
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कुख्यात अपराधी काला जठेड़ी (Kala jathedi ) और लेडी डॉन अनुराधा (Lady Don Anuradha) को गिरफ्तार कर लिया है. काला जठेड़ी पर पुलिस ने सात लाख रुपये का इनाम रखा था. पुलिस को लंबे समय से काला जठेड़ी की तलाश थी. पुलिस को चकमा देकर बचने वाले काला जठेड़ी को पकड़ने के लिए पुलिस ने एक जाल बिछाया जिसमें वह फंस गया.
मुखबिरों के जरिए जेल तक पहुंचा मोबाइल
पुलिस की स्पेशल सेल ने अपने मुखबिरों के जरिए जेल तक एक मोबाइल पहुंचाया था जो काला की गिरफ्तारी के लिए चलाए गए ऑपरेशन का हिस्सा था. दरअसल, 600 शार्प शूटर्स की फ़ौज वाला गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई तिहाड़ जेल में बंद है. बिश्नोई को मकोका के तहत गिरफ्तार कर स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट ने अपनी रिमांड पर लिया था. तब बिश्नोई से काला को लेकर सख्ती से पूछताछ की गई पर, उसने अपना मुंह नहीं खोला. जिसके बाद स्पेशल सेल ने एक ट्रिक अपनाई. बिश्नोई की 20 दिन की कस्टडी खत्म होते ही वो जब वापस तिहाड़ जेल में शिफ्ट हुआ तो स्पेशल सेल ने अपने मुखबिरों के जरिये लारेंस बिश्नोई के पास जेल में एक मोबाइल पहुंचाया.
स्पेशल सेल के जाल में फंसा काला जठेड़ी
लारेंस बिश्नोई के पास जैसे ही जेल में मोबाइल फोन पहुंचा. उसने जेल के बाहर अपने गैंग मेंबर्स को फोन करना शुरू कर दिया. तभी बिश्नोई ने काला गैंग के बेहद करीबियों के जरिये काला से भी जेल के अंदर से ही बात की. स्पेशल सेल जो चाहती थी बिश्नोई ने वही गलती की. स्पेशल सेल ने एक महीने तक बिश्नोई के फोन कॉल्स पर नजर रखी और फिर वो वक्त भी आया जब तीन बार काला स्पेशल सेल के कब्जे में आते-आते रडार से बाहर हो गया. स्पेशल सेल ने लगातार बिश्नोई के मोबाइल फोन पर नजर बनाए रखी थी जैसे ही बिश्नोई ने जेल के अंदर से फिर से काला से बात की. सहारनपुर के अमानत ढाबे पर काला और रिवाल्वर रानी उर्फ लेडी डॉन अनुराधा को गिरफ्तार कर लिया गया.
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यूपी समेत कई राज्यों में काला ने ली थी पनाह
स्पेशल सेल के मुताबिक साल 2020 फरवरी में फरीदाबाद पुलिस की कस्टडी से फरार होने के बाद काला जठेड़ी यूपी के मथुरा, राजस्थान, पंजाब, मुंबई, मध्यप्रदेश, बिहार नेपाल में छिपता रहा. फरारी के दौरान आनंदपाल के गैंग्स मेंबर और बिश्नोई के गुर्गे काला को फाइनेंशियल मदद और रुकने में मदद करवाते रहे. काला इतना बेखौफ था कि वो लगातार ठिकाने तो बदल रहा था और मोबाइल फोन, फेसबुक का भी इस्तेमाल कर रहा था. सागर पहलवान हत्याकांड से नाराज होने के चलते काला के निशाने पर सुशील कुमार और नीरज बवानिया गैंग्स मेंबर भी थे. इसी डर से सागर हत्याकांड के बाद पहलवान सुशील कुमार ने तीन बार बाकायदा काला को फोन कर माफी मांगी और समझौते की बात भी कही थी.
मैडम मिंज के नाम से मशहूर है अनुराधा
बचपन में साधारण सी दिखने वाली ये लेडी डॉन पढ़ाई में अव्वल थी. लेकिन कम उम्र में ही अनुराधा के सिर से उसकी मां का साया उठ गया. इससे वो मजबूत बनती चली गई. पिता मजदूरी करते थे लेकिन इसने पढ़ाई की. बीसीए किया और फिर अपनी मर्जी से दीपक मिन्ज से शादी की. दोनों ने साथ मिलकर बिजनेस किया. बिजनेस में पैसा डूबने के बाद अनुराधा अपराध की तरफ बढ़ी जबकि दीपक ने पत्नी का साथ छोड़ दिया. कर्ज बढ़ने के साथ ही अनुराधा अपराध की तरह बढ़ती गई जिसके बाद वह आनंद पाल के संपर्क में आई और फिर मैडम मिंज के नाम से जुर्म की दुनिया में नई पहचान बना ली.