
Bengaluru Double Murder: बेंगलुरु में एक महिपा को मैसेज और वीडियो कॉल करने के विवाद में चाकू से गोदकर दो लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई. उन दोनों की लाशें एक फैक्ट्री परिसर से बरामद हुई हैं. हालांकि पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. डबल मर्डर की इस वारदात ने शहर में सनसनी फैला दी. पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
डबल मर्डर की ये वारदात बेंगलुरु के येलहंका इलाके की है. जहां एक महिला को मैसेज करने और वीडियो कॉल करने को लेकर कुछ लोगों में विवाद हो गया था. गुरुवार को इस मामले में जानकारी देते हुए पुलिस ने पीटीआई को बताया कि एक पीड़ित नेपाल का रहने वाला था. जिसकी शिनाख्त विक्रम सिंह (21) के तौर पर हुई है. जबकि दूसरा पीड़ित बिहार निवासी छोटो तूरी (33) था.
बेंगलुरु पुलिस के एक अफसर ने बताया कि विक्रम सिंह येलहंका की एक केमिकल फैक्ट्री में सुरक्षा गार्ड के तौर पर काम करता था. उसी केमिकल फैक्ट्री के परिसर में विक्रम और छोटो तूरी की लाशें बरामद हुई. उन दोनों के जिस्म पर चोटों के कई निशान थे.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, यह घटना रविवार रात को हुई, जब पीड़ित फैक्ट्री परिसर में खाना खा रहे थे. उसी परिसर में विक्रम सिंह रहता भी था. पुलिस के मुताबिक, दोनों पीड़ित आरोपियों को जानते थे, जिनकी पहचान समर और संगम के तौर पर हुई है. वे दोनों भी नेपाली हैं.
बेंगलुरु के पुलिस उपायुक्त (उत्तर पूर्व) सजीथ वीजे ने बताया कि आरोपी परिसर में घुस आए और एक महिला को लेकर विवाद शुरू हो गया, जो आरोपियों में से एक की गर्लफ्रेंड थी. विवाद इतना बढ़ गया कि एक आरोपी ने पीड़ितों पर चाकू से हमला कर दिया. उन्होंने पीड़ितों पर गैस सिलेंडर, कुकर और टाइल के टुकड़ों से भी हमला किया.
डीसीपी (उत्तर पूर्व) सजीथ वीजे ने आगे बताया कि यह वारदात सोमवार की सुबह तब सामने आई, जब किसी ने वहां लाशों को पड़े देखा और पुलिस को इस बात की जानकारी दी. इस दोहरे हत्याकांड के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस उपायुक्त सजीथ वीजे ने बताया कि विक्रम सिंह एक आरोपी की गर्लफ्रेंड को संदेश भेज रहा था और वीडियो कॉल कर रहा था. इससे नाराज होकर दोनों आरोपियों समर और संगम ने उस पर हमला कर दिया और उसकी हत्या कर दी. अहम बात है कि कपड़ा कंपनी में ड्राइवर के तौर पर काम करने वाले छोटो तूरी का इस मामले में कोई हाथ नहीं था.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि छोटो तूरी की गलती महज इतनी थी कि वो विक्रम सिंह पर हो रहे हमले को रोकने की कोशिश कर रहा था, लेकिन आरोपी ने उसे इसलिए मार दिया गया क्योंकि हमलावरों को डर था कि वह पुलिस को इस घटना के बारे में बता देगा और गवाह बन जाएगा.