
यूपी के हापुड़ जिले स्थित धौलाना इंडस्ट्रियल एरिया में हुए ब्लास्ट में 13 लोगों की मौत हो गई जबकि 19 अन्य घायल हो गए. फैक्ट्री में हुए विस्फोट के सीसीटीवी फुटेज में इस हादसे की भयावहता को देखा जा सकता है. विस्फोट इतना जोरदार था कि कारखाने की टीनशेड के साथ मजदूरों के शरीर के चिथड़े तक उड़ गए.
शनिवार दोपहर 3 बजे उत्तर प्रदेश स्टेट इंडस्ट्रियल अथॉरिटी इलाके की खिलौना बनाने वाली फैक्ट्री में अचानक जबरदस्त ब्लास्ट हो गया और आग लग गई. धमाका इतनी तेज था कि 10 किलोमीटर दूर तक आवाज सुनी गई.
फैक्ट्री के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज में धमाके से फैक्ट्री का टीनशेड उड़ते देखा जा सकता है. टीनशेड के टुकड़ों के साथ ही संभवत: इंसानी शरीर के भी कुछ टुकड़े ऊपर से नीचे की ओर गिरते दिखाई देते हैं. आसपास के लोग सिहर उठते हैं और भागते हुए दिखते हैं. तेज आवाज के साथ दीवार के परखच्चे भी उड़ गए.
जलकर हुई मौत
हादसाग्रस्त फैक्ट्री से कुछ घायल मजदूरों ने निकलने की भी कोशिश की. लोग पीछे की ओर से टूटी दीवार से बाहर निकलने लगे. वहीं, उधर अंदर धधकती आग के बीच फंसे आधा दर्जन मजदूर जलकर मरने लगे.
टूटी दीवार से भागे मजदूर
दरअसल, मेन गेट की तरफ से फैक्ट्री बंद थी. इसलिए अंदर आग से झुलसे कई लोग विस्फोट में टूटी दीवारों से बाहर निकले और बदहवास हालत में जमीन पर गिर पड़े. मौत और बेबसी का ऐसा मंजर देख वहां मदद के लिए आए लोगों की भी रूह कांप उठी.
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियों ने किसी तरह आग पर काबू पाया और लोगों को निकाला जाने लगा तो पता चला कि लोगों के क्षत-विक्षत शव अंदर से बरामद हुए. आग से जलकर शव पूरी तरह से कंकाल में तब्दील हो चुके थे. अब तक मरने वालों की संख्या 13 पहुंच चुकी है. जबकि घायल 19 से ज्यादा हो गए हैं.
किराए पर दे रखी थी फैक्ट्री
दरअसल, यह इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट्स बनाने की फैक्ट्री है जिसका लाइसेंस 2021 में लिया गया था. आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि शुरुआती जांच में यह भी पता चला है कि इस फैक्ट्री के मालिक का नाम दिलशाद है जो कि मेरठ का रहने वाला है. हाल ही में उसने इस फैक्ट्री को हापुड़ के रहने वाले वसीम नाम के शख्स को किराए पर दे दिया था.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती जांच में फैक्ट्री के अंदर और बाहर कुछ प्लास्टिक के लंबे लंबे कारतूस जैसी चीजें बरामद हुई हैं. ऐसा लगता है कि टॉय गन में इस्तेमाल होने वाले कारतूस भी यहां बनाए जा रहे थे. फिलहाल जांच की जा रही है.
फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतज़ार
इंडस्ट्रियल एरिया में पहुंची हापुड़ की डीएम मेधा रूपम का कहना है कि फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतज़ार किया जा रहा है. ताकि यह पता लगाया जा सके कि फैक्ट्री में क्या काम चल रहा था? फिलहाल आसपास की इंडस्ट्री की जांच की जा रही जी कि क्या जिस चीज को बनाने की परमिशन है, वही काम हो रहा है, या नहीं. जांच जारी है. हम मामले की तह तक जाएंगे.