देश की बागडोर असल मायने में अफसरों के हाथ में होती है. यदि नौकरशाही दुरुस्त हो तो कानून-व्यवस्था चाकचौबंद रहती है. जिस तरह से भ्रष्टाचार का दीमक नौकरशाही को खोखला किए जा रहा है, लोगों का उससे विश्वास उठता जा रहा है. लेकिन कुछ ऐसे भी IAS और IPS अफसर हैं, जो अपनी साख बचाए हुए हैं. उनके कारनामे आज मिशाल के तौर पर पेश किए जा रहे हैं. aajtak.in ऐसे ही प्रशासनिक और पुलिस अफसरों पर एक सीरीज पेश कर रहा है. इस कड़ी में आज पेश है दिल्ली पुलिस में DCP विजय सिंह की कहानी.
IPS अफसर विजय सिंह की दिलचस्प कहानी
- दिल्ली पुलिस में DCP विजय सिंह अपने जोश और जज्बे की वजह से रियल सिंघम के नाम से जाने जाते हैं. अपराधी उनके नाम से खौफ खाते हैं.
- 5 सितंबर 2016 को DCP विजय सिंह अपनी टीम के साथ दिल्ली के स्वरुप नगर इलाके से गुजर रहे थे. तभी इन्होंने देखा की कुछ मनचले छेड़खानी कर रहे हैं.
- वे लड़के एक स्कूटी सवार लड़की को बहुत देर से परेशान कर रहे थे. उन्होंने तुरंत अपनी गाड़ी बदमाशों के पीछे लगा दी. एक किमी पीछा करके उन्हें धर दबोचा.
- विजय सिंह की इस बहादुरी से ना सिर्फ दिल्ली पुलिस में आत्मविश्वास बढ़ा, बल्कि लोगों के बीच पुलिस की छवि भी सुधरी है.
- दिल्ली के एक मध्यवर्गीय परिवार में पले-बढ़े विजय सिंह ने सरकारी स्कूल से पढ़ाई की है. उनके पिता सरकारी नौकरी में थे, तो मां गृहिणी थीं.
- दिल्ली विश्वविद्यालस से कॉमर्स में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने गोवा से LLB की पढ़ाई की है.
- साल 2005 में UPSC की परीक्षा पास करके विजय सिंह IPS अफसर बने. दिल्ली पुलिस के अलावा गोवा पुलिस में भी तैनात रहे हैं.
- खुद को फिट रखने के लिए विजय सिंह रोज 5 किमी दौड़ने के साथ ही एक घंटे जिम में गुजारते हैं. क्रिकेट खेलना इनका शौक है.