Advertisement

कानपुर पुलिस का फरमान, मतगणना वाले दिन गड़बड़ी करने वालों को देखते ही गोली मारने के आदेश

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के बाद राज्य के सभी जिलाधिकारियों ने 10 मार्च को होने वाली मतगणना को लेकर अपनी तैयारी पूरी कर ली है. एसपी कानपुर देहात ने मतगणना को लेकर प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया और एक बेहद असामान्य आदेश दिया.

कानपुर पुलिस (फाइल फोटो) कानपुर पुलिस (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • कानपुर,
  • 09 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 7:03 AM IST
  • अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस सख्त
  • देखते ही मार दी जाएगी गोली

10 मार्च को पांच राज्यों के चुनावों की मतगणना है और इस अहम दिन पर कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए पुलिस ने भी अपनी कमर कस रखी है. लेकिन उत्तर प्रदेश की कानपुर देहात पुलिस ने मंगलवार को एक अनोखा आदेश देकर सबको चौंका दिया है. कानपुर देहात के एसपी ने गड़बड़ी किए जाने पर Shoot At Sight यानी देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए हैं. 

Advertisement

10 मार्च की सभी तैयारी पूरी

उत्तर प्रदेश में 7 चरणों की वोटिंग के बाद, राज्य के सभी जिलाधिकारियों ने 10 मार्च को होने वाली मतगणना को लेकर अपनी तैयारी पूरी कर ली है. कानपुर देहात के जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जिसमें उन्होंने 10 मार्च को होने वाली मतगणना की तैयारियों की जानकारी दी.

Shoot At Sight के आदेश

कॉन्फ्रेंस में जिलाधिकारी के साथ एसपी स्वप्रिल ममगईं भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि मतगणना के दौरान किसी भी तरह की अफवाह फैलाकर माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों और मतगणना स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था में गड़बड़ी या भ्रामक खबरें फैलाने वालों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए जाएंगे. 

उत्तर प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है कि विधानसभा चुनाव में इस तरह का आदेश दिया गया हो. मतगणना प्रक्रिया का उल्लंघन करने वालों को मौके पर ही गोली मारने के आदेश अपने आप में चौंका देने वाली बात है. 

Advertisement

2017 की तुलना में इस बार कम हुईं हिंसक घटनाएं

उत्तर प्रदेश पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, साल 2017 की तुलना में इस बार हुए चुनाव में हिंसक घटनाएं कम हुई हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान कुल 97 चुनावी हिंसा की घटनाएं हुई थीं. जबकि इस बारकुल 33 घटनाएं सामने आई हैं. पुलिस के मुताबिक, 9 जनवरी को आचार संहिता लागू होने के बाद प्रदेश भर में 1339 FIR दर्ज की गईं, सबसे ज़्यादा 261 एफआईआर लखनऊ जोन में दर्ज हुईं. साथ ही, कानपुर से ही सबसे ज़्यादा नगदी पकड़ी गई है.

इनपुट- सिमर चावला

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement