
भारत में प्रतिबंधित संगठन जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के चीफ यासीन मलिक (Yasin Malik) को टेरर फंडिंग (Terror funding) के 2 मामलों में उम्रकैद की सजा (Life sentence) सुनाई गई है. अदालत ने यासीन पर 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है. अब सवाल उठता है कि अदालत के इस कड़े फैसले के बाद यासीन मलिक के सामने क्या विकल्प बचता है? और अब उसे कहां और कैसे रखा गया है?
दिल्ली में स्पेशल एनआईए कोर्ट ने बुधवार को यासीन मलिक की सजा का ऐलान किया. यासीन मलिक को टेरर फंडिंग के दो मामले में कुल 9 धाराओं के तहत सजा सुनाई गई है. बुधवार की शाम करीब 6.15 बजे फैसला सुनाया गया था. इसके बाद श्रीनगर के पास मैसुमा में यासीन मलिक के घर के पास उसके समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प की खबरें भी आई थी.
यासीन मलिक के सामने है ये विकल्प
दो मामलों में उम्रकैद की सजा मिलने के बाद जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के चीफ यासीन मलिक के सामने कानूनी तौर पर विकल्प मौजूद है. जानकारों के मुताबिक यासीन मलिक अगर चाहे तो वह पटियाला हाउस कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील कर सकता है. वह इस सजा और अदालती फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दे सकता है.
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नहीं करेगा अपील!
सजा का ऐलान होने के बाद यासीन मलिक ने कल अदालत में भी कहा था कि उसे अब कुछ नहीं कहना है. कोई अपील नहीं करनी है. लेकिन अपने वकीलों की सलाह पर वो अपने विचार बदलेगा या नहीं, ये देखना होगा.
यासीन का नया पता है तिहाज की जेल नंबर 7
इसके बाद यासीन मलिक को कड़ी सुरक्षा के बीच तिहाड़ जेल ले जाया गया है. तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल के मुताबिक यासिन मालिक को सात नंबर जेल में रखा गया है. उसे जेल नंबर 7 के एक अलग सेल में रखा गया है. उसकी सुरक्षा को लेकर भी जेल में खासी चौकसी बरती जा रही है. सीसीटीवी कैमरों से उसकी बैरक और आस-पास निगरानी की जा रही है.
गुरुवार को तिहाड़ के डीजी ने बताया कि उसने खाना भी खाया और वक़्त पर सो गया था. उसके व्यवहार में कोई बदलाव नज़र नहीं आ रहा है. ना ही उसे किसी बात को अफसोस नजर आता है. सूत्रों के मुताबिक सजा मिलने के बाद भी उसके चेहरे पर कोई शिकन तक नहीं है.
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कश्मीर में सशस्त्र बलों की छुट्टियां रद्द
अलगाववादी नेता यासीन मलिक को उम्र कैद की सजा मिलने के बाद कश्मीर में तैनात सभी सशस्त्र बलों की छुट्टियां अगले आदेश तक रद्द कर दी गई हैं. साथ ही सेना को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है. सूबे में पुलिस भी चौकसी बरत रही है. इसी प्रकार देश की राजधानी दिल्ली में भी आतंकी हमले का अलर्ट जारी किया गया है. कश्मीर में मलिक के घर के आसपास सुरक्षाबल के जवान तैनात किए गए हैं. ड्रोन से उस इलाके की निगरानी की जा रही है.
धारा, सजा और जुर्माना
धारा 120B के तहत 10 साल की सजा 10 हजार का जुर्माना
धारा 121 के तहत उम्रकैद 10 हजार का जुर्माना
धारा 121A के तहत 10 साल की सजा 10 हजार का जुर्माना
UAPA की धारा 13 के तहत 5 साल की सजा 5 हजार जुर्माना
UAPA धारा 15 के तहत 10 की सजा 10 हजार का जुर्माना
UAPA धारा 17 के तहत उम्रकैद की सजा 10 लाख का जुर्माना
UAPA धारा 18 के तहत 10 साल की सजा 10 हजार का जुर्माना
UAPA की धारा 38-39 के तहत 5 साल की सजा 5 हजार का जुर्माना
ऐसे मामले में धारा 38 तब लगती है, जब आरोपी के आतंकी संगठन से जुड़े होने की बात पता चलती है. धारा 39 आतंकी संगठनों को मदद पहुंचाने पर लगाई जाती है. धारा 121ए राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने या युद्ध का प्रयास करने पर लगाई जाती है.
बताते चलें कि एनआईए (NIA) ने अदालत से यासीन मलिक को सजा-ए-मौत देने की मांग की थी. लेकिन अदालत ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई है.