
Rajasthan News: सूट-बूट पहनकर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाली मेवात गैंग के ठगों की टोली ने पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया है. गैंग के कई शातिरों पर पहले लाखों का कर्ज था तो किसी को खाने के लाले पड़ रहे थे. लेकिन गैंग से जुड़ने के बाद मौज-मस्ती की जिंदगी जीने लगे. किसी ठग ने कार ले ली तो किसी ने फ्लैट, तो कोई शोरूम खोलकर बैठा तो किसी ने अपने ऊपर लाखों के कर्ज को कुछ ही दिनों में उतार दिया. सब कुछ बदमाशों ने ठगी के पैसों से किया और बदले में बैंकों को करोड़ों की चपत लगाई.
यही नहीं, राजस्थान से फ्लाइट में बाहरी राज्यों में जाकर वहां के ग्रामीण इलाकों में ATM से ठगी की धनराशि निकालकर महंगे होटलों में मौज-मस्ती भी करते थे. इसमें हैरान कर देनी वाली बात यह भी है कि शातिर ठग अपने पहचान के लोगों से ATM कार्ड किराए पर लेते थे और फिर एटीएम से रुपए निकालने के बाद एटीएम धारक को बतौर कमीशन 50% मुनाफा भी ट्रांसफर कर देते थे. जिससे न ठग पकड़े जाते और न ही पुलिस में कोई शिकायत होती.
लाइफस्टाइल देख पुलिस भी चकरा गई
डीसीपी ईस्ट ज्ञानचंद यादव ने बताया, कुछ दिनों पहले जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हैदराबाद की फ्लाइट से कुछ ठगों के आने का इनपुट मिला. जिसके बाद CID क्राइम ब्रांच, DST और एयरपोर्ट पुलिस ने जाल बिछाया और 5 ठगों को हिरासत में ले लिया. हालांकि, एक बारगी तो ठगों की लाइफस्टाइल देखकर पुलिस भी चकरा गई. लेकिन बाद में संदिग्ध हरकतों ने उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
75 एटीएम कार्ड और 2.31 लाख रुपए कैश बरामद
पुलिस ने एयरपोर्ट से आरोपी जुबेर खान, लुकमान दीन, सद्दाम खान, इलियास और मुस्ताक मोहम्मद को गिरफ्तार किया है. ठगों के पास 75 एटीएम कार्ड और 2.31 लाख रुपए की नगदी मिली है. सभी आरोपी भरतपुर जिले के डीग के रहने वाले हैं. कई साइबर ठगों के साथ कमीशन पर काम करते हैं. उन्हें ATM से कैश निकालने का टास्क मिलता और एक सप्ताह के बाद महाराष्ट्र, तेलगांना जैसे अन्य राज्यों में फ्लाइट में बैठकर जाते थे. हालांकि, अब तक कुल कितनी ठगी की है? इसका आंकड़ा खुद ठगों के पास भी नहीं है. लेकिन अनुमान है कि यह ठग कई नेशनल बैंकों को करोड़ रुपए की चपत लगा चुके है.
7 लाख रुपए का कर्ज चुका दिया
पुलिस पूछताछ में जुबैर नाम के ठग ने बताया, पहले उसके घर में खाने के लाले पड़े हुए थे और लाखों का कर्ज उसके ऊपर था, लेकिन जब से ठगी का रास्ता अपनाया तो उसके दिन बदल गए. खुद के लिए एक शानदार गाड़ी भी ले ली और 7 लाख रुपए से ज्यादा का कर्ज भी चुका दिया.
लग्जरी गाड़ी खरीदी, पूरे किए शौक
वहीं, एक अन्य आरोपी इदरीस ने ठगी के रुपयों से एक कपड़े का शोरूम तक खड़ा कर दिया. इसके अलावा, ठग सद्दाम ने काली कमाई से एक लग्जरी गाड़ी खरीदी और जमीनों का लेनदेन भी किया. इतना ही नहीं, मुश्ताक ने पुलिस को बताया कि वो ठगी के आलावा कुछ नहीं कर सकता है, इससे उसकी पैसों की तंगी दूर हुई. साथ ही शौक भी पूरे कर लिए.
जानें, कैसे अनोखे तरीके से ATM कार्ड किराए पर लेकर करते थे ठगी
शातिर ठग पहले लोगों से संपर्क करते और फिर उनके ATM कार्ड पिन नंबर समेत किराए पर ले लेते थे. उसके बाद टिकट बुक करवा जयपुर एयरपोर्ट आकर फ्लाइट में बैठ दूसरे राज्यों में निकल पड़ते. उनमें भी ये ऐसे ग्रामीण अंचल में जाते, जहां ATM पर लाइट और सीसीटीवी की प्रॉपर सुविधा ही ना हो, उससे धनराशि निकाल लेते.
यही नहीं, इसके बाद एटीएम धारक को कॉल करके बताते कि वो अपने बैंक की ब्रांच में शिकायत करे कि दूसरे स्टेट में उसके एटीएम से रुपए निकाले गए. लेकिन बीच में ही कैश अटक गया. ताकि आरबीआई नियमों के अनुसार शिकायत के एक सप्ताह बाद उसकी राशि बैंक वापस उसके खाते में आते ही ठग उस राशि को भी उड़ा लेते थे.
2 लोग देते थे ठगी को अंजाम
इस काम में दो लोग शामिल होते थे. एक एटीएम के बाहर रहता और दूसरा अंदर ताकि एक ठग एटीएम के बाहर पावर सप्लाई करने वाले स्विच को अपने हाथ में रखता और दूसरा ठग कैश विड्रॉ करता था. जैसे ही कैश ATM से बाहर आता और बाहर खड़ा शख्स उसी क्षण उसका मैन पावर सप्लाई स्विच बंद कर देता. इससे एटीएम से कैश भी निकल जाता और खाते से पैसे भी नहीं कटते थे.