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सेना के जवानों को हनी ट्रैप में फंसाने की ISI की साजिश, एक्शन में गृह मंत्रालय

गृह सचिव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में NIA के DG, मिलिट्री इंटेलिजेंस के अधिकारी, स्पेशल सेक्रेटरी इंटरनल सिक्योरिटी और खुफिया विभाग के अधिकारी शामिल थे. गृह मंत्रालय ने NIA को पाक के हनी ट्रैप और जासूसी के मामलों की जांच सौंप दी है. 

प्रतीकात्मक चित्र प्रतीकात्मक चित्र
जितेंद्र बहादुर सिंह
  • नई दिल्ली ,
  • 10 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 5:43 PM IST
  • सेना के जवानों को हनी ट्रैप में फंसाने की ISI की साजिश
  • भारत में हनी ट्रैप और जासूसी के मामलों पर गृह मंत्रालय सख्त
  • इस मामले की NIA करेगी जांच

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने सोशल मीडिया पर सुरक्षा बलों व जवानों को हनीट्रैप के जरिये फंसाने का बड़ा प्लान तैयार किया है. पाक खुफिया एजेंसी ISI अपनी टेक्निकल टीम के जरिए इस रैकेट को अंजाम दे रहा है. ऐसे में भारत में हनी ट्रैप और जासूसी के मामलों से निपटने के लिए मल्टी एजेंसी प्लान तैयार किया जा रहा है. इस मसले पर गृह मंत्रालय में आज उच्च स्तरीय बैठक हुई. 

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गृह सचिव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में NIA के DG, मिलिट्री इंटेलिजेंस के अधिकारी, स्पेशल सेक्रेटरी इंटरनल सिक्योरिटी और खुफिया विभाग के अधिकारी शामिल थे. गृह मंत्रालय ने NIA को पाक के हनी ट्रैप और जासूसी के मामलों की जांच सौंप दी है. 

सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश के रिटायर्ड आर्मी के जवान के द्वारा ISI के लिए जासूसी के मामले को NIA को सौंपा है. मालूम हो कि पिछले सप्ताह UP ATS की टीम ने हापुड़ में छापा मारकर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले भारतीय सेना के एक पूर्व सैनिक को दबोचा था.  

सौरभ शर्मा 2013 में भारतीय सेना में भर्ती हुआ था. इसके बाद उसने मेडिकल कारणों से मई 2020 में सेना को छोड़ दिया था. इस दौरान उसके बैंक एकाउंट में पाक ISI के एजेंट के जरिये भारी मात्रा में रकम आई. अब NIA ने पूर्व आर्मी के जवान सौरभ शर्मा के मामले की जांच शुरू कर दी है. 

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गौरतलब है कि आईएसआई ने सोशल मीडिया के जरिए भारतीय सुरक्षा बलों के जवानों को हनीट्रैप में फंसाने का बड़ा प्लान तैयार किया है. इस मामले की जांच का जिम्मा गृह मंत्रालय ने एनआईए को सौंपा है. बीते दिनों आंध्र प्रदेश की काउंटर इंटेलिजेंस सेल ने हनीट्रैप के कई मामले पकड़े थे, जिसमें नेवी के कई जवान शामिल थे. बड़े जासूसी रैकेट का भंडाफोड़ होने के बाद भारतीय नौसेना ने अपने जवानों को सोशल मीडिया और स्मार्टफोन से दूर रहने को कहा है. इस मसले पर तीनों सेनाएं अलर्ट हैं. 


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