Advertisement

सूरत में पकड़े गए बांग्लादेश से आए हजारों के जाली भारतीय नोट, दो आरोपी गिरफ्तार

सूरत पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक सुरेश लाठीडिया पर पहले से ही जाली नोटों से संबंधित तीन मामले दर्ज हैं, जिनकी जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कर रही है.

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 500 के जाली नोट बरामद किए हैं (फाइल फोटो) पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 500 के जाली नोट बरामद किए हैं (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • सूरत,
  • 17 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 9:11 PM IST

गुजरात के सूरत शहर में पुलिस ने ऐसे दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से बांग्लादेश से आए 9,000 रुपये मूल्य के उच्च गुणवत्ता वाले जाली भारतीय मुद्रा नोट (FICN) बरामद किए गए हैं. पुलिस जाली नोट रखने वाले दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है. पुलिस ने सोमवार को इस बरामदगी के बारे में जानकारी दी.

सूरत पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक सुरेश लाठीडिया पर पहले से ही जाली नोटों से संबंधित तीन मामले दर्ज हैं, जिनकी जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कर रही है.

Advertisement

सूरत विशेष अभियान समूह (SOG) ने एक बयान में बताया कि सुरेश लाठीडिया ने पश्चिम बंगाल के एक वांछित आरोपी से 2 लाख रुपये में 6 लाख रुपये मूल्य के जाली नोट खरीदे थे, और आरोपी ने ये नोट बांग्लादेश से खरीदे थे. 
 
एसओजी के अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर एसओजी अधिकारियों ने शहर के पुना इलाके में एक अपार्टमेंट पर छापा मारा और विजय चौहान (27) और सुरेश लाठीडिया (55) को गिरफ्तार किया. दोनों ही कैटरिंग व्यवसाय से जुड़े हैं.

एसओजी ने बताया कि दोनों के पास 500 रुपये के 18 नकली नोट थे, जिनकी कीमत 9,000 रुपये थी. आरोपी सब्जी और पान की दुकानों पर नकली नोटों को असली नोटों से बदलते थे. 

एसओजी ने बताया, 'आरोपियों ने दावा किया कि उन्होंने पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी ताहिर शेख से 6 लाख रुपये के नकली नोट 2 लाख रुपये में खरीदे थे.' उन्होंने बताया कि मामले में वांछित आरोपी ताहिर शेख ने बांग्लादेश से नकली नोट खरीदे थे. 

Advertisement

एसओजी के मुताबिक, नकली नोटों के अलावा पुलिस ने एक डिटेक्टर मशीन और कुछ मोबाइल फोन बरामद किए हैं. साथ ही 1.03 लाख रुपये नकद भी बरामद किए हैं, जो आरोपियों ने नकली नोटों को बदलकर जुटाए थे.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement