
यूपी एसटीएफ ने मंगलवार को कौशाम्बी में सवा लाख के इनामी शातिर लुटेरे गुफरान को एनकाउंटर में मार गिराया. वैसे तो गुफरान पर प्रतापगढ़ और सुल्तानपुर जिले में ही हत्या, लूट, डकैती के एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज थे. लेकिन गुफरान उत्तर प्रदेश को दहलाने वाली एक बड़ी वारदात को अंजाम देने वाला था. यूपी पुलिस के 2 इंस्पेक्टर की गुफरान हत्या करने वाला था. इतना ही नहीं, गुफरान कॉन्ट्रैक्ट किलिंग के लिए गुजरात, मुंबई, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में घटना को अंजाम दे चुका है. यूपी एसटीएफ अब अन्य यूपी के साथ-साथ अन्य राज्यों से भी हुई घटनाओं का ब्यौरा मंगा रही है.
दरअसल, मंगलवार को यूपी एसटीएफ ने कौशाम्बी के कोतवाली थाना क्षेत्र के समदा इलाके से जिस सवा लाख के इनामी गुफरान को मुठभेड़ में मार गिराया, वो गुफरान अपने पुराने साथी के एनकाउंटर का बदला लेने की फिराक में घूम रहा था.
5 साल पहले मारा गया था बदमाश तौकीर
बता दें कि यूपी एसटीएफ ने 7 जून 2019 को प्रतापगढ़ की शहर कोतवाली इलाके में एक लाख के इनामी तौकीर को एनकाउंटर में मार गिराया था. पुलिस के इस ऑपरेशन में यूपी एसटीएफ के साथ-साथ प्रतापगढ़ पुलिस भी शामिल थी.
दो इंस्पेक्टरों को मरने की कसम खाई थी
तौकीर को मारे जाने के बाद उसके भाई जैद ने एनकाउंटर करने वाली टीम को लीड कर रहे दो इंस्पेक्टरों को मरने की कसम खाई थी. जैद किसी अन्य वारदात को अंजाम देने में जेल चला गया. लेकिन जेल के अंदर से ही वह दोनों इंस्पेक्टरों पर नजर रख रहा था, उनके मूवमेंट की जानकारी ले रहा था और इनके हत्या की प्लानिंग रची जा रही थी.
करीब 2 महीने पहले पुलिस को सर्विलांस में पता चला कि गुफरान और जैद के एक करीबी के बीच बातचीत में भी एसटीएफ और प्रतापगढ़ में तैनात 2 इंस्पेक्टरों को मारने की बात की जा रही थी.
5 साल में यूपी पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका था गुफरान
सिर्फ 5 साल पहले साल 2019 में प्रतापगढ़ में एक तांत्रिक की हत्या कर गुफरान ने जरायम की दुनिया में कदम रखा था. लेकिन चार साल में ही गुफरान हत्या, लूट, डकैती, रंगदारी वसूली, हत्या का प्रयास जैसी कई सनसनीखेज घटनाओं को अंजाम देकर प्रतापगढ़ पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका था.
दोस्त को सिर्फ मुखबिरी के शक में मार दिया
हाल ही में गुफरान ने अपने एक पुराने दोस्त तनवीर को सिर्फ मुखबिरी के शक में जान से मार दिया था. कानूनी दस्तावेजों में अब तक गुफरान पर 14 मुकदमे ही सामने आए हैं. लेकिन कहा जा रहा है कि गुफरान इन चार साल में ही एक बड़ा कॉन्ट्रैक्ट किलर बन गया था. जिसमें न सिर्फ प्रतापगढ़ सुल्तानपुर में कई घटनाओं को अंजाम दिया, बल्कि वो यूपी से बाहर गुजरात, महाराष्ट्र मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी कॉन्ट्रैक्ट किलिंग की वारदातों को अंजाम दे चुका था. यूपी एसटीएफ को मिली जानकारी के अनुसार, गुजरात के भावनगर में हुई एक व्यापारी की हत्या को भी गुफरान ने ही अंजाम दिया था.
वारदात करने का शातिर तरीका
गुफरान अपने गैंग को बेहद शातिराना ढंग से चलाता था. गैंग में कभी 5 या 6 लोगों से ज्यादा मेंबर शामिल नहीं किए. छोटी गैंग रखकर वो पूरा नियंत्रण रखता. किसी भी वारदात को अंजाम देने के लिए 2 से अधिक लोग अपने साथ नहीं लिए और जिस वारदात को जो साथी अंजाम देते तो दूसरे मेंबर को पता नहीं चलता था.
पुलिस के लिए खतरा बनती जा थी गुफरान गैंग
वारदात को अंजाम देने के दौरान खतरा महसूस करते ही फायरिंग करने वाले गुफरान और उसके साथी पुलिस के लिए भी खतरा बनते जा रहे थे. फिलहाल गुफरान एनकाउंटर में मारा गया. उसकी गैंग के 3 सदस्य पहले जेल भेजे जा चुके हैं. लेकिन गैंग में शामिल 2 सदस्यों की तलाश की जा रही है. (इनपुट: प्रतापगढ़ से सुनील और लखनऊ से संतोष)