
मालेगांव ब्लास्ट मामले में बड़ा मोड़ देखने को मिला है. आज NIA कोर्ट में सुनवाई के दौरान एक गवाह ने महाराष्ट्र ATS पर गंभीर आरोप लगा दिया. कहा गया कि उसे सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम लेने के लिए दवाब बनाया गया था. ये 15वां गवाह है जो अपनी ही बात से मुकर चुका है और कोर्ट में अलग ही बयान दिया है.
मालेगांव केस में बड़ा मोड़
सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा गवाह ने बताया कि इंद्रेश कुमार, देवधर और काकाजी जैसे नेताओं के नाम लेने पर भी मजबूर किया गया था. गवाह की माने तो उसके परिवार को प्रताड़ित किया गया था, जिसके बाद उसने योगी आदित्यनाथ का नाम लिया था. अब कोर्ट में इस बयान के साथ ही फिर इस मुद्दे पर सियासत गरमा गई है. बीजेपी विधायक राम कदम ने इसे हिंदुओं के खिलाफ बड़ी साजिश बता दिया.
उन्होंने कहा कि अब तो ये साफ हो चुका है कि तब की कांग्रेस सरकार ने हिंदुओं को बदनाम करने का काम किया था. उनकी तरफ से तब हिंदू आतंकवाद तक कहा गया था. इन लोगों ने योगी आदित्यनाथ और दूसरे संघ कार्यकर्ताओं को गलत मामले में फंसाया था. शिवसेना को इस मुद्दे पर अपना स्टैंड स्पष्ट करना चाहिए. अब बीजेपी के हमले के बीच कांग्रेस ने भी गवाह के बयान पर सवाल उठा दिए हैं. कांग्रेस भी कह रही है कि दवाब की वजह से ही गवाह को कोर्ट में अपना बयान बदलना पड़ गया.
कांग्रेस-बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप
कांग्रेस के नसीम खान ने कहा कि सीएम योगी को ये क्लीन चिट चुनाव की वजह से दी गई है. पहले भी कहा जा रहा था कि गवाह पर NIA दवाब बना रही थी, कहा जा रहा था कि मामले में धीरे चला जाए. अब इन आरोप-प्रत्यारोप के बीच सीएम योगी और दूसरे संघ कार्यकर्ताओं के लिए ये राहत की खबर है. इस मामले में इससे पहले भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा को भी जमानत दी गई थी.
मालेगांव ब्लास्ट की बात करें तो 29 सितम्बर 2008 को महाराष्ट्र में नासिक जिले में नमाज पढ़ने के दौरान ब्लास्ट हुआ था. उस हमले में सात लोगों की मौत हो गई थी और 100 के करीब घायल हुए थे. उस हमले के बाद लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित से लेकर बीजेपी के कई बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगे थे. लेकिन क्योंकि अब कई गवाह अपने ही बयान से मुकर चुके हैं, ऐसे में कई को क्लीन चिट तो कई को जमानत दे दी गई है.
RSS नेता इंद्रेश कुमार ने कहा- यूपीए सरकार ने सोची समझी साजिश को जन्म दिया
आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने आजतक से विशेष बातचीत में कहा है कि मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, दिग्विजय, सुशील शिंदे, राहुल आदि के नेतृत्व में जो यूपीए सरकार थी, उन्होंने एक सोची समझी साजिश को जन्म दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि जांच एजेंसियों का गलत उपयोग कर आरोपी बनाने की कोशिश की गई. उस वक्त के एफआईआर में मेरा या योगी आदित्यानाथ का नाम नहीं था. आज राहुल गांधी खुद को हिंदू बता रहे हैं जबकि उस वक्त हिंदू को आतंकवाद कहा गया था.
इंद्रेश कुमार ने कहा कि यूपीए के सहयोगी में शामिल अखिलेश यादव जिन्ना को देशभक्त बताते हैं. कांग्रेस नेता सावरकर को गाली देते हैं. ओवैसी ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करेन को कहते हैं, समाजवादी पार्टी की सभा में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगते हैं. कोई बेटियों का अपमान कर रहा है तो कोई हिंदू का, यह गलत परंपरा कांग्रेस ने बनाई है, वह देश से माफी मांग लें.
मालेगांव ब्लास्ट में गवाह के मुकरने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अदालत की गवाही को नकारना न्यायपालिका और न्यायाधीश का घोर अपमान है. इन लोगों ने राम मंदिर के केस में, तीन तलाक के केस में, शाहबानो प्रकरण में न्यायपालिका को नकारा है. इनका विधायिका, न्यायपालिका, कार्यपालिका पर भरोसा नहीं है. न ने जिस तरह से कोरोना फैलाकर लाखों लोगों की जान ली मानवता का नुकसान किया। ठीक उसी तरह से कांग्रेस ने भी किया। कांग्रेस को भी देश से माफी मांगनी चाहिए।