
मोस्ट वॉन्टेड अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) का नाम पिछले कुछ घंटों से खबरों में छाया हुआ है. उसे लेकर एक बार फिर अफवाहों का बाजार गर्म है. उसे पाकिस्तान में जहर दिए जाने की खबर खूब सुर्खियों में है. हालांकि इस बात को डी कंपनी ने भी सिरे से खारिज कर दिया है. इसी दौरान दाऊद इब्राहिम का एक पुराना ऑडियो सामने आया है. मुंबई पुलिस के मुताबिक ये ऑडियो नया नहीं है.
महाराष्ट्र पुलिस ने दाऊद इब्राहिम का यह ऑडियो साल 2008 में इंटरसेप्ट किया था. उस ऑडियो में कुल 8 मिनट 57 सेकंड की बातचीत दर्ज है. जिसमें दाऊद अपने चाचा माजिद और उनकी पत्नी यानी अपनी चाची से बात करता है. उनके हाल चाल पूछता है. और एक आदमी को उनके पास भेजने की बात भी करता है. क्या है उस ऑडियो में हम आपको लफ्ज-ब-लफ्ज बताते हैं.
चाची: हेलो
दाऊद : सलाम वाले कुम
चाची: हां कौन
दाऊद: हां वालेकुम सलाम
दाऊद: कौन बोल रहा है
चाची: आपको कौन चाहिए
दाऊद: माजिद चाचा से बात कराओ
चाची: हां देती हूं
दाऊद: आप कौन बोल रहे हैं
चाची: मैं चाची हूं
दाऊद: चाची सलाम वाले कुम
चाची: हन वालेकुम सलाम बोलो
दाऊद: हां दाऊद बोल रहा हूं
चाची: हां बोलिये
दाऊद: कैसी तबीयत है
चाची: अल्लाह का शुक्र है, अल्हम्दुलिल्लाह
चाची: मेरे बेटे की आवाज नहीं लग रही है
दाऊद: हां चीची
चाची: चीची हां बेटा, हां मेरा बच्चा, मेरा कलेजा, कैसा है अच्छा
दाऊद: कैसी हैं
चाची: हां बेटा अल्लाह का शुक्र है, आप लोग कैसे हैं सब लोग
दाऊद: सब माशाल्लाह अच्छे हैं, सब अल्लाह का शुक्र है
चाची: ये लो बेटा चाचा से बात करो
(वो माजिद को फोन देती हैं और कहती हैं दाऊद है)
दाऊद: सलाम वालेकुम
माजिद: वालेकुम सलाम
दाऊद: चाचा कैसी तबीयत है
माजिद: हां
दाऊद: तबीयत कैसी है
माजिद: तबीयत ठीक है बेटा
दाऊद: क्या बात है आवाज एकदम नरम है, दाऊद बोल रहा हूं
माजिद: बोल
दाऊद: हां चाचा तबीयत कैसी है तुम्हारी
माजिद; तबीयत ठीक नहीं है
दाऊद: क्या हो गया डॉक्टर को दिखाये
माजिद: हां डॉक्टर चालू है दावा, दवा चालू है
दाऊद: दवा चालू है?
माजिद: हां
दाऊद: और हनीफ और फारूख ये लोग किधर हैं
माजिद: हनीफ अभी काम पर जाता है
दाऊद: और आरिफ
माजिद: आरिफ कुछ नहीं करता है
दाऊद: अभी हैं कहां उन लोग, फारूख और आरिफ कहां हैं
माजिद: हनीफ काम पर जाता है ना
दाऊद: अच्छा और फारूख
माजिद: फारुख अभी दुकान चलाने को लिया है
दाऊद: अच्छा अच्छा अच्छा अच्छा
माजिद: और क्या खबर है
दाऊद: और तुम सुनाओ
माजिद: क्या खबर बोल
दाऊद: सब माशाल्लाह ठीक है, सब अल्लाह का शुक्र है, दुआ है तुम्हारी,
माजिद: अच्छा
दाऊद: क्या हुआ आवाज पहचान नहीं रहे
माजिद: नहीं
दाऊद: अरे दाऊद बोल रहा हूं चाचा
माजिद: दाऊद की आवाज़ नहीं है ये
दाऊद: अरे हां मेरी ही आवाज है चाचा
माजिद: हां
दाऊद: चीची ने पहचान ली
माजिद: और बोल क्या खबर
दाऊद: सब माशाल्लाह ठीक है सब ठीक है
माजिद: मेरी तबीयत ठीक नहीं है
दाऊद: हां मेरे को मालूम पड़ा, मेरे को अनीस लंबू ने बताया था तबीयत ठीक नहीं है माजिद चाचा की
माजिद: तबीयत ठीक नहीं है
दाऊद: अच्छा तो डॉक्टर को दिखाओ ना
माजिद: डॉक्टर की दवा चालू है
दाऊद: क्या बोला डॉक्टर
माजिद: चालू है दावा, डॉक्टर क्या बोलता उसमें
दाऊद: अच्छा
माजिद: और बोल
दाऊद: तुम पहचान नहीं रहे शायद
माजिद: बोल और क्या
दाऊद: तुम चाची को दो
(माजिद फोन अपनी पत्नी को देता है)
