
लखनऊ के PUBG हत्याकांड में हर दिन उपजते सवालों के बीच पुलिस को भी अब शक गहराने लगा है. ओपन एंड शट केस में उठते सवालों के बीच आखिरी में पुलिस को अब जांच करनी पड़ रही है. अब मां की हत्या के आरोपी नाबालिग बेटे को रिमांड पर लिया है. वहीं, घटना से जुड़े साक्ष्य जुटाने के लिए पुलिस ने किशोर न्याय बोर्ड (Juvenile Justice Board) से समय मांगा है. नाबालिग की 14 दिन की रिमांड 23 तारीख से शुरू हुई है. इस बीच पुलिस सुधार गृह जाकर आरोपी किशोर से खुद पूछताछ करेगी और हर पहलू के लिए साक्ष्य इकट्ठा करेगी.
आरोपी नाबालिग बेटे की रिमांड पुलिस ने किशोर न्याय बोर्ड से मांगी है. साफ तौर से रिमांड उस केस में मांगी जाती है, जब घटना के साक्ष्य पर्याप्त न मिलें और घटना में किसी और के भी शामिल होने की आशंका होती है.
अब तक की थ्योरी के मुताबिक, नाबालिग बेटे ने मां की पिस्टल से गोली मारकर हत्या की और पुलिस ने मोटिव PUBG गेम बताया था. हालांकि, पुलिस भी इस घटना में फूंक-फूंककर कदम रख रही है और हर पहलू की जांच करना चाह रही है.
जे जे कोर्ट ने आरोपी के नाबालिग होने के साक्ष्य भी मांगे हैं. बोर्ड को शक है कि इतनी बड़ी घटना में कहीं उम्र का सहारा लेकर पूरी तरीके से नाबालिग बेटे का इस्तेमाल तो नहीं किया गया? बता दें कि नाबालिग की उम्र 17 साल 8 महीने बताई है और हत्या का सारा इल्जाम बच्चे पर ही डाला गया है.
किशोर न्याय बोर्ड ने आरोपी के उम्र प्रमाण पत्र सहित पिता और बाकी परिजनों को भी बुलाया था. लेकिन पिता जेजे बोर्ड के सामने अभी तक पेश नहीं हुए हैं, जबकि वह लखनऊ में मौजूद रहकर पुलिस से दो बार मिलकर बातचीत कर चुके हैं.