
भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) अपराध (Offence) और उसकी सजा (Punishment) को परिभाषित करती है. साथ ही कानून (Law) और उससे जुड़े प्रावधानों (Provisions) के बारे में भी जानकारी देती है. ऐसे ही आईपीसी (IPC) की धारा 47 (Section 47) 'जीवजन्तु' शब्द को परिभाषित करती है. तो चलिए जानते हैं कि आईपीसी (IPC) की धारा 47 इस शब्द को कैसे परिभाषित करती है?
आईपीसी की धारा 47 (IPC Section 47)
भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) की धारा 47 (Section 47) हमें कानूनीतौर (legally) पर जीवजन्तु (Animal) की परिभाषा (Definition) बताती है. आईपीसी (IPC) की धारा 47 के मुताबिक जीवजन्तु (Animal) शब्द (word) मानव (Human) से भिन्न किसी जीवधारी (living creature) का द्योतक (Denotes) है.
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क्या है आईपीसी (IPC)?
भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) IPC भारत में यहां के किसी भी नागरिक (Citizen) द्वारा किये गये कुछ अपराधों (certain offenses) की परिभाषा (Definition) और दंड (Punishment) का प्रावधान (Provision) करती है. आपको बता दें कि यह भारत की सेना (Indian Army) पर लागू नहीं होती है. पहले आईपीसी (IPC) जम्मू एवं कश्मीर में भी लागू नहीं होती थी. लेकिन धारा 370 हटने के बाद वहां भी आईपीसी लागू हो गई. इससे पहले वहां रणबीर दंड संहिता (RPC) लागू होती थी.
अंग्रेजों ने लागू की थी IPC
ब्रिटिश कालीन भारत (British India) के पहले कानून आयोग (law commission) की सिफारिश (Recommendation) पर आईपीसी (IPC) 1860 में अस्तित्व में आई. और इसके बाद इसे भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) के तौर पर 1862 में लागू किया गया था. मौजूदा दंड संहिता को हम सभी भारतीय दंड संहिता 1860 के नाम से जानते हैं. इसका खाका लॉर्ड मेकाले (Lord Macaulay) ने तैयार किया था. बाद में समय-समय पर इसमें कई तरह के बदलाव किए जाते रहे हैं.