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Shocking...! शख्स की मौत के बाद वायरल हुआ Video, पुलिस पर हत्या का आरोप

कैराना का सोशल मीडिया पर 14 सेकंड का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो को सामने आने से पुलिस-प्रशासन की नींद उड़ी हुई है. आरोप है कि जिस शख्स को पुलिस पीट रही है, उसका कुछ दिन पहले खेत में शव मिला था. वीडियो मौत से पहले उस दिन का है जब पुलिस उसे उठाकर ले गई थी.

वायरल वीडियो में शख्स की पिटाई करते दिखे पुलिसवाले वायरल वीडियो में शख्स की पिटाई करते दिखे पुलिसवाले
शरद मलिक
  • शामली,
  • 28 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 5:32 PM IST

यूपी के कैराना में पुलिसकर्मियों द्वारा जंगल में युवक को बेरहमी से पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि ये इस्सोपुर खुरगान गांव का है. हैरानी वाली बात ये है कि पुलिस की मार खा रहा ये वही शख्स है जिसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी. इसी मामले में पुलिसकर्मियों पर मारपीट करने का आरोप भी लगा था.

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रविवार को सोशल मीडिया पर 14 सेकंड का एक वीडियो वायरल हुआ. इसमें चार पुलिसकर्मी एक युवक को पकड़े नजर आ रहे हैं. इसी दौरान युवक की ओर से कुछ सामान छत की ओर फेंका जाता है, जो दीवार से टकराकर गिर जाता है. इसे एक पुलिसकर्मी कैच कर लेता है. इसके बाद तीन पुलिसकर्मी युवक को बुरी तरह पीटते हैं और गन्ने के खेत की ओर ले जाते हैं. वीडियो किसी व्यक्ति ने छत से बनाया है. 

गौरतलब है कि गय्यूर (35) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद उसका शव 21 नवंबर को खेत में मिला था. उस समय मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया था कि दो दिन पहले ही पुलिस ने उसको हिरासत में लेकर मारपीट की थी. इससे ही उसकी मौत हो गई. 

इन आरोपों के बीच पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. हालांकि, पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारण स्पष्ट नहीं होने पर विसरा जांच के लिए भेजने की बात कही थी. अब, इस पूरे मामले पर एसपी अभिषेक ने संज्ञान लिया है. उन्होंने एएसपी ओपी सिंह को जांच सौंपी है. 

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एएसपी ओपी सिंह का कहना है कि मृतक गय्यूर के परिजन उनके पास आए थे. उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहीं चोट के निशान नहीं आए हैं. वायरल वीडियो की जांच और उसमें दिख रहे पुलिसवालों की पहचान की जा रही है. जल्द मामले का खुलासा किया जाएगा.

पुलिस पर मृतक के भाई के आरोप

उधर, मृतक के भाई राशिद ने का कहना है कि कैराना कोतवाल और दरोगा जी उसके भाई को एक मामले में उठाकर ले गए थे. यह केस फर्जी था. कोतवाल और दरोगा ने मिलकर भाई की पिटाई की, जिससे उसकी मौत हुई. भाई की कमर और पैरों में पिटाई के निशान थे. जब पुलिस उसको ले गई थी तो हमने डीआईजी और आईजी को फैक्स भी किया था. 

 

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