
दिल्ली पुलिस ने किडनैप हुई 45 दिन की बच्ची को अपहरणकर्ताओं के चुंगल से शिकायत के महज तीन घंटों के अंदर आजाद करवाया. दरअसल, पुलिस को एक महिला ने शिकायत दी कि उसकी बच्ची को भावना नामक महिला अपने कुछ साथियों के साथ झुग्गी से उठा ले गई है. पुलिस ने महिला की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए उस पर एक्शन लिया.
पंजाबी बाग इलाके के एसीपी और एसएचओ के निर्देशन में एक टीम बनाई गई. बच्ची की बरामदगी के लिए जिले के आपरेशन सेल और एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वायड के तेजतर्रार अफसरों को भी इस टीम में शामिल किया गया और छानबीन के दौरान टीम ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद से इस अपहरण में शामिल आरोपियों की पहचान की.
घटना के तीन घंटों के अंदर ढूंढ निकाला
जिले के डीसीपी पश्चिम घनश्याम बंसल की मानें तो पुलिस की तत्परता के कारण बच्ची को अपहरण की घटना के महज 3 घंटे के भीतर ही सुरक्षित बरामद कर लिया गया और फिर उनके परिवार वालों को सौंप दिया गया.
आरोपी भावना का हुआ था मिसकैरेज
इस मामले में पुलिस ने किशनगंज की रहने वाली 28 वर्षीय भावना, शकरपुर निवासी 50 वर्षीय रेखा जैन, मौजपुर निवासी 38 वर्षीय बबीता जैन और किशनगंज निवासी 29 वर्षीय पवन को गिरफ्तार किया है. DCP से मिली जानकारी के अनुसार यह बात सामने आई है की भावना का मिसकैरेज हुआ था और उसने पूछताछ में पुलिस को यही बताया कि इस बच्चे का अपहरण उसने खुद के लिए किया था. भावना और पीड़ित परिवार के बीच पहले से कोई जान पहचान नहीं थी. भावना एनजीओ में काम करने वाली महिला के तौर पर बच्चे को कपड़े देने के बहाने उसके घर गई थी और बच्चे का किडनैप कर लिया.