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गाज़ियाबाद: गौ तस्करों के एनकाउंटर में शामिल SHO ट्रांसफर से आहत, बोले- काम करने की हालत में नहीं हूं

7 गौ तस्करों के साथ मुठभेड़ करने वाले गाजियाबाद के एसएचओ ने पुलिस स्टेशन की जनरल डायरी में तबादला किए जाने को लेकर नाराज़गी जताई. उन्होंने कहा कि इस घटना से उनका मनोबल टूट चुका है और वह काम करने की स्थिति में नहीं हैं, लिहाजा उन्हें कुछ दिन के लिए कार्यमुक्त किया जाए.

गाजियाबाद एनकाउंटर के बाद SHO का हुआ तबादला गाजियाबाद एनकाउंटर के बाद SHO का हुआ तबादला
कुमार कुणाल/अरविंद ओझा
  • गाजियाबाद,
  • 15 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 6:48 PM IST
  • डायरी में लिखा- गौकशी करने वालों पर कार्यवाही की, इसलिए हुआ ट्रांसफर
  • GD का पेज सोशल मीडिया पर हो रहा है वायरल

गौ तस्करों के साथ मुठभेड़ करने वाले गाजियाबाद के एसएचओ ने पुलिस स्टेशन की जनरल डायरी में तबादला किए जाने को लेकर नाराज़गी जताई. उन्होंने कहा कि इस घटना से उनका मनोबल टूट चुका है और वह काम करने की स्थिति में नहीं हैं, लिहाजा उन्हें कुछ दिन के लिए कार्यमुक्त किया जाए.

दरअसल, गौ तस्करों से मुठभेड़ के ठीक दो दिन बाद, गाजियाबाद पुलिस में 5 एसएचओ के तबादले हुए थे. इन तबादलों में लोनी बॉर्डर के एसएचओ का तबादला भी हुआ था. इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया.

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पहले बीजेपी के विधायक ने एसएचओ राजेंद्र त्यागी के तबादले को गौ तस्कर के एनकाउंटर से जोड़कर मुद्दा बनाया और प्रशासन को पत्र लिखा, तो अब लोनी पुलिस स्टेशन की जनरल डायरी का पेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

चार्ज दूसरे इंस्पेक्टर को चार्ज देने से पहले, राजेंद्र त्यागी ने लिखा- 'मैं राजेंद्र त्यागी एसएसपी के पत्र के बाद, चार्ज प्रदीप शर्मा के सुपुर्द कर रहा हूं, मेरी और मेरी टीम की 11/11/21 को सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर एक सूचना पर गौ तस्करों के साथ मुठभेड़ हुई, जिसमें 7 गौ तस्करों के पैर में गोली लगी थी. मौके से गोवंश के हिस्से और काटने का उपकरण बरामद हुआ था. सारा एक्शन कानून के तहत लिया गया था. मुझे लगता है मेरा ट्रांसफर इसी वजह से किया गया. मेरा मनोबल काफी टूट चुका है. मैं इस वक्त नौकरी करने की स्थिति में नहीं हूं. मुझ पर आज तक कोई भी आरोप नहीं लगा है, ना ही मेरी जांच किसी भी जिले में लंबित है.' 

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इस घटना की उच्च अधिकारियों के जरिए जांच करवानी चाहिए थी, लेकिन कुछ समय में ही मेरा ट्रांसफर कर दिया गया. इस वजह से मेरा मनोबल टूट चुका है और मैं नौकरी करने की स्थिति में नहीं हूं. इसलिए मुझे नौकरी से मुक्त करने की कृपा करें.

आपको बता दें कि 11 नवंबर को गाजियाबाद पुलिस की गौ तस्करों के साथ मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 7 गौ तस्कर पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए थे. जिन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था. यह मामला चर्चा का विषय बन गया था क्योंकि बदमाशों को पैर में एक जगह पर, घुटने के नीचे गोली लगी थी. दो दिन बाद ही एसएचओ को चार्ज से हटा दिया गया था.

 

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