थे. ये कौन लोग थे, किस तरीके से सहयोग करते थे, क्या फंडिंग करते थे या फिर कुछ और, गाजियाबाद पुलिस अब इसकी जांच कर रही है.
डीसीपी ने बताया कि जो चैट सामने आई है, उससे पुलिस को पता लगा कि किस तरीके से इस्लाम कबूल करने के लिए युवाओं को गुमराह किया जा रहा था या दबाव बनाया जा रहा था. जाकिर नाइक के वीडियो दिखाने की बात भी सामने आई है. चैट में लिखा हुआ है- 'इस दुनिया में कुछ नहीं, जन्नत जाना है.' दरअसल, यही वो लाइन है जिसकी वजह से परिवारवालों को लगा कि कहीं उनकी बेटी मानव बम बनने की तरफ तो कदम नहीं उठा रही थी.