
Israel-Hamas War: अब इजरायल पर ब्रीफकेस बम से धमाके करने का आरोप लगा है, हालांकि ये अभी तय नहीं है कि ईरान में हुए धमाकों के पीछे कौन है? लेकिन पिछले कुछ दिनों में उसने जहां हमास के दूसरे बड़े नेता को मार गिराया है, उससे ये बात फिर से साबित हो गई है कि इजरायल अपने दुश्मनों को कहीं से भी ढूंढकर मार डालता है. यही नहीं इजरायल अपने दुश्मनों का खात्मा करने के लिए अजीबोगरीब तरीके अपनाता है. वो एक साथ हजारों लोगों की जान लेने से भी गुरेज नहीं करता.
मोसाद का 'रैथ ऑफ गॉड' ऑपरेशन
1972 में जब जर्मनी के म्यूनिख में ओलंपिक चल रहा था. तब इजरायल के 11 खिलाड़ियों की हत्या कर दी गई थी. इजरायल ने अपने देश के लोगों से वादा किया था कि वो इस घटना में शामिल एक-एक आतंकी को ढूंढ कर मार गिराएगा. इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने 'रैथ ऑफ गॉड' के नाम से ऑपरेशन चलाया. दुनिया में घूम-घूम कर मोसाद ने अपने दुश्मनों का सफाया किया.
टारगेट को मारने के बाद भेजते थे बुके
इसके लिए उसने फोन बम, नकली पासपोर्ट, जहर की सुई, कार बम का इस्तेमाल किया. बदला लेने में इजरायल को 20 साल लगे लेकिन 9 फिलिस्तीनियों को मार कर उसने अपना बदला पूरा किया था. इस ऑपरेशन से जुड़ी एक खास बात ये थी कि अपने टारगेट को खत्म करने के बाद मोसाद उनके परिवार को बुके भेजता था और उसके साथ ये संदेश लिखा होता था - ये याद दिलाने के लिए कि हम अपने दुश्मन को न भूलते हैं, न माफ करते हैं.
हमास ने इजरायल को दिया झटका
लेकिन इस बार हमास ने इजरायल को बड़ा झटका दे दिया. हमास के लड़ाकों ने पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल में घुसकर हमला किया. और इजरायल के कई नागरिकों को बंधक बना लिया. दोनों तरफ से जंग होने लगी. बाद में अंतरराष्ट्रीय दबाव और मध्यस्थता के चलते दोनों तरफ से बंधक रिहा किए गए. इस दौरान इजरायल ने उस हमले की साजिश को अंजाम देने वालों और उसकी साजिश रचने वालों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. लेकिन इजरायल के घातक हमले में पूरी गाजा पट्टी शमशान बन गई.
इजरायल ने बरपाया कहर
इजरायल की फौज ने गाजा में किसी को नहीं बख्शा. उनके सामने जो भी आया, वो उसे खत्म करते गए. नतीजा ये हुआ कि इजरायल के हमले में मरने वाले लोगों में हमास के चंद अफसर और लड़ाके थे. लेकिन सबसे बड़ी तादाद उन बेकुसूर लोगों की है, जो गाजा में रहते थे. वहां मरनेवालों में सबसे बड़ी तादाद बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की है. मरनेवालों का आंकड़ा 22 हजार के पार हो चुका है.
हिज्बुल्लाह के कई ठिकाने भी तबाह
इस दौरान गाजा पट्टी से इजरायली सेना के हटने की खबरों के बीच हमास के एक बड़े कमांडर को मार गिराने का दावा किया गया है. आईडीएफ का कहना है कि उसके जवानों ने 7 अक्टूबर को हुए हमलों में शामिल हमास कमांडर एदेल मेस्माह को हवाई हमले में ढेर कर दिया है. वो दीर अल-बलाह की नजाबा कंपनी का कमांडर था. इसके साथ ही इजरायल ने लेबनान में मौजूद हिज्बुल्लाह के कई ठिकानों को भी तबाह कर दिया है. लेबनान बॉर्डर से आतंकी लगातार रॉकेट दाग रहे हैं, लेकिन इजरायल उन्हें हवा में ही तबाह कर रहा है.
22 हजार लोगों की मौत, 70 हजार घायल
पिछले तीन महीने से चल रहे ही इस जंग में 22 हजार से अधिक फिलिस्तीनियों की जान जा चुकी है. 70 हजार से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. इजरायली सेना नॉर्थ और साउथ के साथ सेंट्रल गाजा में तेज हमले कर रही है. आईडीएफ ने मंगलवार को साउथ गाजा में खान यूनिस पर टैंक और फाइटर जेट से हमला किया. इस दौरान दर्जनों आतंकवादियों को मार गिराया गया. गाजा के लोगों का कहना है कि इजरायली टैंकों ने सेंट्रल में स्थित अल-ब्यूरिज शरणार्थी शिविर के कई हिस्सों पर गोलीबारी-बमबारी की है.
युद्धविराम का ऐलान नहीं
दिलचस्प बात है कि ये हमले तब हो रहे हैं, जब दुनिया के दबाव में आकर इजरायल ने गाजा के कुछ इलाकों से अपने फौजियों को वापस बुलाना शुरू किया है. लेकिन युद्धविराम को कोई ऐलान अभी तक नहीं किया गया है.