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'दिल्ली वाली गर्लफ्रेंड' से दोस्त की नजदीकी एक शख्स बर्दाश्त नहीं कर सका. मेरठ का एक कारोबारी अपनी गर्लफ्रेंड से नजदीकी बढाने की कोशिश कर रहे अपने ही दोस्त का दुश्मन बन गया. कारोबारी को अपने ही दोस्त से गर्लफ्रेंड की नजदीकियां नागवार गुजरी जिसके बाद उसने अपने रइस दोस्त के परिवार से 25 लाख की रंगदारी मांग ली और फिर दोस्त की हत्या की साजिश भी रच डाली. लेकिन मेरठ पुलिस ने क्रिमिनल माइंडेड कारोबारी के अपराधिक मंसूबों पर पानी फेर दिया. पुलिस मुठभेड़ में दो आरोपियों को गोली लगी जबकि 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
दरअसल, मेरठ के थाना लालकुर्ती क्षेत्र के एक बड़े गारमेंट/साड़ी कारोबारी से 25 लाख की रंगदारी मांगने के मामले में हड़कंप मच गया था. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए रंगदारी मांगने वालों की तलाश तेज कर दी. पुलिस की तफ्तीश में पता लगा कि रंगदारी की कॉल एक लुटे हुए मोबाइल फोन से आई है. इसके बाद से पिछले करीब 4 दिन से मेरठ पुलिस की सर्विलांस, एसओजी और लालकुर्ती पुलिस आरोपियों की तलाश में लगी हुई थी.
पुलिस ने दो आरोपियों को पहले ही हिरासत में ले लिया था जिनकी निशानदेही पर पुलिस ने दो शातिर बदमाशों की घेराबंदी की. इस दौरान पुलिस और बदमाशों की मुठभेड़ हो गई जिसमें सोनू और मोनू नाम के दो कुख्यात बदमाशों को पुलिस की गोली लग गई. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करके अस्पताल भेज दिया.
वहीं, इस मामले में मुठभेड़ के बाद एसपी सिटी विनीत भटनागर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया. एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि गारमेंट्स कारोबारी के बेटे गुरजोत उर्फ सहज के दोस्त गगनदीप ने ही रंगदारी और फिर उसकी हत्या की साजिश रची है. आरोपी गगनदीप सिंह शॉपरिक्स मॉल के पास मोहकमपुर में एक कैमिकल फैक्टरी में रंग बनाने के कैमिकल का सप्लाई का काम करता था.
दरअसल, गगनदीप की एक गर्लफ्रेंड थी जोकि दिल्ली की रहने वाली थी. गगनदीप ने अपने दोस्त सहज को अपनी गर्लफ्रेंड से लगभग 1 साल पहले मिलवाया था. वक्त के साथ साथ गगनदीप की गर्लफ्रेंड की नजदीकियां उसके दोस्त सहज से बढ़ गई थी, यह गगनदीप को बर्दाश्त नहीं हो रहा था. यही बात गगनदीप को नागवार गुजर रही थी जिसके बाद से ही उसने सहज की हत्या का मन बना लिया था.
गगनदीप ने अपने अपराधी तो विवेक से संपर्क किया. विवेक ने सोनू और मोनू से संपर्क किया और एक अन्य शख्स निखिल के साथ मिलकर 25 लाख की रंगदारी मांग डाली. मेरठ के थाना पल्लवपुरम क्षेत्र से एक लुटे हुए फोन से रंगदारी की कॉल की गई. गगनदीप को यकीन था कि इकलौते बेटे की चाहत में अमीर गारमेंटस कारोबारी रंगदारी की रकम दे देंगे लेकिन यही पुलिस की एंट्री हो गई.
पुलिस की तफ्तीश के दौरान अपराधियों के मंसूबे खुलकर सामने आ गए. इसके बाद गगनदीप और विवेक को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो पूरी हकीकत पर से पर्दा उठ गया. गगनदीप और विवेक की निशानदेही पर सोनू और मोनू की गिरफ्तारी के प्रयास के दौरान पुलिस से मुठभेड़ भी हो गई. फिलहाल एक आरोपी निखिल पुलिस की पकड़ से फरार है. पुलिस अधिकारियों की माने तो निखिल की तलाश में भी दबिश दी जा रही है. एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि सोनू, मोनू और विवेक का लंबा चौड़ा अपराधिक इतिहास भी है.
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