
उत्तराखंड के हरिद्वार में इसी साल आयोजित कुंभ मेले के दौरान कोरोना टेस्ट में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया था. कुंभ में पहुंचे करीब एक लाख से अधिक लोगों की फर्जी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट जारी किए जाने के आरोप लगे थे. अब प्रवर्तन निदेशालय इस मसले को लेकर एक्शन मोड में आ गया है. ईडी की टीम ने हरियाणा के हिसार में रेड स्क्वायर स्थित नलवा लेबोरेटरी में छापेमारी की.
ईडी की टीम 11 पुलिसकर्मियों के साथ नलवा लेबोरेटरी पहुंची और जांच शुरु की. बाहर पुलिस को तैनात किया गया था. किसी के भी अंदर से बाहर या बाहर से अंदर आने-जाने पर रोक लगा दी गई थी. ईडी की टीम ने तकरीबन 12 घंटे तक नलवा लेबोरेटरी में दस्तावेज खंगाले. इस संबंध में डॉक्टर जेपी नलवा का कहना है कि कोरोना जांच रिपोर्ट और बिल के फर्जीवाड़े में नलवा लैब का कोई रोल नहीं है. हमने जांच में अपनी तरफ से पूरा सहयोग दिया है.
सूत्रों के अनुसार टीम ने अन्य शहर के अन्य लैब्स पर भी छापे मारे. ईडी की टीम ने छापेमारी के दौरान कागजात के साथ ही लाखों रुपये भी जब्त किए. टीम ने दस्तावेज बिल, लैपटॉप, मोबाइल फोन और अन्य संपत्तियों के दस्तावेज भी जब्त किए हैं. ईडी ने हाल ही में उतराखंड पुलिस की एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था.
ईडी के अनुसार, कुंभ मेले के दौरान इस लेबोरेटरी की ओर से फर्जीवाड़ा किया गया था और फर्जी बिल बनाकर घोटाला किया गया था. लैब्स को उतराखंड सरकार से अग्रिम भुगतान के तौर पर करोड़ों रुपये पहले ही मिल चुके हैं. गौरतलब है कि नलवा लेबोरेटरीज का नाम कुंभ मेले में हुए कोरोना टेस्ट फर्जीवाड़े में सामने आया था.
इस मामले में हरिद्वार के सीएमओ की ओर से मैक्स कॉर्पोरेट चांदनी लैब, नलवा पैथोलॉजी लैब के खिलाफ हरिद्वार में मुकदमा दर्ज करवाया गया था. इनके खिलाफ 17 जून को आईपीसी की संबंधित धाराओं और आपदा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था.