चाची: हां बेटा
दाऊद: मेरे ख्याल से माजिद चाचा पहचान नहीं रहे
चाची: नई उनकी आवाज भी नई निकलती, बराबर बात भी नई होती उनसे, चला नहीं जाता उनसे
दाऊद: अच्छा
चाची: तू कैसा है बेटा, सब बच्चे कैसे
दाऊद: सब बच्चे भी माशाल्लाह ठीक है, मैं भी ठीक हूं, सब दुआ है तुम्हारी
चाची: बस अल्लाह अच्छा रखे परवरदिगार हर बला मुसीबत से बचाए अल्लाह पाक
दाऊद: फारूख और आरिफ किधर हैं, हनीफ तो काम पे गया बोले ना
चाची: आरिफ तो अभी कुछ नई है, आरिफ को काम धंधा कुछ भी नई है बेटा अभी
दाऊद: चाचा तो बोले काम पे गया है वो
चाची: कौन आरिफ
दाऊद: हां
चाची: काम पे नहीं है बेटा आरिफ बेटा
दाऊद: अच्छा
चाची: जरा यूसुफ के कुछ बच्चे लोग का कुछ हो जाएगा तो करा दे बेटा मेरा बच्चा
दाऊद: हां हां करा देता हूं चीची
चाची: बड़े लड़के का सैज़ का
दाऊद: हां मालूम है यूसुफ का कर दूंगा इंशाअल्लाह, फत्तो किधर है
चाची: फ़त्तो बेलापुर में ही है बेटा
दाऊद: हां वहीं रहती है
चाची: हां वहीं रहती है, हां वहीं रहती है बेटा और कहां जायेगी वो
दाऊद: हां हां हां
चाची : और क्या
दाऊद: सब अल्लाह का शुक्र है सब अल्लाह का शुक्र है
चाची: अल्लाह सब अच्छे रखे परवरदिगार
चाची: आमीन आमीन
दाऊद: चीची वो मैं आदमी को भेजूंगा उधर हां मिलने के लिए आपके यहां
चाची: कभी
दाऊद: कल भेजता हूं कल
चाची: अच्छा बेटा
दाऊद: अभी किधर रहते हैं उधर वो शालीमार में तो नहीं रहते हैं ना पुराने घरे रहते हैं
चाची: नहीं पुराने घर, अभी पहले माले पे छोटे घर के लिए उधर रहो
दाऊद: पुरानी बिल्डिंग में
चाची: हां पुरानी बिल्डिंग अपनी इसहाक बिल्डिंग नागापड़े की
दाऊद: हां नागपड़े पे उधर ही पहले माले पे रहते ना
चाची: हां पहले माले पे, ऊपर सलमा रहती है 2 माले पे
दाऊद: वो पुराने घर पे सलमा रहती है, वो नूरू का क्या हाल है
चाची: नूरू मुंबरे में है बेटा
दाऊद: क्यों सलमा के साथ नहीं रहता
चाची: नहीं रहता, 2-2, 3-3 महीना हो जाता नहीं आता. किधर आता, खाली खर्चा उसको भेजता है बस
दाऊद: अच्छा
चाची: उसने तो दूसरा किया है ना
दाऊद: अच्छा शैतान है वो
चाची: हां
दाऊद: वो ही बोलता था ना मैं 24 नंबर, मैं पहले बोलता था ना
चाची: अभी भी नसीब में था ना क्या करना
दाऊद: चलो अल्लाह मालिक है, इंशाअल्लाह
चाची: चाचा से मुलाकात करो, चाचा बहुत याद करते हैं
दाऊद: हां तो चाचा को मेरे पास भेज दो
चाची: कैसा भेजू, उनको तो चलने की हिम्मत नहीं बेटा, दो कदम नहीं चल सकते वो, बिस्तर पकड़ के लिए वो, बार-बार तबीयत खराब होती है उनकी, डॉक्टर बोलता कामजोरी बहुत हो गई है
दाऊद: क्या उमर हो गई अभी चाचा की
चाची: अस्सी हो गई
दाऊद: माशाल्लाह
दाऊद: माशाल्लाह अस्सी साल हो गई
चाची: हां अस्सी हो गई, कैसी तुम्हारी आवाज जरा वो बोले तुम नई बोल रहे कोई औ बोल रहे
दाऊद: अभी तो पहचान गई ना
चाची: मैं तो चाची बोलने से पहचान ही लेती हूं ना
दाऊद: इसलिये मैने बोला
चाची: अल्लाह परवरदिगार हर बला मुसीबत से बचाए, अल्लाह के रसूल अमान में रखे आप लोगों को
दाऊद: आमीन आमीन
चाची: और क्या बेटा
दाऊद: बस अल्लाह का शुक्र है चाची फिर मैं इंशाअल्लाह करता हूं फोन चाचा को. कल वो आदमी आ जाएगा आपके पास
चाची: अच्छा ठीक है
दाऊद: ठीक ठीक
चाची: और क्या बेटा
दाऊद: बस चाचा को सलाम बोलो मैं फिर करूंगा इंशाल्लाह कल
चाची: वालेकुम सलाम
दाऊद: अल्लाह हाफ़िज़ अल्लाह हाफ़िज़