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IPC Section 40: जानें, क्या होती है आईपीसी की धारा 40?

आईपीसी (IPC) की धारा 40 (Section 40) अपराध के बारे में जानकारी देती है. आइए जानते हैं कि आईपीसी (IPC) की धारा 40 इस बारे में क्या बताती है और इस धारा में क्या प्रावधान (Provisions) है?

IPC की धारा 40 अपराध के बारे में बात करती है IPC की धारा 40 अपराध के बारे में बात करती है
परवेज़ सागर
  • नई दिल्ली,
  • 28 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 11:10 PM IST
  • अपराध से संबंधित है IPC की धारा 40
  • विधि अनुरूप अपराध को करती है परिभाषित
  • 1862 में लागू की गई थी आईपीसी

भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) कानून (Law) और उनसे जुड़े प्रावधानों (Provisions) की जानकारी देती है, साथ ही जुर्म (Offence) और उसकी सजा (Punishment) की व्याख्या भी करती है. आईपीसी (IPC) की धारा 40 (Section 40) अपराध के बारे में जानकारी देती है. आइए जानते हैं कि आईपीसी (IPC) की धारा 40 इस बारे में क्या बताती है?

आईपीसी की धारा 40 (IPC Section 40)
भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) की धारा 40 (Section 40) हमें न्यायिक रूप से अपराध का अर्थ (Meaning of Offence) बताती है. IPC की धारा 40 के मुताबिक इस धारा के अनुच्छेद 2 और 3 में (clauses 2 and 3 of this section) वर्णित अध्यायों और धाराओं (Chapters and sections) के सिवाय अपराध शब्द (Crime word) इस संहिता द्वारा दण्डित (Punished) की गई बात का द्योतक है.

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अध्याय 4 (Chapter 4), अध्याय 5 क (Chapter 5A) और निम्नलिखित धारा, अर्थात् धारा 64, 65, 66, 67, 71, 109, 110, 112, 114, 115, 116, 117, 187, 194, 195, 203, 211, 213, 214, 221, 222, 223, 224, 225, 327, 328, 329, 330, 331, 347, 348, 388, 389 और 445 में अपराध शब्द (Crime word) इस संहिता के अधीन (Under the code) या यथा परिभाषित विशेष (Special as defined) या स्थानीय विधि (local law) के अधीन दण्डनीय बात का द्योतक (Indicative) है.  

और धारा 141, 176, 177, 201, 202, 212, 216 और 441 में अपराध शब्द (Offence word) का अर्थ उस दशा में वही है जिसमें कि विशेष या स्थानीय विधि के अधीन दण्डनीय बात ऐसी विधि के अधीन छह मास या उससे अधिक अवधि के कारावास (imprisonment) से, जुर्माने (fine) सहित या रहित, दण्डनीय (Punishable) हो.

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क्या है आईपीसी (IPC)?
भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) IPC भारत में यहां के किसी भी नागरिक (Citizen) द्वारा किये गये कुछ अपराधों (certain offenses) की परिभाषा (Definition) और दंड (Punishment) का प्रावधान (Provision) करती है. आपको बता दें कि यह भारत की सेना (Indian Army) पर लागू नहीं होती है. पहले आईपीसी (IPC) जम्मू एवं कश्मीर में भी लागू नहीं होती थी. लेकिन धारा 370 हटने के बाद वहां भी आईपीसी लागू हो गई. इससे पहले वहां रणबीर दंड संहिता (RPC) लागू होती थी.

अंग्रेजों ने लागू की थी IPC
ब्रिटिश कालीन भारत (British India) के पहले कानून आयोग (law commission) की सिफारिश (Recommendation) पर आईपीसी (IPC) 1860 में अस्तित्व में आई. और इसके बाद इसे भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) के तौर पर 1862 में लागू किया गया था. मौजूदा दंड संहिता को हम सभी भारतीय दंड संहिता 1860 के नाम से जानते हैं. इसका खाका लॉर्ड मेकाले (Lord Macaulay) ने तैयार किया था. बाद में समय-समय पर इसमें कई तरह के बदलाव किए जाते रहे हैं.

 

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